पूर्णिया: उत्पाद विभाग के हाजत में कैदी की हुई संदिग्ध मौत के बाद जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. मौत के घंटों बाद भी शव ना सौंपे जाने से नाराज लोगों ने आस्था मंदिर रोड़ को पूरी तरह जाम कर दिया है.
पुलिस के खिलाफ नारेबाजी
मृतक दीपक की मौत से नाराज ग्रामीणों ने टायर जलाकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. वहीं मृतक की मौत को लेकर परिजनों ने उत्पाद विभाग पर गई गंभीर आरोप लगाये हैं. मृतक के परिजनों का गुस्सा तब सातवें आसमान पर पंहुच गया, जब मृतक की आत्महत्या की कहानी बताकर मौके पर मौजूद आलाधिकारियों ने घंटों बाद भी मृतक दीपक कुमार सिंह का शव देखने नहीं दिया.
परिजनों ने किया हंगामा
घटना के घंटों बीत जाने के बाद भी प्रशासन के ढिलमुल रवैये से आक्रांत परिजनों ने आस्था मंदिर रोड़ को पूरी तरह जाम कर दिया है. नाराज परिजनों ने पुलिस बैरिकेडिंग, व्हील बोर्ड और बाइक से आस्था मंदिर चौक को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया है.
उत्पाद विभाग ने किया था गिरफ्तार
टायर फूंककर परिजनों और ग्रामीणों ने प्रदर्शन और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. बता दें शुक्रवार देर रात दीपक कुमार सिंह नाम के युवक को स्कूटी से शराब की बोतलें ले जाते हुए पकड़ा गया था. जिसके बाद युवक को गिरिजा मोड़ रोड स्थित उत्पाद विभाग लाकर हाजत में रखा गया था.
शुक्रवार सुबह युवक के हाजत में आत्मदाह की खबर सामने आई. जिसके बाद से परिजन अब तक दीपक का शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी पुलिस का कोई भी पदाधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
50 हजार रुपये की डिमांड
मरंगा निवासी मृतक दीपक के परिजनों ने उत्पाद विभाग के पुलिसकर्मियों और पदाधिकारियों पर युवक के साथ मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है. मृतक के परिजनों के मुताबिक दीपक को छोड़ने के लिए उत्पाद विभाग की ओर से 50 हजार रुपये की डिमांड रखी गई थी. जिसे वे पूरा नहीं कर पा रहे थे.
पुलिस की संदिग्ध स्थिति
इस बाबत घटना की सूचना मिलने के बाद से पूर्णिया सदर के प्रत्याशियों के पंहुचने का सिलसिला जारी है. लिहाजा इसी क्रम में सदर से प्रत्याशी इंदु सिन्हा और मनोज ठाकुर मृतक के परिजनों को संतावना देने पंहुचे. मृतक की मौत को लेकर सीबीआई जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना में पुलिस की संदिग्ध स्थिति की जांच होनी चाहिए.
मुआवजा देने की मांग
इस मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ ही मृतक के परिजनों के लिए समुचित मुआवजे और सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की गई है. फिलहाल हंगामे को देखते हुए पुलिस घटनास्थल पर पंहुचकर लोगों को शांत करने में जुट गई है.