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चमत्कार! जिस बच्चे को 5 साल पहले सर्पदंश से मरा समझकर गंडक में बहाया, वो जिंदा लौटा वापस

सारण में मरने के पांच साल बाद एक बच्चा अपने घर आ गया (Child Returned Alive After Five Years of Death). मामला जिले के तरैया थाना इलाके का है. जहां एक बच्चे को पांच साल पहले सांप से काट लिया था. जिसके बाद परिजन और स्थानीय लोगों ने उसे पानी में प्रवाहित कर दिया था. पढ़ें पूरी खबर..

नाग
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Published : Jul 26, 2022, 9:35 PM IST

Updated : Jul 26, 2022, 11:08 PM IST

सारण (छपरा): बिहार के छपरा से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. इसे भगवान का चमत्कार ही कहेंगे कि जिस बच्चे की मौत आज से 5 साल पहले सर्पदंश (Child Dies of Snakebite In Saran) से हो गई थी. वह बच्चा जीवित सकुशल अपने गांव के बगल के गांव से भटकता हुआ पहुंच गया. बाद में उसे स्थानीय लोग उसे सकुशल घर पहुंचाया. स्थानीय लोगों के लिए बच्चा चर्चा का विषय बना हुआ है. पूरा मामला जिले के तरैया थाना क्षेत्र का है.

ये भी पढ़ें-VIDEO: एक ऐसा गांव जहां नाग पंचमी को लगता है सांपों का मेला, सबके गले में टंगे होते हैं सांप

मरने के पांच साल बाद लौटा बच्चा: बताया जाता है कि आज से करीब पांच साल पहले एक बच्चे की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी. उसके बाद केले के थम पर उसे लिटा कर नाम पता लिखकर नदी में प्रवाहित कर दिया गया था और उसके बाद भगवान की दया से यह बच्चा जीवित है और भटकते हुए अपने पास के गांव में पहुंच गया. जब स्थानीय लोगों ने उसे देखा तो उसे उसके घर पहुंचाया गया.

पांच वर्ष पहले परिजनों ने गंडक में प्रवाहित कर दिया था: स्थानीय लोगों के अनुसार तरैया थाना के गण्डार गांव स्थित ब्रह्मस्थान निवासी हरेंद्र महतो का पुत्र कृष्ण कुमार को पांच साल पहले सांप ने काट लिया था. जिसके बाद परिजन और गांव के लोगों ने उसके गले में नाम-पता लिखकर उसे नदी में प्रवाहित कर दिया. पांच साल बाद वह बच्चा इसुआपुर बिशनपुरा के पास से लाया गया. परिजनों ने बच्चे के पहचान के जो चिन्ह बताए हैं वह बच्चे के शरीर पर पाया गया है.

ये भी पढ़ें-पूर्व जन्म का ये कैसा रिश्ता! जब तक महिला मर नहीं गई वहीं पर फन काढ़कर फुंफकारता रहा नाग

सारण (छपरा): बिहार के छपरा से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है. इसे भगवान का चमत्कार ही कहेंगे कि जिस बच्चे की मौत आज से 5 साल पहले सर्पदंश (Child Dies of Snakebite In Saran) से हो गई थी. वह बच्चा जीवित सकुशल अपने गांव के बगल के गांव से भटकता हुआ पहुंच गया. बाद में उसे स्थानीय लोग उसे सकुशल घर पहुंचाया. स्थानीय लोगों के लिए बच्चा चर्चा का विषय बना हुआ है. पूरा मामला जिले के तरैया थाना क्षेत्र का है.

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मरने के पांच साल बाद लौटा बच्चा: बताया जाता है कि आज से करीब पांच साल पहले एक बच्चे की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी. उसके बाद केले के थम पर उसे लिटा कर नाम पता लिखकर नदी में प्रवाहित कर दिया गया था और उसके बाद भगवान की दया से यह बच्चा जीवित है और भटकते हुए अपने पास के गांव में पहुंच गया. जब स्थानीय लोगों ने उसे देखा तो उसे उसके घर पहुंचाया गया.

पांच वर्ष पहले परिजनों ने गंडक में प्रवाहित कर दिया था: स्थानीय लोगों के अनुसार तरैया थाना के गण्डार गांव स्थित ब्रह्मस्थान निवासी हरेंद्र महतो का पुत्र कृष्ण कुमार को पांच साल पहले सांप ने काट लिया था. जिसके बाद परिजन और गांव के लोगों ने उसके गले में नाम-पता लिखकर उसे नदी में प्रवाहित कर दिया. पांच साल बाद वह बच्चा इसुआपुर बिशनपुरा के पास से लाया गया. परिजनों ने बच्चे के पहचान के जो चिन्ह बताए हैं वह बच्चे के शरीर पर पाया गया है.

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Last Updated : Jul 26, 2022, 11:08 PM IST
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