पटना. राजद (RJD) के पार्टी ऑफिस के लिए जमीन की मांग संबंधी मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish kumar) ने कहा था कि क्या आसमान से जमीन लाएं. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश को जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि 6 महीने पहले मैंने एक पत्र सरकार को लिखा था कि बगल की जमीन लंबे समय से खाली है उसे राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय के लिए दिया जाए.
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जगदानंद ने कहा, 'जमीन की मालिक सरकार होती है. राजद ने कभी भी अतिक्रमण करने का प्रयास नहीं किया. हमने इसे 6 महीने तक मीडिया को जारी नहीं किया. क्योंकि हम इस पर कोई विवाद नहीं चाहते थे. लालू यादव ने ही सभी पार्टियों को वीरचंद पटेल पथ पर स्थान दिया था. कांग्रेस को जमीन की आवश्यकता नहीं थी और उस समय जदयू नाम की कोई पार्टी नहीं थी.
जगदानंद ने कहा, 'जमीन ना तो आसमान से टपकती है और ना ही नालंदा या कैमूर से आती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहाने ना बनाएं. तर्क के साथ जवाब दें कि राजद से ज्यादा जरूरत भाजपा और जदयू को कैसे हो सकती है? सब की जरूरत बराबर है तो सबको जगह भी बराबर मिलनी चाहिए. बिना आवश्यकता के बिहार में एक से बढ़कर एक भवन बनाए जा रहे हैं. जब श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल से काम चल रहा था तो बापू सभागार बनाने की क्या जरूरत है? इतने सारे अफसर और विधायक के फ्लैट तोड़कर नया म्यूजियम बनाने की क्या जरूरत है?'
जगदानंद सिंह ने कहा, 'मुख्यमंत्री जी यह सारे काम सिर्फ कमीशन खोरी के लिए हो रहे हैं. जितने भवन नए बने हैं सब में पानी टपक रहा है और वे गिर रहे हैं. ऐसा निर्माण क्यों कराया गया? आप ही सिर्फ सरकार का हिस्सा नहीं हैं. प्रतिपक्ष भी सरकार का हिस्सा है यह मत भूलिए. आपने अनेकों फ्लैट तोड़कर अपने कब्जे में कर लिया.
मुख्यमंत्री के जवाब के तरीके पर भी जगदानंद सिंह ने एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से शुक्रवार को मीडिया के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने चेहरे पर अपने भाव को दर्शाया है उससे लगता है कि वह कुछ ज्यादा ही तनाव में आ गए. उन्हें यह बताना चाहिए कि अगर जदयू और भाजपा के कार्यालय का विस्तार हो सकता है, तो राजद के कार्यालय का विस्तार क्यों नहीं हो सकता?
बता दें कि आरजेडी (RJD) ने बिहार सरकार से प्रदेश कार्यालय के लिए 14 हजार वर्गफीट और जमीन की मांग की है. इस संबंध में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) ने भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखा है. शुक्रवार को जमीन मुद्दे पर एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से आरजेडी की जमीन संबंधी मांग को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा- 'क्या आसमान से जमीन लाएं'.
नीतीश ने कहा, 'सभी पार्टियों को कार्यालय मिला हुआ है. वे लोग क्या बोलते हैं वे ही जानें. उन्हीं से पूछिए. 2006 में सभी पार्टियों के लिए जमीन का इंतजाम किया गया था. इन लोगों ने कभी सभी मान्यता प्राप्त पार्टियों को जमीन दिया है? हमलोगों ने ही जमीन दी. उस वक्त जो जमीन पसंद किया वही दिया गया. भला बताइए अब आसमान से जमीन लाएं क्या?'
हालांकि, जमीन मुद्दे पर आरजेडी का कहना है कि वह बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है. सबसे अधिक विधायक उसके पास हैं. इसलिए उसे कार्यालय के लिए सबसे अधिक जमीन चाहिए. जगदानंद ने अपने पत्र में कहा है कि बिहार में तीन बड़े दल हैं. तीनों दलों का ऑफिस वीरचंद पटेल पथ में है. विधानसभा में आरजेडी के 75, बीजेपी के 74 और जेडीयू के 43 विधायक हैं. राजद को इन दोनों से कम जमीन मिली है.
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