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Same Sex Marriage: समलैंगिक कानून के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद ने राष्ट्रपति के नाम बिहार राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

पटना में विश्व हिंदू परिषद ने समलैंगिक कानून के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ आर एन सिंह ने कहा कि यह समाज के ठीक नहीं है. कोर्ट को कोर्ट को आतुरता नहीं दिखानी चाहिए. इसके लिए ज्ञापन दिया गया है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Jun 2, 2023, 8:21 PM IST

पटना में विश्व हिंदू परिषद ने समलैंगिक कानून के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा

पटनाः देश में समलैंगिक कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रही है. विश्व हिन्दू परिषद इसका हमेशा से विरोध करते रहा है. शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ आर एन सिंह के नेतृत्व में दर्जनों सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के 100 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को समलैंगिक कानून के खिलाफ हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समलैंगिक विवाह को कानूनी वैधता देने की याचिका पर हो रही सुनवाई पर समाज की चिंताओं से राष्ट्रपति को अवगत कराने का अनुरोध किया गया है.

यह भी पढ़ेंः Lesbian Love:आयुषी और पिंकी की प्रेम कहानी के बीच परिजन बने विलेन, जानिए कोर्ट का फैसला?


जजमेंट देने की तैयारी में कोर्टः विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ आर एन सिंह ने कहा कि बिहार के हिंदू संगठनों द्वारा और एक विचार के लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा राज्यपाल को समलैंगिक कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा गया है. लगभग 70 संस्थाओं से 100 सदस्यीय लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे हुए थे. राज्यपाल के माध्यम से अपनी चिंताओं से अवगत कराया है कि समलैंगिक कानून से परिवार जैसी संस्था को नष्ट होने का खतरा है. समलैंगिक कानून के ऊपर सुप्रीम कोर्ट जिस आतुरता से सुनवाई कर रही है और जजमेंट देने की तैयारी में है, यह गलत है.

कोर्ट को आतुरता नहीं दिखानी चाहिएः उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय समाज में अन्य भी बहुत सारी जरूरी मुद्दे हैं और समस्याएं हैं, जिस पर सुप्रीम कोर्ट को सुनवाई करनी चाहिए, लेकिन समलैंगिक कानून जैसी समस्याएं जिससे हिंदू समाज और अन्य समाज को भी खतरा है, इसके सुनवाई के लिए इतनी आतुरता नहीं दिखानी चाहिए. डॉ आरएन सिंह ने कहा कि उन लोगों ने राष्ट्रपति महोदया को राज्यपाल के माध्यम से एक ज्ञापन दिया है, जिसमें उन लोगों ने इस बात को पूर्ण रूप से स्पष्ट किया है कि समलैंगिक विवाह या समलैंगिक जोड़ों को शादी की मान्यता देना समाज के लिए घातक होगा.

"विश्व हिंदू परिषद लव जिहाद और समलैंगिक कानून का शुरू से विरोध करते रहा है, लेकिन अभी समलैंगिक कानून को लेकर ही ज्ञापन सौंपा गया है. विश्व हिंदू परिषद मुस्लिम कट्टरता और लव जिहाद के खिलाफ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय से उनकी सकारात्मक बात हुई है और राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके ज्ञापन को पढ़कर वह महामहिम राष्ट्रपति महोदया तक पहुंचाने का भी काम करेंगे." -डॉ आर एन सिंह, केंद्रीय अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद

पटना में विश्व हिंदू परिषद ने समलैंगिक कानून के खिलाफ राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा

पटनाः देश में समलैंगिक कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रही है. विश्व हिन्दू परिषद इसका हमेशा से विरोध करते रहा है. शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ आर एन सिंह के नेतृत्व में दर्जनों सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के 100 सदस्य प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को समलैंगिक कानून के खिलाफ हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समलैंगिक विवाह को कानूनी वैधता देने की याचिका पर हो रही सुनवाई पर समाज की चिंताओं से राष्ट्रपति को अवगत कराने का अनुरोध किया गया है.

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जजमेंट देने की तैयारी में कोर्टः विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ आर एन सिंह ने कहा कि बिहार के हिंदू संगठनों द्वारा और एक विचार के लोगों के एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा राज्यपाल को समलैंगिक कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा गया है. लगभग 70 संस्थाओं से 100 सदस्यीय लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे हुए थे. राज्यपाल के माध्यम से अपनी चिंताओं से अवगत कराया है कि समलैंगिक कानून से परिवार जैसी संस्था को नष्ट होने का खतरा है. समलैंगिक कानून के ऊपर सुप्रीम कोर्ट जिस आतुरता से सुनवाई कर रही है और जजमेंट देने की तैयारी में है, यह गलत है.

कोर्ट को आतुरता नहीं दिखानी चाहिएः उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय समाज में अन्य भी बहुत सारी जरूरी मुद्दे हैं और समस्याएं हैं, जिस पर सुप्रीम कोर्ट को सुनवाई करनी चाहिए, लेकिन समलैंगिक कानून जैसी समस्याएं जिससे हिंदू समाज और अन्य समाज को भी खतरा है, इसके सुनवाई के लिए इतनी आतुरता नहीं दिखानी चाहिए. डॉ आरएन सिंह ने कहा कि उन लोगों ने राष्ट्रपति महोदया को राज्यपाल के माध्यम से एक ज्ञापन दिया है, जिसमें उन लोगों ने इस बात को पूर्ण रूप से स्पष्ट किया है कि समलैंगिक विवाह या समलैंगिक जोड़ों को शादी की मान्यता देना समाज के लिए घातक होगा.

"विश्व हिंदू परिषद लव जिहाद और समलैंगिक कानून का शुरू से विरोध करते रहा है, लेकिन अभी समलैंगिक कानून को लेकर ही ज्ञापन सौंपा गया है. विश्व हिंदू परिषद मुस्लिम कट्टरता और लव जिहाद के खिलाफ काम कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय से उनकी सकारात्मक बात हुई है और राज्यपाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनके ज्ञापन को पढ़कर वह महामहिम राष्ट्रपति महोदया तक पहुंचाने का भी काम करेंगे." -डॉ आर एन सिंह, केंद्रीय अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद

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