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12 सूत्री मांगों को लेकर ट्रेड यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

देश भर में सभी ट्रेड यूनियन के भारत बंद का असर देखने को मिला. बिहार के भी विभिन्न जिलों में ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. छपरा, पूर्णिया, रोहतास में सरकार के विरोध एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया.

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Published : Jan 8, 2020, 9:09 PM IST

पटना: पूरे देश में बुधवार को सभी ट्रेड यूनियन ने भारत बंद बुलाया था. सभी यूनियनों ने केंद्र सरकार की जन विरोधी, मजदूर विरोधी और किसान विरोधी नीति और कॉरपोरेट परस्त नीतियों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया था. इसका असर राज्य के सारण, रोहतास और पूर्णिया में भी देखा गया. यहां भी बैंकों और एलआईसी के कर्मचारियों ने भारत बंद में भाग लिया.

पूरे देश में भारत बंद का आवाहन
छपरा में भी इस भारत बंद का असर देखने को मिला. राज्य सरकार के गोप गुट की ओर से छपरा कचहरी स्टेशन से एक रैली का आयोजन किया गया. यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई, छपरा के जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंची. यहां गेट मिटिंग का आयोजन किया गया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की और कहा कि सरकार नई पेंशन स्कीम को हटा कर, पुरानी पेंशन नीति लागू करे. साथ ही कर्मचारियों के हितों की रक्षा करे.

सारण से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

12 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
पूर्णिया में भी 12 सूत्री मांगों को लेकर ट्रेड यूनियन की ओर से भारत बंद बुलाया गया था. वामदल के कार्यकर्ताओं ने भी इसका समर्थन किया. कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर सड़क पर उतरे वाम दल को मजदूर संघ और किसान संगठन सहित कई दूसरे संगठनों का भी समर्थन मिला.

पूर्णिया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एलआईसी कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पचास लाख का कारोबार प्रभावित
रोहतास के सासाराम में भी भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर बैंकों को बंद करके सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. एलआईसी कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पचास लाख का कारोबार प्रभावित हुआ है.

रोहतास से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

पटना: पूरे देश में बुधवार को सभी ट्रेड यूनियन ने भारत बंद बुलाया था. सभी यूनियनों ने केंद्र सरकार की जन विरोधी, मजदूर विरोधी और किसान विरोधी नीति और कॉरपोरेट परस्त नीतियों के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया था. इसका असर राज्य के सारण, रोहतास और पूर्णिया में भी देखा गया. यहां भी बैंकों और एलआईसी के कर्मचारियों ने भारत बंद में भाग लिया.

पूरे देश में भारत बंद का आवाहन
छपरा में भी इस भारत बंद का असर देखने को मिला. राज्य सरकार के गोप गुट की ओर से छपरा कचहरी स्टेशन से एक रैली का आयोजन किया गया. यह रैली शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई, छपरा के जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंची. यहां गेट मिटिंग का आयोजन किया गया. इस दौरान कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की और कहा कि सरकार नई पेंशन स्कीम को हटा कर, पुरानी पेंशन नीति लागू करे. साथ ही कर्मचारियों के हितों की रक्षा करे.

सारण से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

12 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
पूर्णिया में भी 12 सूत्री मांगों को लेकर ट्रेड यूनियन की ओर से भारत बंद बुलाया गया था. वामदल के कार्यकर्ताओं ने भी इसका समर्थन किया. कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र सरकार की नीतियों को लेकर सड़क पर उतरे वाम दल को मजदूर संघ और किसान संगठन सहित कई दूसरे संगठनों का भी समर्थन मिला.

पूर्णिया से ईटीवी भारत की रिपोर्ट

एलआईसी कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पचास लाख का कारोबार प्रभावित
रोहतास के सासाराम में भी भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर बैंकों को बंद करके सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. एलआईसी कर्मियों के हड़ताल पर जाने से पचास लाख का कारोबार प्रभावित हुआ है.

रोहतास से ईटीवी भारत की रिपोर्ट
Intro:रोहतास. सासाराम में भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारियों के द्वारा बैंक को बंद करके सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया गया। जहां एलआईसी कर्मियों की हड़ताल पर जाने से पचास लाख का कारोबार प्रभावित हुआ है.


Body:गौरतलब है कि आज सासाराम में अखिल भारतीय जीवन बीमा निगम वर्क्स यूनियन फेडरेशन के बैनर तले एलआईसी कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान एलआईसी बैंक के कई कर्मचारी बैंक परिसर में ही हड़ताल पर चले गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। गौरतलब है कि एलआईसी कर्मचारियों के द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल किया गया था। वही हड़ताल पर जाने के कारण एलआईसी के कारोबार में लगभग पचास लाख का नुकसान बताया जा रहा है। इस दौरान एलआईसी परिसर में ही कर्मचारियों ने केंद्र सरकार की नीति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एलआईसी के विभिन्न पॉलिसियों में किए गए बदलाव को भी गलत ठहराया और कहा केंद्र सरकार ने एलआईसी में कई तरह के पॉलिसियों में बदलाव किए हैं जो सरासर गलत है। वही हड़ताल के दौरान कर्मचारियों ने वेतन निर्धारण का भी समाधान करने की बात कही। साथ ही राष्ट्रीय पेंशन योजना को समाप्त कर सभी पुरानी पेंशन योजना को चालू करने के लिए सरकार से अपील किया।

VO:1 प्रदर्शन कर रहे हैं अखिल भारतीय जीवन बीमा निगम यूनियन फेडरेशन के सचिव ने बताया कि कि सरकार एलआईसी कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। बीमा क्षेत्र में एफडीआई को तवज्जो दे रही है। जिससे एलआईसी को काफी नुकसान हो रहा है। वही सचिव ने बताया कि बीमा प्रीमियम पर जीएसटी सरकार के द्वारा लगाया जा रहा है। लिहाजा सरकार को बीमा प्रीमियम पर जीएसटी खत्म करने के साथ-साथ बीमा प्रीमियम पर आयकर किस विशेष छूट को भी लागू करना चाहिए। वही सभी श्रमिकों को 21000 न्यूनतम वेतन देने की भी मांग कहीं।

बाइट। बशिष्ठ प्रासाद सचिव एलआईसी फेडरेशन रोहतास


Conclusion:बहरहाल एलआईसी कर्मियों के हड़ताल के बाद पूरा कारोबार ठप हो गया। वहीं कई लोग बैंक तो पहुंचे लेकिन अपना प्रीमियम नहीं जमा कर सके। सरकार को चाहिए कि एलआईसी कर्मचारियों के हितों को देखते हुए उनके मांगों को पूरा करें।
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