पटना: राजधानी स्थित गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय, जहां से पूरे बिहार का नक्शा निकलता है की हालत हमेशा से बदहाल रही है. यही कारण है कि यहां आए दिन लोग हंगामा करते नजर आते हैं. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ, नक्शे के लिए कार्यालय पहुंचे कई लोगों को नक्शा सिर्फ इसलिए नहीं मिल पाया क्योंकि इसका कागज खत्म हो गया था.
गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालयहमेशा बीमार रहता है. यहां कभी मशीन खराब, तो कभी कागज खत्म, तो कभी लिंक फेल की बीमारी लगी रहती है. सूबे के कई जिलों से नक्शा निकलवाने आए लोग इस बीमारी से हमेशा परेशान रहते हैं और निराश होकर चले जाते हैं. लोगों का कहना है कि यहां दलालों की भरमार है. रुपयों के बल पर संस्थान की बीमारी दलालों द्वारा दूर हो जाती है.
दलालों के खिलाफ भड़के लोग
जैसे दलालों को टेबल के नीचे से नोट मिलता है, तो तुरन्त काम हो जाता है. इस घटना से आक्रोशित लोगों ने कार्यालय के कर्मचारियों से जमकर बहस की. वहीं, मीडिया से बात करते हुए पूरा हाल बताया. इस बाबत ईटीवी भारत ने जब इस पूरी बात के बारे में जानकारी लेने के लिए कार्यालय के निदेशक से बात की, तो उन्होंने भी संस्थान की बीमारी नंबर दो कागज खत्म होना स्वीकार कर लिया. और कहा इसी की वजह से दिक्कत हो रही है.
कब दूर होगी बीमारी
बहरहाल, जो कुछ भी हो अगर पूरे राज्य का जिम्मा एक संस्थान के ऊपर है तो उसे भी पूरा दायित्व निभाते हुए दुरुस्त इंतजाम करने चाहिए. ताकि लोगों को कभी समस्याएं न हो. मगर यहां हालात कुछ यूं है कि लोगों को हंगामा करने पर मजबूर होना पड़ता है. अब देखना है कि इस संस्थान की बीमारी कब तक दूर होती है या दलालों के बल पर मिल रही दवा हमेशा चलती रहती है.