सारण: छपरा में मंगलवार को नगर निगम की बैठक संपन्न हुई. जिसमें सभी वार्ड पार्षदों ने एक स्वर में शहर की सफाई व्यवस्था में कोताही बरते जाने का मामला प्रमुखता से उठाया. बैठक पूरी तरह से हंगामेदार रही. पार्षदों ने कहा कि बारिश के मौसम में छपरा शहर नरक में तब्दील हो चुका है. वहीं नगर निगम पानी निस्तारण में पूरी तरह से असफल साबित हुआ है.
बैठक में पार्षदों ने शहर में जलजमाव का मुद्दा प्रमुखता से उठाया. पार्षदों ने कहा कि शहर के सरकारी बाजार इलाके में आज भी घुटने भर पानी जमा हुआ है. जो कि अब पूरी तरह से गंदा और बदबूदार हो चुका है. वहीं छपरा के सिर्फ एक ही इलाके का ये हाल नहीं है, बल्कि सभी जगहों पर यही स्थिति बनी हुई है.
'सफाई कर्मियों का कार्य संतोषजनक'
पार्षदों ने आरोप लगाया कि सफाई कर्मचारी ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं. वहीं नगर आयुक्त ने कहा कि हम सफाई कार्य ठीक ढंग से कराने का प्रयास कर रहे हैं. पिछले दो महीने से सफाई कर्मियों को वेतन नहीं दिया गया है. कोरोना काल में सफाई कर्मियों ने काफी अच्छा कार्य किया है. उन पर सख्ती का सवाल ही उत्पन्न नहीं होता है. साथ ही नगर आयुक्त ने छपरा में बन रहे डबल डेकर पुल के निर्माण को सफाई कार्य में व्यवधान बताया.