पटना: कांग्रेस के सांसद अपने अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान का खंडन कर रहे हैं. राज्यसभा सांसद अखिलेश कुमार सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के मर्जी के बिना किसी भी नेता के बेटे को टिकट नहीं मिला. कांग्रेस सांसद का यह बड़ा बयान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आया. दरअसल, पिछले दिनों राहुल गांधी ने बयान देते हुए कहा था कई लोगों को पार्टी से बढ़कर पुत्र मोह है. इस पर एमपी अखिलेश ने प्रतिक्रिया दी है.
कांग्रेस ने हार पर मंथन करने के लिए कई चरणों में बैठक आयोजित की थी. इन बैठकों में में राहुल गांधी देश के कई बड़े नेताओं पर नाराज हुए थे. राहुल गांधी ने कई नेताओं को पार्टी से बढ़कर पुत्र मोह की बात की थी. राहुल गांधी के इस बयान के बाद कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को झटका लगा. इस सवाल के जवाब में राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने दो टूक कहा कि कांग्रेस में बिना आलाकमान की मर्जी के किसी को टिकट नहीं दिया गया है.
प्रियंका के बयान से सहमत-अखिलेश
सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी ने जो बयान दिया है, उससे मैं सहमत हूं. जो भी पार्टी के हित में काम नहीं कर रहा हो, उसे बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए. दरअसल, प्रियंका गांधी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए बयान दिया था कि कांग्रेस को इस मुकाम पर लाने वाले कोई बाहरी नहीं है. वही लोग हैं, जो कांग्रेस के दफ्तर में ही बैठते है.
तो फिर देखने को मिलेगा पुत्र मोह...
आगामी विधानसभा चुनाव में भी बिहार प्रदेश कांग्रेस के दर्जन भर से ऊपर बड़े नेताओं ने अपने बेटों को टिकट के लाइन में सबसे आगे खड़ा कर रखा है.
इन बड़े नेताओं के वारिस आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में-
- सदानंद सिंह- कहलगांव विधानसभा - बेटा- सुभानंद
- अवधेश सिंह - गया विधानसभा - बेटा- शशि कुमार सिंह
- रामदेव राय - बछवारा विधानसभा - बेटा- गरीबदास राय
- मीरा कुमार - सासाराम - बेटे को दिलाना चाहती हैं टिकट
- निखिल कुमार - औरंगाबाद - अपने रिश्तेदारों को दिलाना चाहते हैं टिकट
- अखिलेश प्रसाद सिंह - मुजफ्फरपुर या मोतिहारी - बेटा- आकाश सिंह रालोसपा के टिकट पर मोतिहारी से लोकसभा चुनाव हार चुका है.
- ऋषि मिश्रा - मिथिलांचल - ललित नारायण मिश्रा के पोते हैं.
- पूर्व मुख्यमंत्री केदारनाथ पांडे के पोते शाश्वत केदार वाल्मीकि नगर से लोकसभा चुनाव हार चुके हैं.