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मंत्री रामसूरत राय के भाई को बचाने के लिए ताक पर कानून, CM आवास में खोल दें शराब का ठेका : तेजस्वी

तेजस्वी ने एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री रामसूरत राय को लेकर सवाल किया कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मुझ पर मानहानि का दावा करें नहीं तो बताएं कि उन्होंने रेंट एग्रीमेंट अब तक सामने क्यों नहीं पेश किया.

पटना
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Published : Mar 17, 2021, 12:31 PM IST

पटना: राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल से शराब बरामदगी के मामले में तेजस्वी यादव ने नया खुलासा किया है. नेता प्रतिपक्ष यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पर हमला बोला है और कहा है कि मुख्यमंत्री के मुंह में दही जमी हुई है, जो वे चुपचाप देख रहे हैं और कुछ बोल नहीं रहे हैं. तेजस्वी ने मंत्री रामसूरत राय को लेकर सवाल किया कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मुझ पर मानहानि का दावा करें नहीं तो बताएं कि उन्होंने रेंट एग्रीमेंट अब तक सामने क्यों नहीं पेश किया.

ये भी पढ़ें: शराब, खानदान और मंत्री: एक अप्रैल तक तेजस्वी का अल्टीमेटम, अब सीएम नीतीश क्या करेंगे?

अबतक नहीं दिखाये कागजात और एग्रीमेंट
तेजस्वी ने कहा कि 13 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हमने मांग की थी कि आरोपी मंत्री और उसके भाई स्कूल संचालक से हुए इकरारनामा के दस्तावेज पेश करें. यदि कोई रेंट एग्रीमेंट हुआ तो उसे सार्वजनिक करें. मंत्री रामसूरत राय ने मीडिया कर्मियों को ऐसे ही किसी एग्रीमेंट की कुछ पंक्तियां पढ़कर सुनाई थी और कहा था कि सोमवार को वह उस एग्रीमेंट की कॉपी मीडिया कर्मियों को सौंप देंगे लेकिन आज 17 मार्च तक भी उन्होंने वह कागजात और एग्रीमेंट नहीं दिखाई. क्यों नहीं दिखाए? मंत्री इसका जवाब दें.

इसे भी पढ़ें: भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा की संदिग्ध मौत, दिल्ली में बरामद हुआ शव

अबतक स्कूल में थाना नहीं खोला गया
तेजस्वी ने कहा कि मंत्री खुद मान रहे हैं कि स्कूल उनके स्वर्गीय पिता के नाम पर है, स्कूल के व्यवस्थापक उनके भाई हैं, जमीन उनके भाई के नाम पर है, उनका भाई और भगीना FIR में नामजद हैं फिर भी आज तक उनके भाई की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री इसका जवाब दें. मंत्री के भाई के स्कूल में शराबबंदी कानून के अनुसार अब तक थाना क्यों नहीं खोला गया? पुलिस की केस डायरी में जब पिकअप वाहन संख्या BR06 C 1996 के मालिक भी मंत्री के भाई हंस लाल राय हैं फिर भी उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

ये भी पढ़ें: हंगामे के बीच पास हुआ मुख्यमंत्री के विभाग का बजट

मंत्री के भाई की अबतक नहीं हुई गिरफ्तारी
तेजस्वी ने कहा कि स्कूल परिसर के मालिक भी मंत्री के भाई हैं फिर भी गिरफ्तारी क्यों नहीं ? पुलिस की केस डायरी में लिखा है कि अवैध शराब का व्यापार खरीद एवं बिक्री करना संज्ञेय अपराध है एवं परिसर मालिक हंसलाल राय के परिसर को विधिवत सील किया जाता है अगर उसके परिसर को सील किया जाता है तो उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाता? जैसा अमरेंद्र कुमार के भाई ने पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि अमरेंद्र ने ही पुलिस को फोन किया था तो उसकी CDR सार्वजनिक की जाए. मंत्री और उनके भाई की भी CDR सार्वजनिक की जाए.

