नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के समय NDA से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया था. एक मंच पर तमाम बड़ी विपक्षी पार्टियां बीजेपी गठबंधन से मुकाबले के लिए इकट्ठा हुए थे. लोकसभा चुनाव के बाद यह गठबंधन बिखरता नजर आ रहा है. अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, उमर अबदुल्लाह और संजय राउत ने इंडिया गठबंधन में टूट की ओर इशारा किया था. अब कांग्रेस ने इंडिया ब्लॉक की रणनीति पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलायी है.
इंडिया ब्लॉक एकजुट हैः कांग्रेस के नेताओं ने बुधवार को कहा कि इंडिया ब्लॉक एकजुट है. 31 जनवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के दौरान एकजुट होकर एनडीए सरकार का सामना करेगा. कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी 30 जनवरी को लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सदनों के नेताओं के साथ बैठक करेंगी. राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ 2 फरवरी को इंडिया ब्लॉक के नेताओं के साथ बैठक करेंगे, जिसमें सत्र के दौरान एनडीए सरकार के खिलाफ रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
किन मुद्दों पर होगी बैठकः कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और राज्यसभा सदस्य सैयद नसीर हुसैन ने ईटीवी भारत से कहा, विपक्ष लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दों, खासकर अर्थव्यवस्था पर दबाव, महंगाई, नौकरियों की कमी और छात्रों और किसानों की दुर्दशा का जवाब मांगना चाहता है. हुसैन ने कहा, "आज संविधान बचाने का संदेश पूरे देश में ले जाने की जरूरत है. हम संवैधानिक लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसे किसी भी कीमत पर कायम रखेंगे." चूंकि इंडिया ब्लॉक ने संविधान निर्माता बीआर अंबेडकर पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी, इसलिए सीपीपी की रणनीति बैठक इस मुद्दे की समीक्षा करेगी.
इंडिया ब्लॉक की एकता पर सवालः हाल ही में इंडिया ब्लॉक में एकता का मुद्दा सामने आया था. कांग्रेस ने 5 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आप के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया है. जबकि दोनों दलों ने लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ा था. कांग्रेस के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए न केवल आप बल्कि टीएमसी, एनसी और शिवसेना यूबीटी जैसे गठबंधन के अन्य सहयोगियों ने भी इंडिया ब्लॉक पर सवाल उठाना शुरू कर दिया था.
क्षेत्रीयों के दलों के अपने एजेंडे होते हैंः सीडब्ल्यूसी सदस्य ने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कर रही है. जबकि क्षेत्रीय दलों के अपने एजेंडे हैं. क्षेत्रीय दल कभी-कभी अपने स्थानीय एजेंडे के आधार पर बयान देते हैं. उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक का गठन 2024 के राष्ट्रीय चुनावों के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि आप ने पंजाब में अलग से लोकसभा चुनाव लड़ा था और दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली पहली पार्टी थी.
'आप' पर हमलाः हुसैन ने कहा, "आप को पहले यह बताना चाहिए कि पिछले 11 वर्षों में उसने दिल्ली में विकास के मामले में क्या किया. हम केवल स्थानीय लोगों द्वारा उठाई गई चिंताओं को उठा रहे हैं." दिलचस्प बात यह है कि संसद का बजट सत्र दिल्ली चुनाव से कुछ दिन पहले है. 27 जनवरी को मध्य प्रदेश के महू में कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण रैली होने वाली है, जहां पार्टी संविधान बचाने के लिए एक साल तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा करेगी.
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