पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ( Lalu Yadav ) के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ( Tej Pratap yadav ) का विवादों से साथ नहीं छूट रहा. छात्र राजद से दूरी बनाकर छात्र जनशक्ति परिषद ( Student Janshakti Parishad ) बनाने वाले तेज प्रताप यादव को 'हाथ में लालटेन' वाली फोटो के इस्तेमाल की भी इजाजत नहीं मिली. लिहाजा अब 2 अक्टूबर को छात्र जनशक्ति परिषद फैसला करेगा कि इसका लोगो क्या होगा और आगे की रूपरेखा क्या होगी.
दरअसल, पिछले दिनों तेज प्रताप यादव ने छात्र जन शक्ति परिषद का गठन किया और इसके संगठन प्रभारी के रूप में डॉ सुमंत राव को जिम्मेदारी दी. वहीं प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत यादव को बनाया गया. सूत्रों के मुताबिक संगठन की घोषणा और इसके प्रतीक चिन्ह के रूप में हाथ में लालटेन की तस्वीर को लेकर राजद ने सवाल खड़े किए, जिसके बाद आखिरकार छात्र जनशक्ति परिषद ने हाथ में लालटेन वाली फोटो को हटा लिया है.
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छात्र जनशक्ति परिषद राष्ट्रीय जनता दल के नाम का इस्तेमाल भी नहीं करेगा. इस बात की पुष्टि छात्र जनशक्ति परिषद के संगठन प्रभारी और राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुमंत राव ने ईटीवी भारत से की है.
डॉक्टर सुमंत राव ने बताया कि हम किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहते क्योंकि हमने छात्र जनशक्ति परिषद बनाई है यह कोई राजनीतिक दल नहीं है और इसका काम चुनाव लड़ना भी नहीं है. लेकिन इतना तय है कि हम राजद को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि आगे छात्र जनशक्ति परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप का जो निर्देश होगा, उस हिसाब से हम निर्णय लेंगे. फिलहाल राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निर्देश के मुताबिक किसी विवाद से बचने के लिए हाथ में लालटेन वाली फोटो को हमने हटा दिया है. डॉक्टर सुमन राव ने कहा कि आगामी 2 अक्टूबर, 11 अक्टूबर और 17 अक्टूबर को छात्र जनशक्ति परिषद विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिसमें संगठन के आगे की रूपरेखा पर विस्तृत रूप से चर्चा होगी.
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इस तमाम वाकये को लेकर अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या राष्ट्रीय जनता दल से तेज प्रताप यादव का नाता पूरी तरह टूट चुका है. हालांकि छात्र जनशक्ति परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ हेमंत राव ने कहा कि कहीं कोई विवाद नहीं है. आने वाले दिनों में हम छात्र जनशक्ति परिषद से जुड़े तमाम मामलों पर निर्णय लेंगे.
बता दें कि तेज प्रताप यादव छात्र राजद के संरक्षक के तौर पर काम कर रहे थे. इस बीच पिछले महीने जगदानंद सिंह से हुए विवाद के बाद राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर गगन यादव की नियुक्ति कर दी. जिसके बाद तेज प्रताप यादव ने खासी नाराजगी जताते हुए जगदानंद सिंह पर कार्रवाई की मांग की थी. उस विवाद के बाद तेज प्रताप यादव ने छात्र राजद से नाता तोड़ लिया और छात्र जनशक्ति परिषद का गठन किया है.