ETV Bharat / state

क्या UP के बाद बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर लगेगी रोक? गिरिराज सिंह ने लिखा CM नीतीश को पत्र

Union Minister Giriraj Singh: यूपी के बाद अब बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रदेश में हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाने को कहा है.

हलाल सर्टिफिकेट पर लगेगी रोक
हलाल सर्टिफिकेट पर लगेगी रोक
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 23, 2023, 9:26 AM IST

Updated : Nov 23, 2023, 11:27 AM IST

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

पटनाः केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने यूपी की तरह बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाकर विध्वंसकारी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि हलाल कारोबार के अंतर्गत जिन चीजों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं, उनका कारोबारी इस्लामीकरण हो रहा है.

गिरिराज ने सीएम नीतीश को लिखा पत्रः गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर हलाल सर्टिफिकेट पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि बिहार राज्य में अनेक खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक सामग्रियों जैसे खाद्य तेल, नमकीन, ड्राई फ्रूट, मिठाईयों, कॉस्मेटिक, दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों का हलाल कारोबार हो रहा है, जबकि इस प्रकार की सामग्रियों के मानक से संबंधित प्रमाणन के लिए FSSAI जैसे मानक ही वैध हैं.

  • माननीय मुख्यमंत्री, बिहार से अनुरोध है कि “हलाल सर्टिफ़ाइड” पर बैन लगाया जाएं।@NitishKumar pic.twitter.com/GAcFFi8t6K

    — Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गहन जांच किये जाने की मांगः उन्होंने आगे लिखा कि कुछ संस्थाएं हलाल सर्टिफिकेट देने की स्वयंभू हो गई हैं और सामान बनाने वाली कंपनियों को मोटी रकम देकर हलाल सर्टिफिकेट दे रही हैं. इस बात की आशंका है कि हलाल सर्टिफिकेशन के पीछे एक बड़ा षडयंत्र है. भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल कारोबार ना सिर्फ संविधान के खिलाफ है अपितु देशद्रोह भी है. एक आंकड़े के अनुसार पूरे विश्व में हलाल प्रमाणन संबंधी व्यावसायिक गतिविधियों का आकार लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर तक है. अर्थव्यवस्था के इस स्वरूप के आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने की भी बात प्रकाश में आ रही है, जिसकी गहन जांच किये जाने की आवश्यकता है.

यूपी में हलाल सर्टिफिकेट प्रोडक्ट्स बैनः दरअसल यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से बैन कर दिया है. जिसे लेकर ये बहस छिड़ गई है कि खाने के किसी भी सामान पर बैन कर देना क्या जायज है. यूपी में हलाल प्रोडेक्ट रखने वाली दुकानों पर भी छापे मारे जा रहे हैं. इसे लेकर सियसात भी गरमाई हुई है.

क्या है हलाल? हलाल एक अरबी शब्द है. जिसका हिंदी में मतलब होता है स्वीकार्य. यानी कुरान में जिन चीजों के खाने पर रोक है वो अस्वीकार्य है. यानी हराम है. इस्लाम धर्म में बहुत सारी खाने पीने की चिजों पर रोक है, यानी जिसे खाना हराम माना जाता है. सुअर और कुत्ते का मांस, शराब जैसी चीजें पूरी तरह से हराम है. अगर ये चीजें किसी प्रोडेक्ट में मिलाकर बनाई जाएं तो वो भी खाना हराम है, यानी हलाल नहीं है. कुरान में इसका पूरा जिक्र है कि कौन सी चीजें खाना हराम है और कौन सी चीजे हलाल. मुस्लमान अपने रोज के खाने पीने की चीजों में इसका खास ख्याल रखते हैं.

ये भी पढ़ेंः

'ऐसा लगता है हम इस्लामिक स्टेट में जी रहे हैं..' Giriraj Singh बोले- 'एक दिन नमाज भी पढ़ने बोलेंगे..'

