सहरसाः बिहार में शिक्षक बहाली (teacher recruitment in bihar) को लेकर प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है. सहरसा में भी दूसरे दिन अव्यवस्था के बीच प्रमाण पत्र का वेरिफिकेशन किया गया. बीपीएससी के निर्देश के आलोक में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय अध्यापक के लिए सोमवार से ही वेरिफिकेशन का काम शुरू है. सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे अपराह्न प्रमाण पत्र सत्यापन कार्य खेलभवन के उपरी मंजिल में हो रही है.
यह भी पढ़ेंः Bihar Teacher Recruitment: शिक्षक बहाली को लेकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शुरू, पहले दिन ही दिखी परेशानी
10 काउंटर बनाए गएः सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए केंद्र पर कुल 10 काउंटर सामान्य वर्ग व एक स्पेशल काउंटर दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए बनाए गए हैं. प्रत्येक काउंटर पर दो कर्मी को तैनात हैं. इसके लिए दंडाधिकारी के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम को तैनात किया गया है. बावजूद अफरा-तफरी व अव्यवस्था का माहौल देखने को मिला. भीषण गर्मी के बावजूद अभ्यर्थियों के लिए एक पंखा भी नदारद रहा. गर्मी से परेशान अभ्यर्थियों का हाल बेहाल है.
"अव्यवस्था के माहौल में काउंसिलिंग करवाना पड़ा है. व्यवस्था का आभाव दिखा. फार्म भरने के दौरान जो दस्तावेज अपलोड किया गया था, उसी का मूल प्रमाण पत्र सत्यापित किया गया. समस्या हो रही है, लेकिन इसी में करना पड़ रहा है." - निवेदिता भारती, काउंसलिंग मेंबर
12 सितंबर तक चलेगा वेरिफिकेशनः सत्यापन कार्य के संपूर्ण प्रभार में मौजूद डीपीओ मो. जियाउल होदा खां हैं. केंद्र मौजूद अव्यवस्था को उन्होंने साफ नकार दिया. कहा कि काउंटर पर पूरी व्यवस्था की गई है. भीड़ इसलिए अधिक दिख रही है कि एक अभ्यर्थी के साथ तीन तीन लोग आए हुए हैं. पंखा, पानी की व्यवस्था की गई है. अभ्यर्थियों की सुविधा का ख्याल रखा जा रहा है. बता दें कि पहले दिन 276 में 256 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जांच की गई. यह प्रक्रिया 12 सितंबर तक चलेगी.
"कुल 10 काउंटर सामान्य वर्ग व एक स्पेशल काउंटर दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए बनाए गए हैं. अभ्यर्थियों की सुविधा का ख्याल रखते हुए कुर्सी, पेयजल की व्यवस्था की गई है. पंखा की भी व्यवस्था की गई है." -मो. जियाउल होदा खां, डीपीओ