पटना: बिहार विधान परिषद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों पर शांतिपूर्ण ढंग से वोटिंग संपन्न (Voting concluded peacefully in 24 MLC seats) हो गयी. मतदान की प्रक्रिया सुबह 8:00 बजे से शाम 4:00 बजे के बीच आयोजित की गई. मतदान संपन्न होने पर राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त एचआर श्रीनिवास (State Chief Election Commissioner HR Srinivas) ने कहा कि 24 सीटों पर शांतिपूर्वक मतदान संपन्न हो गया. कहीं से भी किसी प्रकार की हिंसक घटना की सूचना नहीं है. शाम 4:00 बजे तक 97.84 प्रतिशत मतदान हुआ. जिसमें वैशाली में सबसे अधिक 99.67 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि पूर्वी चंपारण में सबसे कम 91.7 प्रतिशत मतदान हुआ.
534 मतदान केंद्र पर हुआ मतदान: राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त एचआर श्रीनिवास (HR Srinivas on mlc Voting in Bihar) ने बताया कि एमएलसी चुनाव के लिए प्रदेश में 534 मतदान केंद्र बनाए गए थे. सभी जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. मतदान केंद्र पर दंडाधिकारी की तैनाती की गई थी और पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल भी मौजूद थे. इस बार एमएलसी चुनाव में 185 कैंडिडेट चुनावी मैदान में थे. मतदान की समाप्ति के बाद मतपत्र पुलिस एस्कॉर्ट के साथ स्ट्रांग रूम तक जाएगा और एस्कॉर्ट में थाना प्रभारी और मजिस्ट्रेट समेत कई पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
3 विधायकों पर आचार संहिता उल्लंघन करने पर एफआईआर: उन्होंने बताया कि पटना स्थित स्टेट कंट्रोल रूम में कुल आठ कंप्लेंट मतदान प्रक्रिया के दौरान उनके पास आयी. जिसमें सभी का नेचर चुनाव में बाधा डालने और आचार संहिता उल्लंघन से जुड़ा रहा. जिसकी जिला लेवल पर जांच की गयी तो अधिकांश गलत साबित हुए. मतदान प्रक्रिया के दौरान तीन विधायकों पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. जिसमें फुलवारी शरीफ के विधायक गोपाल रविदास, कटिहार में बरारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक विजय सिंह और कोढ़ा विधानसभा क्षेत्र की विधायिक कविता देवी शामिल हैं. तीनों विधायक गाड़ी से मतदान केंद्र के 100 मीटर के परिधि के अंदर गये थे.
महिला पंचायत प्रतिनिधि ने बैलेट पेपर बाहर ले जाने का प्रयास किया: वहीं, औरंगाबाद में एक महिला पंचायत प्रतिनिधि रिंकू देवी ने बैलेट पेपर को बॉक्स में डालने के बजाए वोटिंग रूम के बाहर ले जाने का प्रयास किया. जिसके कारण उनके ऊपर एफआईआर दर्ज की गयी है. उन्होंने बताया कि मतदान प्रक्रिया के दौरान बक्सर में चुनाव आयोग की एक जोनल पार्टी के गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया. जिसमें दो लोगों को चोटें आई हैं. इन सबके अलावा मतदान की प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही.
राजद एमएलसी का वोटर लिस्ट में नहीं था नाम: राजद एमएलसी सुनील कुमार का वोटर लिस्ट में नाम न होने के कारण वह एमएलसी चुनाव में मतदान नहीं कर पाए. जिसके बाद उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उनके नाम को हटाया गया है. इन आरोपों पर राज्य के मुख्य निर्वाचन आयुक्त एचआर श्रीनिवास ने बताया कि वोटर लिस्ट में अगर नाम नहीं है तो मतदान नहीं किया जा सकता है. सभी संबंधित एग्जीक्यूटिव ऑफिसर से जो इंफॉर्मेशन लिया गया था. उसे ड्राफ्ट लिस्ट बनाकर लगाया गया था. चुनाव आयोग की तरफ से इसको लेकर अखबारों में विज्ञापन भी दिया गया था और राजनीतिक दल की मीटिंग में भी आयोग की तरफ से बोला गया था कि जिन लोगों का नाम ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं है या किसी के नाम में त्रुटि है तो वह अपना नाम जुड़वा लें. इसके साथ ही नाम में गलती होने पर सुधरवाने के लिए कहा गया था. माननीय विधान परिषद सदस्य के मामले में उन्होंने अपना नाम चेक नहीं कराया और उनका नाम वोटर लिस्ट से मिस हुआ है. इसे चुनाव आयोग की तरफ से चेक किया जा रहा है कि कैसे यह मिस हुआ, लेकिन सभी माननीय सदस्यों को ड्राफ्ट लिस्ट में नाम चेक कर लेना चाहिए ताकि मतदान के दिन कोई बाधा न उत्पन्न हो.
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