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चीन में आए नए वायरस को लेकर भारतीय एजेंसी का बड़ा बयान, जानें क्यों कहा 'चिंता की बात नहीं - INDIAN HEALTH AGENCY ON HMPV

भारतीय स्वास्थ्य निदेशालय ने कहा, चीन में फैल रहे ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह अन्य श्वसन संक्रमणों के समान है.

HMPV: "No Need For alarm" Says Indian health agency
चीन में आए नए वायरस को लेकर भारतीय एजेंसी का बड़ा बयान (Getty Images)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Jan 4, 2025, 5:10 PM IST

चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया था. दुनिया भर में कई लोगों की मौत कोविड की वजह से हुई थै. इसी बीच अब कोरोना जैसे एक और वायरस के आने की बात की जा रही है. ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) इस समय चीन में तेजी से फैल रहा है. देशभर के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है. चीन में इस नए वायरस की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नया वायरस एचएमपीवी चीन में तेजी से फैल रहा है. यह भी दावा किया जाता है कि देश के अस्पतालों में शवों को कब्रिस्तान की तरह देखा जाता है. कई लोग इस वायरस से संक्रमित नजर आ रहे हैं. चीन में अस्पतालों में भीड़भाड़ के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिससे दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है। कहा जा रहा है कि एचएमपीवी, कोरोना और माइकोप्लाज्मा निमोनिया जैसी बीमारियां भी तेजी से फैल रही हैं. तो चीन में सिस्टम अलर्ट मोड पर आ गया है.

HMPV से बढ़ी लोगों की टेंशन
कोरोना के ठीक पांच साल बाद चीन में HMPV ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. बता दें, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक आरएनए वायरस है. इसकी खोज सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने की थी. इस वायरस की जानकारी सांस की समस्या से जूझ रहे बाल रोगियों के नमूनों का परीक्षण करते समय सामने आई. इस बीच तत्कालीन शोधकर्ताओं ने दावा किया कि यह वायरस पिछले 6 दशकों से अस्तित्व में है. इस वायरस के संक्रमण के बाद सांस लेना मुश्किल हो जाता है. यह वायरस मुख्य रूप से खांसने और छींकने के बाद तेजी से फैलता है.

किन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है
यह वायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है. चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने बताया कि यह बीमारी दिसंबर के अंत में 14 वर्ष और उससे कम उम्र के बच्चों में दिखाई दी थी. मतलब साफ है कि यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में तेजी से फैलता है. यह वायरस श्वसन पथ के माध्यम से फैलता है और सीधे संपर्क जैसे हाथ मिलाने या दूषित वस्तुओं को छूने से भी फैल सकता है.

भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा चिंता की कोई बात नहीं है

इस बीच, चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के फैलने की खबरों के बीच, भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पड़ोसी देश में फैल रहा वायरस सामान्य खांसी, सर्दी और किसी अन्य श्वसन वायरस की तरह है, यह कोई नई महामारी नहीं है. इस वायरस से डरने और चिंता करने की कोई बात नहीं है. एचएमपीवी चीन में किसी अन्य श्वसन वायरस की तरह फैल रहा है जो सर्दी, खांसी जैसी समस्याएं पैदा करता है, इससे डरने की जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य निदेशालय के डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि ठंड के मौसम में श्वसन संक्रमण आमतौर पर सामान्य होता है. ऐसे में नियमित सावधानी बरतनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

अपना बचाव कैसे करें?:

  • बार-बार साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं
  • बिना हाथ धोए अपनी आंख, नाक और मुंह को न छुएं
  • संक्रमित लोगों से दूर रहें
  • सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों को मास्क पहनना चाहिए
  • खांसते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढक लें
  • वायरस से संक्रमित लोगों को बाहर नहीं जाना चाहिए

उपचार: विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में एचएमपीवी के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार नहीं है. मालूम हो कि अभी तक कोई वैक्सीन विकसित नहीं हुई है. उनका कहना है कि बीमारी के लक्षण के अनुसार ही चिकित्सकीय उपचार करना चाहिए.

