समस्तीपुरः बिहार महासमर 2020 के आगाज के साथ विपक्ष लगातार सरकार की जल जीवन हरियाली योजना को लेकर निशाना साध रहा है. जिले के मोरवा विधानसभा क्षेत्र के रामापुर महेशपुर पंचायत में पर्यावरण संरक्षण को लेकर चलाई जा रही योजना के तहत करोड़ो रूपये खर्च किए गए, लेकिन कुछ ही महीनों में यह धरातल पर दम तोड़ती नजर आ रही है.
48 लाख रूपये की योजना का उद्घाटन
मोरवा विधानसभा के रामापुर महेशपुर पंचायत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने12 दिसंबर 2019 को करीब एक करोड़ 48 लाख रूपये की योजना का उद्घाटन किया था. इसके तहत पुराने जंगलाही पोखर का सौंदर्यीकरण, इसके आसपास बैठक, जिम, सामुदायिक भवन, पानी टंकी, शौचालय, पोखर के चारों तरफ खूबसूरत टाइल्स से बना जॉगिंग ट्रैक आदि बनाए गए थे. लेकिन महज कुछ ही महीनों के अंदर यहां की तस्वीर अपने हाले दुर्दशा की गाथा बयां कर रही है.
जंगल मे तब्दील हुआ जिम
पोखर के चारो तरफ टाइल्स लगे ट्रैक मिट्टी में धंस गए, खूबसूरत दिवाल धराशायी हो गया, जिम , बैठक, सामुदायिक भवन और शौचालय सभी जंगल मे तब्दील हो गए. साथ ही यहां साफ सफाई के लिए नियुक्त किए घए कर्मियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पोखर के आसपास साफ सफाई का काम हमलोग करते हैं. पौधे लगाने से लेकर उनकी देखभाल करने काम काम भी दिया गया है, लेकिन कई महीनों से वेतन नहीं मिला है. -प्रमिला देवी, सफाईकर्मी
अधिकारियों की लापरवाही
गौरतलब है जल जीवन हरियाली योजना की देखरेख व अन्य विकास के कामों को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी. इसमें संबंधित अधिकारी और स्थानीय लोग शामिल है, लेकिन यहां किए गए कामों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.