पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) 22 दिसंबर से 15 जनवरी तक समाज सुधार अभियान (Samaj Sudhar Abhiyan) के तहत 13वीं बार बिहार की यात्रा करने वाले हैं. इस अभियान की शुरुआत चंपारण से होने वाली है. जिसमें शराबबंदी की विशेष समीक्षा होगी. वहीं मुख्यमंत्री की यात्रा के बाद तेजस्वी यादव भी बेरोजगारी यात्रा शुरू करेंगे. मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष की यात्रा को लेकर जदयू और आरजेडी के बीच सियासत शुरू हो गयी है.
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आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD Spokesperson Mrityunjay Tiwari) ने कहा कि जदयू खेमे में तेजस्वी यादव की यात्रा को लेकर बेचैनी है. जदयू के लोग तेजस्वी चालीसा कर रहे हैं, उन्हें तो बताना चाहिए कि बिहार बेरोजगारी में नंबर वन क्यों हैं. नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार फिसड्डी क्यों है. इसका जवाब तो नहीं दे रहे हैं. वहीं जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की न्याय यात्रा से लालूवाद को खरमास में पहुंचा दिया.
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री नैतिक बल के आधार पर जनता की अदालत में जाते हैं. उन्होंने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें समाज सुधार से कोई मतलब नहीं है. मतलब है संपत्ति सृजन से. जदयू प्रवक्ता ने सवाल किया कि तेजस्वी यादव कोई यात्रा पूरी कर सके हैं क्या. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यात्रा के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बेरोजगारी यात्रा पर निकलेंगे. जिसको लेकर जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने तंज कसा है.
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Spokesperson Neeraj Kumar) ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी यात्रा से बिहार में लालूवाद को खरमास में भेज दिया. मुख्यमंत्री भीषण ठंड में यात्रा पर निकलते हैं और नैतिक बल के आधार पर जनता की अदालत में जाते हैं. मुख्यमंत्री समाज सुधार के लिए यात्रा कर रहे हैं. इन लोगों को समाज सुधार से क्या लेना है. बाल विवाह से कोई मतलब है, उनके लिए दहेज प्रथा महत्वपूर्ण नहीं है, शराबबंदी महत्वपूर्ण नहीं है. उनके लिए संपत्ति सृजन महत्वपूर्ण है.
आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की यात्रा से जदयू में बेचैनी है. नेता प्रतिपक्ष का जनाधार बिहार में सबसे अधिक है और सबसे बड़ी पार्टी के नेता भी हैं. जदयू को तीसरे नंबर की पार्टी होने का दर्द है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जदयू के लोग तेजस्वी चालीसा करना छोड़ दें. उन्हें बताना चाहिए कि बिहार बेरोजगारी में नंबर वन क्यों है, नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार फिसड्डी क्यों है, लेकिन इन सब का जवाब नहीं दे रहे हैं. मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले भी सरकारी धन बल के साथ यात्रा करते रहे हैं, कुछ नहीं हुआ है. इस बार भी असफल ही होना है.
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