पटना: बिहार सरकार के कृषि विभाग (Agriculture Department) की ओर से राजधानी पटना में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जल जीवन हरियाली अभियान के तहत सूक्ष्म सिंचाई पद्धति पर चर्चा की गई. कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के नेतृत्व में कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें कृषि विभाग के प्रधान सचिव डॉ. बी. राजेंद्र व किसान शामिल हुए.
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कृषि विभाग की ओर से कार्यशाला का आयोजन: कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने कहा कि किसानों को किसानी के लिए सभी सुविधा उपलब्ध हो. इसके लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है. छोटे किसान हो या बड़े किसान उनकी आमदनी का जरिया बने. इसके लिए भी कृषि विभाग लगातार काम कर रही है. इस कार्यशाला के माध्यम से हम अधिकारी और किसान आपस में समन्वय बैठा कर काम कैसे करें. इस पर परिचर्चा कर रहे हैं. आने वाले समय में किसानों को अधिक लाभ सरकार के माध्यम से मिल सके. इसकी भी योजना बनाने के लिए हम लोग काम कर रहे हैं.
"किसानों को किसानी के लिए सभी सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए हमारी सरकार लगातार काम कर रही है. छोटे किसान हो या बड़े किसान उनकी आमदनी का जरिया बने. इसके लिए भी कृषि विभाग लगातार काम कर रही है. हम अधिकारी और किसान आपस में समन्वय बैठा कर काम कैसे करें." -कुमार सर्वजीत, कृषि मंत्री
सूक्ष्म सिंचाई पद्धति पर चर्चा: कार्यशाला के माध्यम से जल जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत सूक्ष्म सिंचाई पद्धति पर चर्चा की गई. जिसमें लगभग 7% जल की बचत 25 से 30% उर्वरक की खपत में कमी 30 से 35% लागत में कमी तथा 25 से 35% अधिक उत्पादन एवं बेहतर गुणवत्ता के फसल का उत्पादन कैसे हो इस पर परिचर्चा की गई. सरकार द्वारा किसानों के ड्रीम्स सिंचाई पद्धति कृषि ओं की रूचि बढ़ाने के लिए बिहार सरकार द्वारा सभी श्रेणी के किसानों को 90% अनुदान उपलब्ध हो.
सामूहिक नलकूप योजना का लाभ: सात निश्चय पार्ट टू योजना के तहत सिंचाई पद्धति अपनाने वाले न्यूनतम 5 किसानों के समूह द्वारा कम से कम 1.5 हेक्टेयर रकबा में यंत्र अधिष्ठान करने पर किसानों को जल स्रोत सृजन हेतु 80% अनुदान पर सामूहिक नलकूप की व्यवस्था कराने का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें कुल 906 समूह को सामूहिक नलकूप योजना का लाभ दिया जा सके. ड्रीम सिंचाई अपनाने वाले एकल कृषि को भी जल स्रोत एवं सृजन के लिए व्यक्तिगत नलकूप के अधिष्ठापन पर अधिकतम ₹40000 अनुदान सभी श्रेणी के कृषकों के लिए उपलब्ध हो इस पर चर्चा की गई.