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पूर्णिया: कोसी स्नातक से एनके यादव ने किया नामांकन, दोहरी जीत का किया दावा

पूर्व एमएलसी डॉ. एनके यादव कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव में अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए 80 फीसदी वोटों से जीतने का किया.

एनके यादव
एनके यादव
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Published : Oct 4, 2020, 8:22 AM IST

पूर्णिया: कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव में नामांकन पर्चा भरने के बाद भाजपा से पूर्व एमएलसी डॉ. एनके यादव ने फिर से जीत का दावा करते हुए कहा कि बीते 6 साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने अपने क्षेत्र में कई विकास कार्य किये हैं. उन्होंने कहा कि अगर जनता इस बार भी उन्हें मौका देती है, तो वे कोसी स्नातक क्षेत्र के सभी 14 जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई अहम कदम उठाएंगें.

80 फीसदी वोटों से जीतने का किया दावा
एनके यादव ने आगे कहा कि इससे पहले के विधान परिषद के चुनाव में उन्होंने पहले राउंड के वोटों की गिनती में ही जीत हासिल की थी. उस दौरान भाजपा, जदयू और राजद ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा कि इस बार वे एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. उन्होंने 80 फीसदी से अधिक वोटों से जितने का दावा भी किया.

'गरीबों को शिक्षा से जोड़ा'
पूर्व एमएलसी ने अपने बीते 6 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोसी स्नातक क्षेत्र के सभी 14 जिलों में कई नवीनतम परिवर्तन किए है. बेरोजगार ग्रैजुएट को उन्होंने रोजगार के मौके उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने आगे कहा कि शहर हो या गांव में रहने वाले, गरीब, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक या फिर आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य जाती के लोग उन्होंने ऐसे सभी लोगों का समान रूप से शिक्षा से जोड़ने का काम किया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'रोजगारपरक शिक्षा के लिए उठाएंगे कदम'
उन्होंने आगे कहा कि उनके साकारात्मक कदम के कारण कोसी निर्वाचन क्षेत्र के सुदूर बस्तियों में तकनीकी और रोजगारपरक शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराए गए. राजग समर्थित उम्मीदवार ने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोसी निर्वाचन क्षेत्र में जो युगांतरकारी परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं, यह उनके बीते 6 साल की मेहनत का परिणाम है. उन्होंने कहा कि आगे उनका अहम मकसद बेहतर पुस्तकालय की स्थापना करना होगा और शिक्षा क्षेत्र में कई नवीन प्रयोग किए जाएंगे. जिससे बेरोजगारी के खात्मे के साथ ही पलायन की समस्या भी मिट जाएगी.

22 अक्टूबर को होगा मतदान
बता दें कि बिहार विधान परिषद के चुनाव को लेकर 22 अक्टूबर को मतदान होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है. नामांकन पत्रों की जांच 6 अक्टूबर और नामांकन पत्रों की वापसी की अंतिम तिथि 08 अक्टूबर निर्धारित की गई है. आयोग के अनुसार इन सीटों के लिए 22 अक्टूबर को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा. 12 नवंबर को मतगणना के बाद परिणाम जारी कर दिए जाएंगे. इस चुनाव को लेकर भी कोरोना से बचाव को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा.

पूर्णिया: कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव में नामांकन पर्चा भरने के बाद भाजपा से पूर्व एमएलसी डॉ. एनके यादव ने फिर से जीत का दावा करते हुए कहा कि बीते 6 साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने अपने क्षेत्र में कई विकास कार्य किये हैं. उन्होंने कहा कि अगर जनता इस बार भी उन्हें मौका देती है, तो वे कोसी स्नातक क्षेत्र के सभी 14 जिलों में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए कई अहम कदम उठाएंगें.

80 फीसदी वोटों से जीतने का किया दावा
एनके यादव ने आगे कहा कि इससे पहले के विधान परिषद के चुनाव में उन्होंने पहले राउंड के वोटों की गिनती में ही जीत हासिल की थी. उस दौरान भाजपा, जदयू और राजद ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. उन्होंने कहा कि इस बार वे एनडीए प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. उन्होंने 80 फीसदी से अधिक वोटों से जितने का दावा भी किया.

'गरीबों को शिक्षा से जोड़ा'
पूर्व एमएलसी ने अपने बीते 6 साल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोसी स्नातक क्षेत्र के सभी 14 जिलों में कई नवीनतम परिवर्तन किए है. बेरोजगार ग्रैजुएट को उन्होंने रोजगार के मौके उपलब्ध कराए हैं. उन्होंने आगे कहा कि शहर हो या गांव में रहने वाले, गरीब, पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक या फिर आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य जाती के लोग उन्होंने ऐसे सभी लोगों का समान रूप से शिक्षा से जोड़ने का काम किया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'रोजगारपरक शिक्षा के लिए उठाएंगे कदम'
उन्होंने आगे कहा कि उनके साकारात्मक कदम के कारण कोसी निर्वाचन क्षेत्र के सुदूर बस्तियों में तकनीकी और रोजगारपरक शिक्षा के अवसर उपलब्ध कराए गए. राजग समर्थित उम्मीदवार ने आगे कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोसी निर्वाचन क्षेत्र में जो युगांतरकारी परिवर्तन दिखाई दे रहे हैं, यह उनके बीते 6 साल की मेहनत का परिणाम है. उन्होंने कहा कि आगे उनका अहम मकसद बेहतर पुस्तकालय की स्थापना करना होगा और शिक्षा क्षेत्र में कई नवीन प्रयोग किए जाएंगे. जिससे बेरोजगारी के खात्मे के साथ ही पलायन की समस्या भी मिट जाएगी.

22 अक्टूबर को होगा मतदान
बता दें कि बिहार विधान परिषद के चुनाव को लेकर 22 अक्टूबर को मतदान होगा. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है. नामांकन पत्रों की जांच 6 अक्टूबर और नामांकन पत्रों की वापसी की अंतिम तिथि 08 अक्टूबर निर्धारित की गई है. आयोग के अनुसार इन सीटों के लिए 22 अक्टूबर को सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा. 12 नवंबर को मतगणना के बाद परिणाम जारी कर दिए जाएंगे. इस चुनाव को लेकर भी कोरोना से बचाव को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा.

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