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पूर्व पार्षद रिंटू सिंह हत्याकांड: सड़क पर उतर RJD ने किया चक्का जाम, लेसी सिंह के इस्तीफे की मांग - ईटीवी न्यूज़

बिहार के पूर्णिया में पूर्व पार्षद रिंटू सिंह की हत्या (Rintu Singh Murder Case) के विरोध में आरजेडी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर चक्का जाम किया. आरजेडी ने प्रदर्शन करते हुए मंत्री लेसी सिंह से इस्तीफे की मांग की है. पढ़ें पूरी खबर..

Rintu Singh Murder Case
Rintu Singh Murder Case
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Published : Nov 30, 2021, 3:27 PM IST

पूर्णिया: जिले के सरसी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों पूर्व पार्षद रिंटू सिंह की हत्या (Murder In Purnea ) कर दी गई थी. हत्याकांड के खिलाफ सड़क पर उतरी आरजेडी ने प्रदर्शन (RJD Protest In Purnea ) कर सरकार के खिलाफ नारे लगाए. विपक्ष ने बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग भी की है.

यह भी पढ़ें- VIDEO: जिला पार्षद पति हत्याकांड CCTV में कैद.. मंत्री लेसी सिंह पर लगा मर्डर करवाने का आरोप

पूर्णिया के धमदाहा विधानसभा के पूर्व आरजेडी विधायक दिलीप यादव ने कहा कि सरसी में हुई रिंटू सिंह की हत्या में प्रशासन दोषी है. वहीं मृतक की पत्नी एवं वर्तमान पार्षद ने स्थानीय थाने में अपने पति की हत्या के मामले में बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है. साथ ही साथ उनके भतीजे पर हत्या करने का आरोप है.

पूर्णिया में आरजेडी का प्रदर्शन

यह भी पढ़ें- कानून व्यवस्था पर बोले तेजस्वी- 'सही से जांच हो तो पूरी नीतीश कैबिनेट जेल में होगी'

जिसके बाद विपक्ष ने इस हत्या मामले में बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह से इस्तीफे की मांग (Demand For The Resignation Of Leshi Singh) की थी और बिहार सरकार से इस हत्या मामले की सीबीआई से जांच करवाने की बात कही थी. मगर बिहार सरकार द्वारा न तो लेसी सिंह से इस्तीफा लिया गया और ना ही इसकी जांच सीबीआई से करवाने की बात कही गई.

ये भी पढ़ें: 'रिंटू सिंह हत्याकांड में मंत्री लेसी सिंह की तत्काल गिरफ्तारी हो', सरकार से पूर्व IPS की मांग

नाराज आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को पूर्णिया में चक्का जाम करवाया. वहीं पूर्व आरजेडी विधायक ने कहा कि लेसी सिंह के पति की हत्या हुई थी, उस समय आरजेडी विधायक दिलीप यादव पर उस हत्या का आरोप लगाया गया था. जिस समय हत्या की गई थी उस वक्त बिहार में आरजेडी की सरकार थी, मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव थे.

"विपक्ष द्वारा लेसी सिंह के पति की हत्या के मामले की जांच सीबीआई द्वारा करवाई गई थी. सीबीआई ने जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिलीप यादव को बाइज्जत बरी किया था.। अगर रिंटू सिंह हत्या मामले में लेसी सिंह निर्दोष है तो, सीबीआई जांच कराने में क्या परेशानी हो रही है. सीबीआई जांच के बाद खुद दूध का दूध और पानी का पानी हो सामने आएगा. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो साफ जाहिर होता है कि यह सरकार हत्या करवाने का काम करती है."- दिलीप यादव, पूर्व आरजेडी विधायक, धमदाहा

ये भी पढ़ें: पूर्णिया मर्डर केस में तेजस्वी ने मंत्री लेसी सिंह से मांगा इस्तीफा, कहा- परिजनों की मांग पर दर्ज हो FIR

बता दें कि पूर्व जिला परिषद सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह हत्याकांड (Murder in Purnea) में मृतक की पत्नी अनुलिका सिंह व पिता मनोज कुमार सिंह ने धमदाहा से जदयू विधायक व खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह (Minister Leshi Singh) पर हत्या का आरोप लगाया है. वहीं, इस हत्याकांड के पर्दाफाश के लिए मृतक के परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है. इधर, विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की हत्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इसमें एक युवक दौड़ते हुए आता है और रिंटू सिंह को गोली मारकर भागता है. वह युवक दोबारा लौटता और फिर रिंटू सिंह को गोली मारता है.

