पटना: जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) के अध्यक्ष शरद यादव ने इस कयास को खारिज किया कि वह बिहार में विपक्षी महागठबंधन के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. उन्होंने कहा, 'मैं शुरू से ही दिल्ली में राजनीति करता हूं, इसलिए मेरे बिहार का मुख्यमंत्री उम्मीदवार होने का प्रश्न ही नहीं है.'
शरद यादव ने आगे यह भी कहा कि राजद बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है और इस पार्टी ने पहले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जो सही भी है. शरद यादव ने कहा कि, 'मैं महागठबंधन का चेहरा नहीं नेता तेजस्वी यादव हैं और आरजेडी ही सबसे बड़ी पार्टी है.' उन्होंने कहा कि महागठबंधन को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा.
कुशवाहा, मांझी, सहनी, शरद यादव...और बंद कमरे में बैठक
दरअसल, एक सप्ताह पहले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के साथ शरद यादव ने पटना में बंद कमरे में बैठक की थी.
महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव : शरद यादव
लोजद नेता शरद यादव ने कहा, 'मेरे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनने की कोई संभावना नहीं है. तेजस्वी यादव ठीक कर रहे हैं और मुझे लगता है कि वह गठबंधन सहयोगियों के लिए भी स्वीकार्य हो जाएंगे.' समाजवादी नेता शरद यादव ने कहा, 'मैं अपने जीवन में अभी तक राष्ट्रीय राजनीति में शामिल रहा हूं और मैं इस स्तर पर अब बदलाव नहीं करने जा रहा हूं.'
रालोसपा प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों महागठबंधन को प्रस्ताव दिया था कि दिग्गज समाजवादी नेता शरद यादव को इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के चेहरे के रूप में पेश किया जाना चाहिए.
जेडीयू से अलग होने के बाद लोजद का गठन
दरअसल, जेडीयू से हटने के बाद शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल का गठन किया था. हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने आरजेडी के टिकट पर मधेपुरा से चुनाव लड़ा था. पिछले सप्ताह शरद यादव ने रांची जाकर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद से भी मुलाकात की थी.