संस्कृत विषय में इस्लाम से संबंधित पूछे गए सवाल, Giriraj Singh ने बिहार सरकार पर लगाया शिक्षा का इस्लामीकरण करने का आरोप

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

पटनाः केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने यूपी की तरह बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में भी हलाल सर्टिफिकेट पर रोक लगाकर विध्वंसकारी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करें. उन्होंने अपने पत्र में ये भी लिखा है कि हलाल कारोबार के अंतर्गत जिन चीजों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं, उनका कारोबारी इस्लामीकरण हो रहा है.

गिरिराज ने सीएम नीतीश को लिखा पत्रः गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर हलाल सर्टिफिकेट पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि बिहार राज्य में अनेक खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक सामग्रियों जैसे खाद्य तेल, नमकीन, ड्राई फ्रूट, मिठाईयों, कॉस्मेटिक, दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों का हलाल कारोबार हो रहा है, जबकि इस प्रकार की सामग्रियों के मानक से संबंधित प्रमाणन के लिए FSSAI जैसे मानक ही वैध हैं.

  • माननीय मुख्यमंत्री, बिहार से अनुरोध है कि “हलाल सर्टिफ़ाइड” पर बैन लगाया जाएं।@NitishKumar pic.twitter.com/GAcFFi8t6K

    — Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) November 22, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

गहन जांच किये जाने की मांगः उन्होंने आगे लिखा कि कुछ संस्थाएं हलाल सर्टिफिकेट देने की स्वयंभू हो गई हैं और सामान बनाने वाली कंपनियों को मोटी रकम देकर हलाल सर्टिफिकेट दे रही हैं. इस बात की आशंका है कि हलाल सर्टिफिकेशन के पीछे एक बड़ा षडयंत्र है. भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल कारोबार ना सिर्फ संविधान के खिलाफ है अपितु देशद्रोह भी है. एक आंकड़े के अनुसार पूरे विश्व में हलाल प्रमाणन संबंधी व्यावसायिक गतिविधियों का आकार लगभग 2 ट्रिलियन डॉलर तक है. अर्थव्यवस्था के इस स्वरूप के आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने की भी बात प्रकाश में आ रही है, जिसकी गहन जांच किये जाने की आवश्यकता है.

यूपी में हलाल सर्टिफिकेट प्रोडक्ट्स बैनः दरअसल यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट्स को पूरी तरह से बैन कर दिया है. जिसे लेकर ये बहस छिड़ गई है कि खाने के किसी भी सामान पर बैन कर देना क्या जायज है. यूपी में हलाल प्रोडेक्ट रखने वाली दुकानों पर भी छापे मारे जा रहे हैं. इसे लेकर सियसात भी गरमाई हुई है.

क्या है हलाल? हलाल एक अरबी शब्द है. जिसका हिंदी में मतलब होता है स्वीकार्य. यानी कुरान में जिन चीजों के खाने पर रोक है वो अस्वीकार्य है. यानी हराम है. इस्लाम धर्म में बहुत सारी खाने पीने की चिजों पर रोक है, यानी जिसे खाना हराम माना जाता है. सुअर और कुत्ते का मांस, शराब जैसी चीजें पूरी तरह से हराम है. अगर ये चीजें किसी प्रोडेक्ट में मिलाकर बनाई जाएं तो वो भी खाना हराम है, यानी हलाल नहीं है. कुरान में इसका पूरा जिक्र है कि कौन सी चीजें खाना हराम है और कौन सी चीजे हलाल. मुस्लमान अपने रोज के खाने पीने की चीजों में इसका खास ख्याल रखते हैं.

ये भी पढ़ेंः

'ऐसा लगता है हम इस्लामिक स्टेट में जी रहे हैं..' Giriraj Singh बोले- 'एक दिन नमाज भी पढ़ने बोलेंगे..'

संस्कृत विषय में इस्लाम से संबंधित पूछे गए सवाल, Giriraj Singh ने बिहार सरकार पर लगाया शिक्षा का इस्लामीकरण करने का आरोप

Last Updated : Nov 23, 2023, 11:27 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.