इसे भी पढ़ें: सदन के अखाड़े में नीतीश के मंत्री, 'खानदान से गांधी मैदान' तक की बात, खुलेआम फरिया लेने की चुनौती

रामसूरत राय सिर्फ झूठ बोल रहे हैं
तेजस्वी ने निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री ने झूठ बोला कि वह 10 वर्षों से भाई से नहीं मिले हैं, जब हमने फोटो सहित 2017 का साक्ष्य पेश किया तो अब वह अलग ही कहानी गढ़ रहे हैं. मंत्री के गरिमामय पद पर बैठा व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में सफेद झूठ कैसे बोल सकता है? मंत्री कह रहे हैं कि राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें बुलाया गया है जबकि पास के ही पारू से बीजेपी विधायक कह रहे हैं कि रामसूरत राय ने फोन करके उन्हें उस स्कूल में चीफ गेस्ट में बुलाया था. बताइए ये मंत्री कितना झूठ बोल रहे हैं.

ये भी पढ़ें: राज्य निर्वाचन आयोग ने दागी BDO का किया तबादला, 60 BDO को मिली नई जिम्मेवारी

CM आवास का करेंगे घेराव
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने 1 हफ्ते में मंत्री के भाई के परिसर में थाना नहीं खोला तो हम मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे. मुख्यमंत्री दोहरी नीति क्यों अपना रहे हैं? हम तो उन लोगों को कहेंगे जिनके परिसर, मकान, दुकान, होटल, इस कानून के तहत जब्त कर उस संपत्ति पर थाना खोला गया है या जब्त किया गया है, वह सभी गृहमंत्री सह मुख्यमंत्री पर केस करें कि उनके साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है?

इसे भी पढ़ें: कोरोना के सिर उठाने से सहमे लोग, होली में घर में एंट्री के लिए निगेटिव होना जरूरी

CM आवास में ही शराब का ठेका खोल लें
तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार मंत्री के भाई के परिसर में थाना खोलने में असहाय और असमर्थ है तो 1 अप्रैल को शराबबंदी लागू होने के 5 वर्ष बाद मुख्यमंत्री आवास में ही शराब का ठेका खोल लें इससे प्रदेश में कम से कम शराब का अवैध कारोबार तो नहीं होगा. नीतीश कुमार सके साथ ही अपने मंत्रियों और विधायकों के आवास और क्षेत्र में भी शराब का ठेका खुलवा दें क्योंकि इससे सत्ताधारी मंत्री-विधायक शराब की तस्करी नहीं करा सकेंगे और राजस्व की भी हानि नहीं होगी.

पटना: राज्य सरकार के मंत्री रामसूरत राय के भाई के स्कूल से शराब बरामदगी के मामले में तेजस्वी यादव ने नया खुलासा किया है. नेता प्रतिपक्ष यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पर हमला बोला है और कहा है कि मुख्यमंत्री के मुंह में दही जमी हुई है, जो वे चुपचाप देख रहे हैं और कुछ बोल नहीं रहे हैं. तेजस्वी ने मंत्री रामसूरत राय को लेकर सवाल किया कि अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो मुझ पर मानहानि का दावा करें नहीं तो बताएं कि उन्होंने रेंट एग्रीमेंट अब तक सामने क्यों नहीं पेश किया.

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अबतक नहीं दिखाये कागजात और एग्रीमेंट
तेजस्वी ने कहा कि 13 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हमने मांग की थी कि आरोपी मंत्री और उसके भाई स्कूल संचालक से हुए इकरारनामा के दस्तावेज पेश करें. यदि कोई रेंट एग्रीमेंट हुआ तो उसे सार्वजनिक करें. मंत्री रामसूरत राय ने मीडिया कर्मियों को ऐसे ही किसी एग्रीमेंट की कुछ पंक्तियां पढ़कर सुनाई थी और कहा था कि सोमवार को वह उस एग्रीमेंट की कॉपी मीडिया कर्मियों को सौंप देंगे लेकिन आज 17 मार्च तक भी उन्होंने वह कागजात और एग्रीमेंट नहीं दिखाई. क्यों नहीं दिखाए? मंत्री इसका जवाब दें.