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चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल गया था. दुनिया भर में कई लोगों की मौत कोविड की वजह से हुई थै. इसी बीच अब कोरोना जैसे एक और वायरस के आने की बात की जा रही है. ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) इस समय चीन में तेजी से फैल रहा है. देशभर के अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखने को मिल रही है. चीन में इस नए वायरस की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नया वायरस एचएमपीवी चीन में तेजी से फैल रहा है. यह भी दावा किया जाता है कि देश के अस्पतालों में शवों को कब्रिस्तान की तरह देखा जाता है. कई लोग इस वायरस से संक्रमित नजर आ रहे हैं. चीन में अस्पतालों में भीड़भाड़ के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिससे दुनिया भर में चिंता बढ़ गई है। कहा जा रहा है कि एचएमपीवी, कोरोना और माइकोप्लाज्मा निमोनिया जैसी बीमारियां भी तेजी से फैल रही हैं. तो चीन में सिस्टम अलर्ट मोड पर आ गया है.

HMPV से बढ़ी लोगों की टेंशन
कोरोना के ठीक पांच साल बाद चीन में HMPV ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. बता दें, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक आरएनए वायरस है. इसकी खोज सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने की थी. इस वायरस की जानकारी सांस की समस्या से जूझ रहे बाल रोगियों के नमूनों का परीक्षण करते समय सामने आई. इस बीच तत्कालीन शोधकर्ताओं ने दावा किया कि यह वायरस पिछले 6 दशकों से अस्तित्व में है. इस वायरस के संक्रमण के बाद सांस लेना मुश्किल हो जाता है. यह वायरस मुख्य रूप से खांसने और छींकने के बाद तेजी से फैलता है.

किन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है
यह वायरस विशेष रूप से छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है. चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने बताया कि यह बीमारी दिसंबर के अंत में 14 वर्ष और उससे कम उम्र के बच्चों में दिखाई दी थी. मतलब साफ है कि यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों में तेजी से फैलता है. यह वायरस श्वसन पथ के माध्यम से फैलता है और सीधे संपर्क जैसे हाथ मिलाने या दूषित वस्तुओं को छूने से भी फैल सकता है.

भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा चिंता की कोई बात नहीं है

इस बीच, चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के फैलने की खबरों के बीच, भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पड़ोसी देश में फैल रहा वायरस सामान्य खांसी, सर्दी और किसी अन्य श्वसन वायरस की तरह है, यह कोई नई महामारी नहीं है. इस वायरस से डरने और चिंता करने की कोई बात नहीं है. एचएमपीवी चीन में किसी अन्य श्वसन वायरस की तरह फैल रहा है जो सर्दी, खांसी जैसी समस्याएं पैदा करता है, इससे डरने की जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य निदेशालय के डॉ. अतुल गोयल ने कहा कि ठंड के मौसम में श्वसन संक्रमण आमतौर पर सामान्य होता है. ऐसे में नियमित सावधानी बरतनी चाहिए और यदि आवश्यक हो तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.

अपना बचाव कैसे करें?:

  • बार-बार साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं
  • बिना हाथ धोए अपनी आंख, नाक और मुंह को न छुएं
  • संक्रमित लोगों से दूर रहें
  • सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों को मास्क पहनना चाहिए
  • खांसते या छींकते समय अपना मुंह और नाक ढक लें
  • वायरस से संक्रमित लोगों को बाहर नहीं जाना चाहिए

उपचार: विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान में एचएमपीवी के लिए कोई विशिष्ट एंटीवायरल उपचार नहीं है. मालूम हो कि अभी तक कोई वैक्सीन विकसित नहीं हुई है. उनका कहना है कि बीमारी के लक्षण के अनुसार ही चिकित्सकीय उपचार करना चाहिए.

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