भुवनेश्वर: मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को कहा कि ओडिशा में पढ़ रहे नेपाली छात्र राज्य के बच्चे हैं और वे पूरे सम्मान और गरिमा के साथ अपनी शिक्षा जारी रखेंगे. मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि माझी ने नेपाल के विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान यह बात कही.
उन्होंने देउबा को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (केआईआईटी) में 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र की कथित आत्महत्या और उसके बाद नेपाली छात्रों पर हमले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेगी. विज्ञप्ति में कहा गया, "राज्य सरकार (केआईआईटी में) घटनाक्रम पर कड़ी नजर रख रही है और छात्रों की आशा और विश्वास को बहाल करने के लिए सभी कदम उठाए जाएंगे.
नेपाल के विदेश मंत्री ने माझी को धन्यवाद दिया और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया. माझी ने लोक सेवा भवन स्थित अपने कक्ष में नेपाल दूतावास के अधिकारियों संजीव दास शर्मा और नवीन राज अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें बताया कि नेपाली छात्रों पर हमले की घटना के सिलसिले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
माझी ने दूतावास के अधिकारियों से कहा कि, घटना में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि, केआईआईटी परिसर में शैक्षणिक माहौल बहाल करने के लिए सरकार द्वारा सभी इंतजाम किए गए हैं.
सीएमओ के अनुसार, नेपाली अधिकारियों ने कहा कि, इस घटना में राज्य सरकार ने त्वरित कदम उठाए हैं. इससे नेपाल से आने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों को राहत मिली है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि, इसके लिए उन्होंने नेपाल सरकार की ओर से ओडिशा सरकार, खासकर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया.
सीएमओ के अनुसार, दूतावास के अधिकारियों ने आगे कहा कि नेपाल और ओडिशा के बीच पुराने संबंध हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि केआईआईटी में हुई घटनाओं के कारण यह कभी भी खराब नहीं होगा. चर्चा के दौरान ओडिशा के मुख्य सचिव मनोज आहूजा और मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव निकुंज बिहारी धल मौजूद थे.
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