रोहतास: जिले में आंगनबाड़ी केंद्रों में जांच के नाम पर सेविकाओं से प्रति केंद्र 3000 की उगाही का मामला सामने आया है. बहुत दिनों से दबी जुबान में पर्दे के पीछे यह चल रहा था, लेकिन अब यह गोरखधंधा सरेआम हो गया है.
क्या है पूरा मामला
डालमियानगर स्थित दलित बस्ती में संचालित एक आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका ने सीडीपीओ पर धांधली का आरोप लगाया है. सेविका ने सीडीपीओ पर 3000 प्रतिमाह वसुलने का आरोप लगाया है. साथ ही रकम नहीं देने पर जांच के नाम पर परेशान करने तथा पोषाहार से संबंधित रजिस्टर जब्त करने का भी गंभीर आरोप लगाया है.
धांधली का आरोप
बताया गया है कि सिर्फ डेहरी सदर में 92 आंगनबाड़ी केंद्र हैं इस लिहाज से प्रति केंद्र 3000 के हिसाब से जोड़ा जाए तो 2,70,000 प्रति महीने की उगाही होती है. जिस का हिस्सा ऊपर तक पहुंचता है. आरोप यह भी है कि जो आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका सहायिका उक्त राशि को नहीं जमा करती हैं उनके यहां जांच या अन्य अनिमियतता का आरोप लगा कर परेशान किया जाता है.
सेविका का खुलासा
सेविका ने इस बात का भी खुलासा किया है कि सीडीपीओ मैडम पैसे उगाही के लिए औरंगाबाद के रहने वाले एक शख्स से रुपए की वसूली कराती हैं. आरोप लगाने वाली सेविका संध्या देवी ने इस मामले की फोन रिकॉर्डिंग होने की भी बात कही है.
CDPO ने किया आरोपों को खारिज
वहीं दूसरी ओर इस मामले पर डेहरी सदर की सीडीपीओ स्वाति अपने उपर लगाये गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उल्टा सेविका को ही दोषी बताने लगी. ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्रों में चल रहे इस भ्रष्टाचार के खेल और CDPO की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं.