पटनाः डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के निशाने पर हैं. पीके ने सुशील मोदी पर ट्वीट कर सियासी पारा बढ़ा दिया है. वहीं, सुशील मोदी ट्विटर पर अपने विरोधियों के खिलाफ लगातार हमलावर है. शनिवार को ट्वीट कर सुमो ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को निशाने पर लिया.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए सुशील मोदी ने लिखा, 'जिन्होंने 29 साल की उम्र में करोड़ों रुपये की 54 बेनामी संपत्तियां, बिना किसी रोजगार-नौकरी के हासिल कर लिया, पहली बार विधायक बनने पर बिना किसी अनुभव के उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लिया और पद से हटने पर भी 46 एसी वाले सरकारी बंगले में जमे रहने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक मुकदमा लड़ा. वे किस मुंह से पार्टी नेताओं को त्याग का उपदेश दे रहे हैं. उन्हें कौन बताये कि उपदेश देने से पहले स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करना पड़ता है.'
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जिन्होंने 29 साल की उम्र में करोड़ों रुपये की 54 बेनामी सम्पत्तियां बिना किसी रोजगार-नौकरी के हासिल कर लीं, पहली बार विधायक बनने पर बिना किसी अनुभव के उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लिया और पद से हटने पर भी 46 एसी वाले सरकारी बंगले में जमे रहने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक........ pic.twitter.com/QRl7tqGvZa
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">जिन्होंने 29 साल की उम्र में करोड़ों रुपये की 54 बेनामी सम्पत्तियां बिना किसी रोजगार-नौकरी के हासिल कर लीं, पहली बार विधायक बनने पर बिना किसी अनुभव के उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लिया और पद से हटने पर भी 46 एसी वाले सरकारी बंगले में जमे रहने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक........ pic.twitter.com/QRl7tqGvZa
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'ईवीएम से बढ़ी आरजेडी की बेचैनी'
डिप्टी सीएम ने आगे लिखा, 'जब से ईवीएम से मतदान की व्यवस्था हुई, तब से जिन्न निकलना बंद हुआ, इसलिए राजद ईवीएम का विरोध करता है और हारने पर चुनाव आयोग की पारदर्शी प्रक्रिया पर सवाल उठाता है. अब बूथ लूट, जिन्न और लालटेन का जमाना लद चुका है, इसलिए उनकी बेचैनी बढ़ गई है.'
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जब से ईवीएम से मतदान की व्यवस्था हुई, तब से जिन्न निकलना बंद हुआ, इसलिए राजद ईवीएम का विरोध करता है और हारने पर चुनाव आयोग की पारदर्शी प्रक्रिया पर सवाल उठाता है।
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अब बूथ लूट, जिन्न और लालटेन का जमाना लद चुका है, इसलिए उनकी बेचैनी बढ़ गई है। pic.twitter.com/EEWsmzRNhbजब से ईवीएम से मतदान की व्यवस्था हुई, तब से जिन्न निकलना बंद हुआ, इसलिए राजद ईवीएम का विरोध करता है और हारने पर चुनाव आयोग की पारदर्शी प्रक्रिया पर सवाल उठाता है।
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अब बूथ लूट, जिन्न और लालटेन का जमाना लद चुका है, इसलिए उनकी बेचैनी बढ़ गई है। pic.twitter.com/EEWsmzRNhb
आरजेडी सुप्रीमो पर साधा निशाना
आखिरी ट्वीट में बीजेपी नेता सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर निशाना साधा. ट्वीट के जरिए सुमो ने आरजेडी के शासनकाल का जिक्र किया है. डिप्टी सीएम ने लिखा, 'जब बैलेट पेपर से चुनाव होते थे, तब लालू प्रसाद ने जिन लोगों को पढ़ना-लिखना और रोजगार देने वाला स्किल सीखना छोड़कर केवल लाठी में तेल पिलाने का रास्ता दिखाया था, वे ही हर चुनाव में बूथ लूटते थे. दूसरे दलों के समर्थकों को वोट डालने नहीं दिया जाता था और वे इस तरह हासिल चुनावी जीत को लालू जिन्न बताते थे.'
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जब बैलैट पेपर से चुनाव होते थे, तब लालू प्रसाद ने जिन लोगों को पढ़ना-लिखना और रोजगार देने वाला स्किल सीखना छोड़कर केवल लाठी में तेल पिलाने का रास्ता दिखाया था, वे ही हर चुनाव में बूथ लूटते थे।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 25, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दूसरे दलों के समर्थकों को वोट डालने नहीं दिया जाता था और वे इस तरह हासिल चुनावी.. pic.twitter.com/bMxmnF1I6l
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— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) January 25, 2020
दूसरे दलों के समर्थकों को वोट डालने नहीं दिया जाता था और वे इस तरह हासिल चुनावी.. pic.twitter.com/bMxmnF1I6lजब बैलैट पेपर से चुनाव होते थे, तब लालू प्रसाद ने जिन लोगों को पढ़ना-लिखना और रोजगार देने वाला स्किल सीखना छोड़कर केवल लाठी में तेल पिलाने का रास्ता दिखाया था, वे ही हर चुनाव में बूथ लूटते थे।
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