पटना: बिहार विधानसभा में जारी बजट सेशन के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार में नौकरी और रोजगार के मुद्दे पर एक बार फिर नीतीश सरकार को घेरा है. तेजस्वी ने तंज कसते हुए लिखा, 'जब तक बेरोजगारों को उनका हक नहीं मिलता हम संघर्ष जारी रखेंगे.'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा, ''जब तक बिहार के करोड़ों युवाओं, छात्रों, बेरोजगारों और संविदाकर्मियों को उनका हक़ नहीं मिल जाता तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा. 23 मार्च को युवाओं के साथ मिलकर हम पटना में विधानसभा का घेराव करेंगे. आइए जात-पात, धर्म-पार्टी से ऊपर उठकर हम बेरोजगारी के ख़िलाफ़ आवाज बुलंद करें.''
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जब तक बिहार के करोड़ों युवाओं, छात्रों, बेरोजगारों और संविदाकर्मियों को उनका हक़ नहीं मिल जाता तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। 23 मार्च को युवाओं के साथ मिलकर हम पटना में विधानसभा का घेराव करेंगे। आइए जात-पात, धर्म-पार्टी से ऊपर उठकर हम बेरोजगारी के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद करें।
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">जब तक बिहार के करोड़ों युवाओं, छात्रों, बेरोजगारों और संविदाकर्मियों को उनका हक़ नहीं मिल जाता तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। 23 मार्च को युवाओं के साथ मिलकर हम पटना में विधानसभा का घेराव करेंगे। आइए जात-पात, धर्म-पार्टी से ऊपर उठकर हम बेरोजगारी के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद करें।
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— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 19, 2021
तेजस्वी ने आगे लिखा- ''मेरा बिहार के युवाओं को पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख स्थायी नौकरी देने का संकल्प था. सत्ता का दुरूपयोग कर इन्होंने हमें रोका लेकिन मेरे इरादों को नहीं रोक पायेंगे. सड़क से सदन तक बेरोजगारों के लिए संघर्षरत हूं. सरकार सीधा जवाब नहीं देती कि कितने लाख पद रिक्त है और कब भरेंगे?''
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मेरा बिहार के युवाओं को पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10लाख स्थायी नौकरी देने का संकल्प था। सत्ता का दुरूपयोग कर इन्होंने हमें रोका लेकिन मेरे इरादों को नहीं रोक पायेंगे। सड़क से सदन तक बेरोजगारों के लिए संघर्षरत हूँ।सरकार सीधा जवाब नहीं देती कि कितने लाख पद रिक्त है और कब भरेंगे? pic.twitter.com/fLQ8GagChL
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मेरा बिहार के युवाओं को पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10लाख स्थायी नौकरी देने का संकल्प था। सत्ता का दुरूपयोग कर इन्होंने हमें रोका लेकिन मेरे इरादों को नहीं रोक पायेंगे। सड़क से सदन तक बेरोजगारों के लिए संघर्षरत हूँ।सरकार सीधा जवाब नहीं देती कि कितने लाख पद रिक्त है और कब भरेंगे? pic.twitter.com/fLQ8GagChL
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 19, 2021मेरा बिहार के युवाओं को पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10लाख स्थायी नौकरी देने का संकल्प था। सत्ता का दुरूपयोग कर इन्होंने हमें रोका लेकिन मेरे इरादों को नहीं रोक पायेंगे। सड़क से सदन तक बेरोजगारों के लिए संघर्षरत हूँ।सरकार सीधा जवाब नहीं देती कि कितने लाख पद रिक्त है और कब भरेंगे? pic.twitter.com/fLQ8GagChL
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बिहार में छाया था रोजगार का मुद्दा
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में रोजगार का मुद्दा छाया रहा था. तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि अगर उनकी सरकार बनी तो पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों की नौकरी सुनिश्चित करने के लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करेंगे. अपनी चुनावी सभाओं में तेजस्वी साफ-साफ कहा करते थे वो रोजगार नहीं बल्कि स्थाई नौकरी की बात कर रहे हैं. उनकी सभाओं में नौजवानों की भीड़ जुटने लगी थी. तेजस्वी जहां भी जाते सिर्फ रोजगार की बातें करते थे, जिससे बीजेपी के बड़े नेताओं के होश उड़ गए थे.