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महाकुंभ-2025: प्रयागराज स्टेशनों पर यात्री आश्रयों की कलर कोडिंग, लाल रंग लखनऊ, वाराणसी.... - MAHA KUMBH 2025

उत्तर मध्य रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं और उनकी यात्रा को सरल बनाने के लिए सुविधाओं में विस्तार किया है. ईटीवी भारत संवाददाता चंचल मुखर्जी की रिपोर्ट...

Maha Kumbh-2025
प्रयागराज स्टेशन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 4, 2025, 4:56 PM IST

Updated : Jan 4, 2025, 5:01 PM IST

नई दिल्ली: महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे की तरफ से बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. उत्तर मध्य रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर यात्री आश्रयों, यात्री विश्राम क्षेत्रों के लिए एक व्यवस्थित कलर-कोडिंग योजना शुरू की है.

रंग कोडिंग के बारे में विवरण साझा करते हुए, वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने कहा कि, इस पहल का उद्देश्य नेविगेशन को सुव्यवस्थित करके और निर्दिष्ट प्रतीक्षा क्षेत्रों तक बेहतर पहुंच की सुविधा देकर यात्री सुविधा में सुधार करना है.

रेलवे स्टेशनों पर कलर कोडेड यात्री आश्रय
रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन पर गेट नंबर 1, आश्रय (लाल रंग आश्रय - लखनऊ, वाराणसी की ओर), गेट नंबर 2 (नीला कलर आश्रय - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर), गेट नंबर 3, (पीला कलर आश्रय - मानिकपुर, सतना, झांसी की ओर), गेट नंबर 4 (हरा आश्रय - कानपुर की ओर), सहित रंग कोडिंग का स्टेशन-वार विभाजन विकसित किया है.

mahakumbh
महाकुंभ-2025 (ANI)

इसी तरह, नैनी जंक्शन, गेट नंबर 1 (हरा - कानपुर की ओर), गेट नंबर 1, (नीला - मानिकपुर, झांसी की ओर), गेट नंबर 1, (लाल - मानिकपुर, सतना की ओर), आश्रय नंबर 4B (पीला - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर), आश्रय नंबर 4A (पीला - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर) प्रयागराज छिवकी, गेट 1A, (लाल - मानिकपुर, रेलवे अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक परिसर में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

अधिकारियों ने बताया कि, प्रत्येक परिसर में चिकित्सा सहायता, 'क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं' बूथ, चार्जिंग पॉइंट, खाद्य और पेय पदार्थ स्टॉल और स्वच्छ शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इस पहल का उद्देश्य न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक प्रतीक्षा स्थान प्रदान करना है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और समय पर उनके संबंधित स्थानों पर आवाजाही सुनिश्चित करना भी है. इसके अलावा, रेलवे मेले के दौरान तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनाने के लिए कलर कोडिंग टिकट प्रणाली भी शुरू करेगा.

रेलवे अधिकारी के अनुसार, यह प्रणाली यात्रियों को उनकी ट्रेन, प्लेटफॉर्म और आश्रय तक आसानी से पहुंचने में मार्गदर्शन करेगी. इस पहल का उद्देश्य महाकुंभ-2025 के दौरान भीड़ प्रबंधन में सुधार करना और यात्रियों की यात्रा को और अधिक सरल और सुरक्षित बनाना है. यात्रियों के गंतव्य की पहचान करने और उनके यात्रा मार्ग को स्पष्ट करने के लिए रंगीन टिकटों का उपयोग किया जाएगा. प्रत्येक टिकट का एक विशिष्ट रंग होगा जो यात्रियों को सही आश्रय तक पहुंचने में मदद करेगा. इससे मेले के दौरान यात्रियों को भ्रम की स्थिति से बचाया जा सकेगा और भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा.

महाकुंभ में साइबर सुरक्षा
दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष साइबर सुरक्षा व्यवस्था शुरू की गई है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अच्छी तरह से सूचित हों, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया सहित हर प्लेटफॉर्म का उपयोग करने का फैसला किया है. संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि, साइबर विशेषज्ञ ऑनलाइन खतरों की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं और एआई और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म का फायदा उठाने वाले गिरोहों की जांच कर रहे हैं.

बुनियादी ढांचा और भूमि डिजिटलीकरण
उत्तर प्रदेश का सबसे नया जिला, महाकुंभ नगर, रिकॉर्ड समय में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ स्थापित किया जा रहा है। भूमि आवंटन के डिजिटलीकरण में "महाकुंभ भूमि और सुविधा आवंटन" साइट के माध्यम से भूमि और सुविधाओं की ऑनलाइन उपलब्धता, सरकारी, सामाजिक और धार्मिक संगठनों सहित 10,000 से अधिक संस्थानों के लिए डिजिटल रिकॉर्ड और उच्च सटीकता के साथ भूमि स्थलाकृति का मानचित्रण करने के लिए मानसून से पहले और बाद में किए गए ड्रोन सर्वेक्षण शामिल हैं।

खोया और पाया सेवा
सांस्कृतिक मंत्रालय के अनुसार, पहली बार राज्य पुलिस विभाग के सहयोग से हाई-टेक खोया और पाया पंजीकरण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इन केंद्रों का उद्देश्य खोए हुए तीर्थयात्रियों को उनके परिवारों से फिर से मिलाना है.

ऑनलाइन ठहरने की बुकिंग
सांस्कृतिक मंत्रालय ने बताया कि महाकुंभ ग्राम में ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग 10 जनवरी से 28 फरवरी तक खुली रहेगी. IRCTC वेबसाइट के माध्यम से आसानी से आरक्षण किया जा सकता है, अतिरिक्त जानकारी IRCTC और पर्यटन विभाग की वेबसाइटों और महाकुंभ मोबाइल एप्लिकेशन दोनों पर उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025: टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर हो रहे अपग्रेड, तीर्थयात्रियों को नहीं होगी कोई परेशानी

नई दिल्ली: महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे की तरफ से बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. उत्तर मध्य रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर यात्री आश्रयों, यात्री विश्राम क्षेत्रों के लिए एक व्यवस्थित कलर-कोडिंग योजना शुरू की है.

