पटना: बिहार के प्रारंभिक विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर बहाली को लेकर बिहार के सभी टीईटी/सीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी लगातार आंदोलन पर उतारू हैं. इसी क्रम में गर्दनीबाग धरना स्थल पर अभ्यर्थियों ने मुंडन कराकर राज्य सरकार का विरोध किया और जमकर नारेबाजी की.
आक्रोशितों की मानें तो वह दो साल पहले पास हो चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा बहाली नहीं की गई है. जिसके चलते लोगों को बेरोजगारी और भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. खाने के लाले पड़ गए हैं, आक्रोशित शिक्षकों ने कहा कि सरकार हम सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के साथ वादाखिलाफी कर रही है.
फैसले के बाद समायोजन की बात
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सरकार समायोजन की बात कर रही है. जबकि यह पहले भी हो चुका है. बिहार सरकार द्वारा अभ्यर्थियों की बहाली करने की मंशा स्पष्ट दिखाई नहीं दे रही है. जबकि बिहार के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के लाखों पद खाली हैं.
चार सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन
आंदोलनकारी चार सूत्री मांगों को लेकर अपना आंदोलन जारी रखे हुए हैं. गर्दनीबाग में आंदोलनकारी अभ्यर्थियों ने प्रदेश की सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने मांग किया कि शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जल्द की जाए. उन्होंने यह भी मांग रखी कि शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता और स्थानीय को बहाली में प्राथमिकता दी जाए.