सारण: कोरोना वायरस के कारण देश में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है. लोग अपने आप को घरों में सुरक्षित रख रहे हैं. वहीं, इसी बीच खाद्य सामग्री के दामों में उछाल, जमाखोरी और कालाबजारी ने जन-जीवन को परेशानी में डाल दिया है. लॉक डाउन के चौथे दिन ही छपरा के मशरक में आलू-प्याज के थोक और किराना दुकानदारों ने जमाखोरी शुरू कर दी है.
अधिकारियों ने दुकानदारों को लगाई फटकार
सूचना मिली की मशरक के गोला बाजार, स्टेशन रोड बाजार, डुमरसन बाजार की दुकानों में दुगने-तिगुना रेट पर खाद्य पदार्थो समेत आलू-प्याज की बिक्री की जा रही है. इस बात कि जानकारी मिलते ही मशरक सीओ ललित कुमार सिंह, थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा, एमओ अमरेन्द्र कुमार सिंह किराना दुकानों पर पहुंच जांच पड़ताल की. वहीं, इस दौरान अधिकारियों ने दुकानदारों को फटकार भी लगाई और दुकानदारों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि निर्धारित दर से अधिक मूल्य वसूली पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. किराना दुकान समेत खाने पीने की दुकानों पर रेट चार्ट लगाने का आदेश दिया.
जमाखोरी करने वाले तीन पर कार्रवाई
छापेमारी टीम ने मशरक में आलू-प्याज के थोक व्यवसायी के आलावें डुमरसन बाजार के दो दुकानदारों को आलू-प्याज की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा. सीओ ललित कुमार सिंह ने कहा कि अगर कोई भी किराना दुकान, सब्जी विक्रेता अगर गलत तरीके से खाद्य सामग्री बेचते पाए गए, तो पदाधिकारी और स्थानीय थाना को सूचित करें. जिससे कलाबाजारियों को दबोचा जा सके.