रंग कोडिंग के बारे में विवरण साझा करते हुए, वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों ने कहा कि, इस पहल का उद्देश्य नेविगेशन को सुव्यवस्थित करके और निर्दिष्ट प्रतीक्षा क्षेत्रों तक बेहतर पहुंच की सुविधा देकर यात्री सुविधा में सुधार करना है.

रेलवे स्टेशनों पर कलर कोडेड यात्री आश्रय
रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन पर गेट नंबर 1, आश्रय (लाल रंग आश्रय - लखनऊ, वाराणसी की ओर), गेट नंबर 2 (नीला कलर आश्रय - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर), गेट नंबर 3, (पीला कलर आश्रय - मानिकपुर, सतना, झांसी की ओर), गेट नंबर 4 (हरा आश्रय - कानपुर की ओर), सहित रंग कोडिंग का स्टेशन-वार विभाजन विकसित किया है.

mahakumbh
महाकुंभ-2025 (ANI)

इसी तरह, नैनी जंक्शन, गेट नंबर 1 (हरा - कानपुर की ओर), गेट नंबर 1, (नीला - मानिकपुर, झांसी की ओर), गेट नंबर 1, (लाल - मानिकपुर, सतना की ओर), आश्रय नंबर 4B (पीला - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर), आश्रय नंबर 4A (पीला - पंडित दीन दयाल उपाध्याय की ओर) प्रयागराज छिवकी, गेट 1A, (लाल - मानिकपुर, रेलवे अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक परिसर में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी.

अधिकारियों ने बताया कि, प्रत्येक परिसर में चिकित्सा सहायता, 'क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं' बूथ, चार्जिंग पॉइंट, खाद्य और पेय पदार्थ स्टॉल और स्वच्छ शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इस पहल का उद्देश्य न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक प्रतीक्षा स्थान प्रदान करना है, बल्कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और समय पर उनके संबंधित स्थानों पर आवाजाही सुनिश्चित करना भी है. इसके अलावा, रेलवे मेले के दौरान तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुव्यवस्थित और सुविधाजनक बनाने के लिए कलर कोडिंग टिकट प्रणाली भी शुरू करेगा.

रेलवे अधिकारी के अनुसार, यह प्रणाली यात्रियों को उनकी ट्रेन, प्लेटफॉर्म और आश्रय तक आसानी से पहुंचने में मार्गदर्शन करेगी. इस पहल का उद्देश्य महाकुंभ-2025 के दौरान भीड़ प्रबंधन में सुधार करना और यात्रियों की यात्रा को और अधिक सरल और सुरक्षित बनाना है. यात्रियों के गंतव्य की पहचान करने और उनके यात्रा मार्ग को स्पष्ट करने के लिए रंगीन टिकटों का उपयोग किया जाएगा. प्रत्येक टिकट का एक विशिष्ट रंग होगा जो यात्रियों को सही आश्रय तक पहुंचने में मदद करेगा. इससे मेले के दौरान यात्रियों को भ्रम की स्थिति से बचाया जा सकेगा और भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा.

महाकुंभ में साइबर सुरक्षा
दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष साइबर सुरक्षा व्यवस्था शुरू की गई है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अच्छी तरह से सूचित हों, उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया सहित हर प्लेटफॉर्म का उपयोग करने का फैसला किया है. संस्कृति मंत्रालय ने कहा कि, साइबर विशेषज्ञ ऑनलाइन खतरों की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहे हैं और एआई और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म का फायदा उठाने वाले गिरोहों की जांच कर रहे हैं.

बुनियादी ढांचा और भूमि डिजिटलीकरण
उत्तर प्रदेश का सबसे नया जिला, महाकुंभ नगर, रिकॉर्ड समय में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ स्थापित किया जा रहा है। भूमि आवंटन के डिजिटलीकरण में "महाकुंभ भूमि और सुविधा आवंटन" साइट के माध्यम से भूमि और सुविधाओं की ऑनलाइन उपलब्धता, सरकारी, सामाजिक और धार्मिक संगठनों सहित 10,000 से अधिक संस्थानों के लिए डिजिटल रिकॉर्ड और उच्च सटीकता के साथ भूमि स्थलाकृति का मानचित्रण करने के लिए मानसून से पहले और बाद में किए गए ड्रोन सर्वेक्षण शामिल हैं।

खोया और पाया सेवा
सांस्कृतिक मंत्रालय के अनुसार, पहली बार राज्य पुलिस विभाग के सहयोग से हाई-टेक खोया और पाया पंजीकरण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. इन केंद्रों का उद्देश्य खोए हुए तीर्थयात्रियों को उनके परिवारों से फिर से मिलाना है.

ऑनलाइन ठहरने की बुकिंग
सांस्कृतिक मंत्रालय ने बताया कि महाकुंभ ग्राम में ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग 10 जनवरी से 28 फरवरी तक खुली रहेगी. IRCTC वेबसाइट के माध्यम से आसानी से आरक्षण किया जा सकता है, अतिरिक्त जानकारी IRCTC और पर्यटन विभाग की वेबसाइटों और महाकुंभ मोबाइल एप्लिकेशन दोनों पर उपलब्ध है.

ये भी पढ़ें: महाकुंभ 2025: टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर हो रहे अपग्रेड, तीर्थयात्रियों को नहीं होगी कोई परेशानी

Last Updated : Jan 4, 2025, 5:01 PM IST
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