पटना: बिहार में सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की हो रही मौत से चिंतित सरकार ने इसे रोकने के लिए ग्रामीण सड़कों पर भी सुरक्षा संकेतक लगाने की योजना (bihar government initiative to avoid accidents) बनाई है. इस साल अप्रैल महीने तक राज्य में 3326 सड़क हादसे हुए हैं. इनमें 2747 लोगों की जान चली गई जबकि 2353 लोग घायल हुए.
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बिहार में हादसे रोकने के लिए पहल: सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में राज्य भर में सड़क दुर्घटना के कुल 9553 घटनाएं हुई थीं जिनमें 7660 लोगों की मौत हुई थी और 7946 लोग घायल हुए थे. वर्ष 2020 में राज्य भर में सड़क हादसे के 8639 मामले विभिन्न थानों में दर्ज किए गए थे, जिनमें 6698 लोगो की मौत हुई थी. एक आकलन के मुताबिक बिहार में 40 प्रतिशत सड़क हादसे तेज रफ्तार यानी चालकों की लापरवाही के कारण होते हैं.
गांव की सड़कों पर भी लगेंगे सुरक्षा संकेतक : सरकार अब इन हादसों को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बनी सड़कों पर भी सुरक्षात्मक संकेत लगाने की योजना बनाई है. ग्रामीण कार्य विभाग ने अधिकारियों को नई और पुरानी सभी सड़कों पर सुरक्षात्मक संकेत लगाने के निर्देश दिए हैं. ग्रामीण कार्य विभाग के एक अधिकारी बताते हैं कि सड़कों के किनारे यातायात के सरल संचालन को लेकर बोर्ड लगाए जाएंगे तथा सड़क पर चलने वालों को नियमों और प्रतिबंधों से संबंधित जानकारी भी बोर्ड के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी.
राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं : इसके आलावा सड़क पर खतरनाक परिस्थितियों से भी लोगों को जागरूक किया जाएगा. खतरनाक और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की पहचान कर वाहनों की गति को भी सीमित करने के निदेशरें की जानकारी दी जाएगी. परिवहन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर सबसे अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं.
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