रोहतास: जिला मुख्यालय से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर तुतला वाटरफॉल पर्यटकों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है. यहां बिहार के अलावा दूसरे राज्यों से लोग वाटरफॉल का आनंद लेने के लिए पहुंते हैं. लेकिन इन जगहों पर अगर प्रशासन की थोड़ी नजर पड़ जाए तो यहां रोजगार का बड़ा अवसर लोगों को प्राप्त हो सकता है.
कैमूर पहाड़ी की गोद में बसा तुतला वाटरफॉल प्राकृतिक सौंदर्य का नया तोहफा है. जिला मुख्यालय से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर तिलौथू प्रखंड में मौजूद तुतला वाटरफॉल घूमने के लिए बिहार समेत दूसरे राज्यों से यहां पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में रोहतास जिला के कैमूर पहाड़ी की गोद में बसा वाटरफॉल लोगों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है.
पर्यटक लेते हैं झरने का आनंद
ऐसा खूबसूरत मंजर देहरादून और शिमला जैसी पहाड़ी वादियों में ही देखने को मिलता है. प्राकृतिक के इस नायाब जगह पर बरसात होते ही झरने की तेज बहाव शुरू हो जाता है, जो पर्यटकों को खूब लुभाता है. पर्यटक स्थल झरने में नहाकर आनंद लेते हैं. इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिए वन विभाग की ओर से लक्ष्मण झूले का भी निर्माण कराया जा रहा है. ताकि पर्यटक को लक्ष्मण झूले के सहारे तुतला भवानी मां का दर्शन भी कराया जा सके.
पर्यटकों ने दी जानकारी
वहीं आरा से घूमने आ एक पर्यटक ने बताया कि तुतला वाटरफॉल में सुरक्षा की कमी है. ऐसे में लोगों के लिए वाटरफॉल कभी-कभी मुसीबत बन जाती है. उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर इस जगह पर रेस्टोरेंट और मार्केट खोल दे तो यहां काफी लोगों को रोजगार मिल सकता है. इसके अलावा सासाराम से घूमने आए पर्यटक चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि प्रशासन इस जगह को विकसित करें, तो यह बड़े पर्यटक स्थल के रूप में उभर सकता है. पर्यटकों का कहना है कि यहां पर कई लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जा सकता है. जाहिर है कि तुतला वाटर फॉल में कई तरह की कमियां है.
रोजगार का अवसर हो सकता है प्राप्त
बता दें कि बाहर से घूमने आए पर्यटकों को खाने का उचित प्रबंध ना होने से उन्हें काफी परेशान होना पड़ता है. वहीं दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को यहां ठहरने का कोई प्रबंध नहीं है. ऐसे में लोग शाम होते ही इस जगह से वापस चले जाते हैं. ऐसे में अगर जिला प्रशासन की ओर से होटल और रेस्टोरेंट का निर्माण कराया जाए तो कई पर्यटक इसका सीधे लाभ पहुंचेगा. साथ ही लोगों को रोजगार का भी अवसर प्राप्त होगा.
सुविधा के अभाव में पर्यटक स्थल
बहरहाल रोहतास जिले में कैमूर पहाड़ी में कई ऐसे अभी वाटरफॉल मौजूद हैं. जिन्हें विकसित किया जाए तो बड़े पैमाने पर पर्यटक स्थल के रूप में उभर सकते हैं. लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में पर्यटक इस खूबसूरत वादियों से नजदीकियां नहीं बना पा रहे हैं.