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पटना का सर्वेक्षण विभाग है बुरी तरह 'बीमार', दलालों को खुराक देते ही नक्शा होता है पास - The map department of bihar

गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय में हमेशा बीमार रहता है. यहां कभी मशीन खराब, तो कभी कागज खत्म, तो कभी लिंक फेल की बीमारी लगी रहती है.

सर्वेक्षण विभाग, पटना
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Published : Apr 1, 2019, 4:59 PM IST

पटना: राजधानी स्थित गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय, जहां से पूरे बिहार का नक्शा निकलता है की हालत हमेशा से बदहाल रही है. यही कारण है कि यहां आए दिन लोग हंगामा करते नजर आते हैं. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ, नक्शे के लिए कार्यालय पहुंचे कई लोगों को नक्शा सिर्फ इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि इसका कागज खत्म हो गया था.

गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालयहमेशा बीमार रहता है. यहां कभी मशीन खराब, तो कभी कागज खत्म, तो कभी लिंक फेल की बीमारी लगी रहती है. सूबे के कई जिलों से नक्शा निकलवाने आए लोग इस बीमारी से हमेशा परेशान रहते हैं और निराश होकर चले जाते हैं. लोगों का कहना है कि यहां दलालों की भरमार है. रुपयों के बल पर संस्थान की बीमारी दलालों द्वारा दूर हो जाती है.

सर्वेक्षण विभाग, पटना

दलालों के खिलाफ भड़के लोग
जैसे दलालों को टेबल के नीचे से नोट मिलता है, तो तुरन्त काम हो जाता है. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने कार्यालय के कर्मचारियों से जमकर बहस की. वहीं, मीडिया से बात करते हुए पूरा हाल बताया. इस बाबत ईटीवी भारत ने जब इस पूरी बात के बारे में जानकारी लेने के लिए कार्यालय के निदेशक से बात की, तो उन्होंने भी संस्थान की बीमारी नंबर दो कागज खत्म होना स्वीकार कर लिया. और कहा इसी की वजह से दिक्कत हो रही है.

कब दूर होगी बीमारी
बहरहाल, जो कुछ भी हो अगर पूरे राज्य का जिम्मा एक संस्थान के ऊपर है तो उसे भी पूरा दायित्व निभाते हुए दुरुस्त इंतजाम करने चाहिए. ताकि लोगों को कभी समस्याएं न हो. मगर यहां हालात कुछ यूं है कि लोगों को हंगामा करने पर मजबूर होना पड़ता है. अब देखना है कि इस संस्थान की बीमारी कब तक दूर होती है या दलालों के बल पर मिल रही दवा हमेशा चलती रहती है.

पटना: राजधानी स्थित गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय, जहां से पूरे बिहार का नक्शा निकलता है की हालत हमेशा से बदहाल रही है. यही कारण है कि यहां आए दिन लोग हंगामा करते नजर आते हैं. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ, नक्शे के लिए कार्यालय पहुंचे कई लोगों को नक्शा सिर्फ इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि इसका कागज खत्म हो गया था.

गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालयहमेशा बीमार रहता है. यहां कभी मशीन खराब, तो कभी कागज खत्म, तो कभी लिंक फेल की बीमारी लगी रहती है. सूबे के कई जिलों से नक्शा निकलवाने आए लोग इस बीमारी से हमेशा परेशान रहते हैं और निराश होकर चले जाते हैं. लोगों का कहना है कि यहां दलालों की भरमार है. रुपयों के बल पर संस्थान की बीमारी दलालों द्वारा दूर हो जाती है.

सर्वेक्षण विभाग, पटना

दलालों के खिलाफ भड़के लोग
जैसे दलालों को टेबल के नीचे से नोट मिलता है, तो तुरन्त काम हो जाता है. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने कार्यालय के कर्मचारियों से जमकर बहस की. वहीं, मीडिया से बात करते हुए पूरा हाल बताया. इस बाबत ईटीवी भारत ने जब इस पूरी बात के बारे में जानकारी लेने के लिए कार्यालय के निदेशक से बात की, तो उन्होंने भी संस्थान की बीमारी नंबर दो कागज खत्म होना स्वीकार कर लिया. और कहा इसी की वजह से दिक्कत हो रही है.

कब दूर होगी बीमारी
बहरहाल, जो कुछ भी हो अगर पूरे राज्य का जिम्मा एक संस्थान के ऊपर है तो उसे भी पूरा दायित्व निभाते हुए दुरुस्त इंतजाम करने चाहिए. ताकि लोगों को कभी समस्याएं न हो. मगर यहां हालात कुछ यूं है कि लोगों को हंगामा करने पर मजबूर होना पड़ता है. अब देखना है कि इस संस्थान की बीमारी कब तक दूर होती है या दलालों के बल पर मिल रही दवा हमेशा चलती रहती है.

Intro:स्टोरी:-नक्सा नही मिलने पर हंगामा।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-01-04-019.
एंकर:-पटनासिटी, बिहार का एक मात्र संस्थान गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय जँहा पूरे बिहार का नक्सा इस संस्थान से निकलता है लेकिन इस संस्थान हमेसा वीमार रहता है कभी मशीन खराब तो,कभी,कागज नही,तो कभी लिंक फेल रहता है,जिसके कारण बिहार के कई जिलों से लोग आते है और निराश होकर चले जाते है कोई किसी को सुनने वाला नही है सुनने में आता है कि इस जगहों पर दलालो की चाँदी रहती है हरे हरे नोट देखकर दलाल और कर्मचारी दोनों की तबियत खुश रहता है कि और पैसा देने पर तुरतं काम हो जाता है।यानी ईमानदारी से आइये तो समय और पैसा निराशा सब हाथ लगता है लेकिन जैसे दलालो को टेबुल के नीचे से नोट मिल जाता तो तुरन्त काम हो जाता इस घटना से आक्रोश लोगो ने कार्यालय के कर्मचारियों से तूतू-मै मै करने लगे मीडिया को देख तुरन्त दर्द को बयां किया ईटीवी भारत ने जब इसकी जायजा कार्यालय के निदेशक से लिया तो उन्होने बताया कि नक्सा का पेज खत्म हो गया है जिससे लोगो की परेशानी बढ़ी है हमने एजेंसी से बात किया है तुरन्त ही इसका निराकरण होगा दलालो की बात को साफ खारिज किया कि कहा कि दलाल का नाम बताये हम कार्रवाई करेंगे।
बाईट(राजेश, मनीष,पीड़ित ग्रहक और साईदा खातून-उपनिदेशक,गुलजारबाग सर्वेक्षण)


Body:नक्सा नही मिलने पर हंगामा।


Conclusion:नक्सा नही मिलने पर हंगामा।
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