गौरतलब है कि रिंटू सिंह पूर्व में जिला परिषद सदस्य थे. इस बार उनकी पत्नी अंगुलिका सिंह वहां से जिला परिषद सदस्य चुनी गई है. हत्या से पहले भी रिंटू सिंह ने अपराधियों द्वारा उन पर हमला करने और गोली चलाने का एक आवेदन सरसी थाना में दिया था. उसके बाद भी सरसी थाना से महज 100 मीटर दूर रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

2015 में पंचायत चुनाव में जिला परिषद से रिंटू सिंह ने अपनी सक्रिय राजनीति की शुरुआत की थी. वे जिप सदस्य के रूप में जीत दर्ज की थी. हाल में नए नगर निकाय गठन के बाद क्षेत्र के परिसीमन का स्वरूप कुछ बदल जाने के कारण उन्होंने पत्नी अनुलिका सिंह को चुनावी अखाड़े में उतारा था. जिला परिषद के चुनाव में उनकी पत्नी अनुलिका सिंह 6 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. दीपावली से एक दिन पहले 3 नवंबर की शाम मीरगंज से सरसी जाने के क्रम में विश्वजीत सिंह पर फायरिंग भी हुई थी. विश्वजीत ने आशीष सिंह उर्फ़ अटिया पर गोली चलाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था.

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पूर्णिया: जिले के सरसी थाना क्षेत्र में पिछले दिनों पूर्व पार्षद रिंटू सिंह की हत्या (Murder In Purnea ) कर दी गई थी. हत्याकांड के खिलाफ सड़क पर उतरी आरजेडी ने प्रदर्शन (RJD Protest In Purnea ) कर सरकार के खिलाफ नारे लगाए. विपक्ष ने बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफे की मांग भी की है.

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पूर्णिया के धमदाहा विधानसभा के पूर्व आरजेडी विधायक दिलीप यादव ने कहा कि सरसी में हुई रिंटू सिंह की हत्या में प्रशासन दोषी है. वहीं मृतक की पत्नी एवं वर्तमान पार्षद ने स्थानीय थाने में अपने पति की हत्या के मामले में बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है. साथ ही साथ उनके भतीजे पर हत्या करने का आरोप है.

पूर्णिया में आरजेडी का प्रदर्शन

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जिसके बाद विपक्ष ने इस हत्या मामले में बिहार सरकार की मंत्री लेसी सिंह से इस्तीफे की मांग (Demand For The Resignation Of Leshi Singh) की थी और बिहार सरकार से इस हत्या मामले की सीबीआई से जांच करवाने की बात कही थी. मगर बिहार सरकार द्वारा न तो लेसी सिंह से इस्तीफा लिया गया और ना ही इसकी जांच सीबीआई से करवाने की बात कही गई.

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नाराज आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को पूर्णिया में चक्का जाम करवाया. वहीं पूर्व आरजेडी विधायक ने कहा कि लेसी सिंह के पति की हत्या हुई थी, उस समय आरजेडी विधायक दिलीप यादव पर उस हत्या का आरोप लगाया गया था. जिस समय हत्या की गई थी उस वक्त बिहार में आरजेडी की सरकार थी, मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव थे.

"विपक्ष द्वारा लेसी सिंह के पति की हत्या के मामले की जांच सीबीआई द्वारा करवाई गई थी. सीबीआई ने जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर दिलीप यादव को बाइज्जत बरी किया था.। अगर रिंटू सिंह हत्या मामले में लेसी सिंह निर्दोष है तो, सीबीआई जांच कराने में क्या परेशानी हो रही है. सीबीआई जांच के बाद खुद दूध का दूध और पानी का पानी हो सामने आएगा. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो साफ जाहिर होता है कि यह सरकार हत्या करवाने का काम करती है."- दिलीप यादव, पूर्व आरजेडी विधायक, धमदाहा

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बता दें कि पूर्व जिला परिषद सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह हत्याकांड (Murder in Purnea) में मृतक की पत्नी अनुलिका सिंह व पिता मनोज कुमार सिंह ने धमदाहा से जदयू विधायक व खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह (Minister Leshi Singh) पर हत्या का आरोप लगाया है. वहीं, इस हत्याकांड के पर्दाफाश के लिए मृतक के परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की है. इधर, विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की हत्या का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. इसमें एक युवक दौड़ते हुए आता है और रिंटू सिंह को गोली मारकर भागता है. वह युवक दोबारा लौटता और फिर रिंटू सिंह को गोली मारता है.

गौरतलब है कि रिंटू सिंह पूर्व में जिला परिषद सदस्य थे. इस बार उनकी पत्नी अंगुलिका सिंह वहां से जिला परिषद सदस्य चुनी गई है. हत्या से पहले भी रिंटू सिंह ने अपराधियों द्वारा उन पर हमला करने और गोली चलाने का एक आवेदन सरसी थाना में दिया था. उसके बाद भी सरसी थाना से महज 100 मीटर दूर रिंटू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

2015 में पंचायत चुनाव में जिला परिषद से रिंटू सिंह ने अपनी सक्रिय राजनीति की शुरुआत की थी. वे जिप सदस्य के रूप में जीत दर्ज की थी. हाल में नए नगर निकाय गठन के बाद क्षेत्र के परिसीमन का स्वरूप कुछ बदल जाने के कारण उन्होंने पत्नी अनुलिका सिंह को चुनावी अखाड़े में उतारा था. जिला परिषद के चुनाव में उनकी पत्नी अनुलिका सिंह 6 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. दीपावली से एक दिन पहले 3 नवंबर की शाम मीरगंज से सरसी जाने के क्रम में विश्वजीत सिंह पर फायरिंग भी हुई थी. विश्वजीत ने आशीष सिंह उर्फ़ अटिया पर गोली चलाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था.

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