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अबतक स्कूल में थाना नहीं खोला गया
तेजस्वी ने कहा कि मंत्री खुद मान रहे हैं कि स्कूल उनके स्वर्गीय पिता के नाम पर है, स्कूल के व्यवस्थापक उनके भाई हैं, जमीन उनके भाई के नाम पर है, उनका भाई और भगीना FIR में नामजद हैं फिर भी आज तक उनके भाई की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? मुख्यमंत्री सह गृहमंत्री इसका जवाब दें. मंत्री के भाई के स्कूल में शराबबंदी कानून के अनुसार अब तक थाना क्यों नहीं खोला गया? पुलिस की केस डायरी में जब पिकअप वाहन संख्या BR06 C 1996 के मालिक भी मंत्री के भाई हंस लाल राय हैं फिर भी उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई?

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मंत्री के भाई की अबतक नहीं हुई गिरफ्तारी
तेजस्वी ने कहा कि स्कूल परिसर के मालिक भी मंत्री के भाई हैं फिर भी गिरफ्तारी क्यों नहीं ? पुलिस की केस डायरी में लिखा है कि अवैध शराब का व्यापार खरीद एवं बिक्री करना संज्ञेय अपराध है एवं परिसर मालिक हंसलाल राय के परिसर को विधिवत सील किया जाता है अगर उसके परिसर को सील किया जाता है तो उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाता? जैसा अमरेंद्र कुमार के भाई ने पिछली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि अमरेंद्र ने ही पुलिस को फोन किया था तो उसकी CDR सार्वजनिक की जाए. मंत्री और उनके भाई की भी CDR सार्वजनिक की जाए.

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रामसूरत राय सिर्फ झूठ बोल रहे हैं
तेजस्वी ने निशाना साधते हुए कहा कि मंत्री ने झूठ बोला कि वह 10 वर्षों से भाई से नहीं मिले हैं, जब हमने फोटो सहित 2017 का साक्ष्य पेश किया तो अब वह अलग ही कहानी गढ़ रहे हैं. मंत्री के गरिमामय पद पर बैठा व्यक्ति सार्वजनिक जीवन में सफेद झूठ कैसे बोल सकता है? मंत्री कह रहे हैं कि राजनीतिक कार्यकर्ता होने के नाते उन्हें बुलाया गया है जबकि पास के ही पारू से बीजेपी विधायक कह रहे हैं कि रामसूरत राय ने फोन करके उन्हें उस स्कूल में चीफ गेस्ट में बुलाया था. बताइए ये मंत्री कितना झूठ बोल रहे हैं.

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CM आवास का करेंगे घेराव
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने 1 हफ्ते में मंत्री के भाई के परिसर में थाना नहीं खोला तो हम मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे. मुख्यमंत्री दोहरी नीति क्यों अपना रहे हैं? हम तो उन लोगों को कहेंगे जिनके परिसर, मकान, दुकान, होटल, इस कानून के तहत जब्त कर उस संपत्ति पर थाना खोला गया है या जब्त किया गया है, वह सभी गृहमंत्री सह मुख्यमंत्री पर केस करें कि उनके साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है?

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CM आवास में ही शराब का ठेका खोल लें
तेजस्वी ने कहा कि अगर नीतीश कुमार मंत्री के भाई के परिसर में थाना खोलने में असहाय और असमर्थ है तो 1 अप्रैल को शराबबंदी लागू होने के 5 वर्ष बाद मुख्यमंत्री आवास में ही शराब का ठेका खोल लें इससे प्रदेश में कम से कम शराब का अवैध कारोबार तो नहीं होगा. नीतीश कुमार सके साथ ही अपने मंत्रियों और विधायकों के आवास और क्षेत्र में भी शराब का ठेका खुलवा दें क्योंकि इससे सत्ताधारी मंत्री-विधायक शराब की तस्करी नहीं करा सकेंगे और राजस्व की भी हानि नहीं होगी.

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