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बिहार में वैक्सीनेशन के बाद दो महीने की बच्ची की मौत, जांच के लिए बनी स्पेशल टीम - VACCINATION IN ROHTAS

रोहतास में टीका लगाने के बाद दो महीने की बच्ची की मौत है. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई है. पढ़ें...

vaccination in Rohtas
रोहतास में बच्ची की मौत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 24, 2025, 2:23 PM IST

रोहतास: बिहार के रोहतास से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दो महीने की हंसती खेलती बच्ची की मौत हो गई. परिजनों ने बच्ची की मौत की वजह टीके को बताया है. जिसके बाद जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा गया है. अब स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.

वैक्सीनेशन के बाद बच्ची की मौत!: बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण के बाद दो माह की बच्ची की मौत से सनसनी फैल गई है. दअरसल, मामला डेहरी प्रखंड क्षेत्र के गंगौली गांव का है. बच्ची की मौत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी हैरान कर दिया है. मौत की जांच के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर आर.पी.के. साहू और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सीएमओ सभा सुंदर ने परिजनों से मिलकर जांच शुरू की है.

रोहतास में बच्ची की मौत के बाद बवाल (ETV Bharat)

आंगनबाड़ी केंद्र पर लगाया गया था टीका: गंगौली निवासी उमाशंकर सिंह की दो माह की पुत्री का सासाराम के एक निजी क्लिनिक में जन्म हुआ था. बच्ची के दादा ने बताया कि 15 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में ही आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्ची को टीका लगाया गया था. जिसके बाद शाम में मां ने अपनी बच्ची को दूध पिलाकर सुला दिया, और शाम 7:00 बजे अचानक उस बच्ची की मौत हो गई. जिसकी सूचना एएनएम द्वारा विभागीय अधिकारियों को दी गई.

"आंगनबाड़ी केंद्र में बच्ची को पोलियो का ड्रॉप पिलाया गया था. उसके बाद नोटा वेरिएंट वैक्सीन, पेंटा वेरिएंट वैक्सीन का सेकंड डोज दिया गया. हालांकि बाद में बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई." -गुरुचरण सिंह, बच्ची के दादा

जांच में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम: जांच के लिए पहुंचे जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. आरपी साहू ने बताया कि मौत कैसे किस कारण हुई, यह अबतक जानकारी नहीं मिल सकी है. स्वस्थ बच्ची की मां के दूध पीलाने के बाद अचानक मौत होना हैरान करने वाला है. मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चला है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की गई है. जांच के बाद रिपोर्ट विभाग के वरीय अधिकारी को भेज दी जाएगी.

"टीकाकरण के बाद बच्ची की मौत जरूर हुई है लेकिन इतना स्पष्ट है कि टीकाकरण से मौत नहीं हुई है. फिलहाल बच्ची के परिजन का कहना है कि बच्ची में किसी प्रकार की कोई मेडिकल समस्या नहीं थी. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की जा रही है."- डॉ. आरपी साहू, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, स्वास्थ विभाग, सासाराम

परिजनों ने टीकाकरण से मौत का लगाया आरोप: बच्ची की मां ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्ची को टीकाकरण का पहला डोज दिया गया था. हालांकि दूसरे डोज के बाद बच्ची की मौत हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम घर आकर इसकी जांच कर रही है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. आरपी साहू और सीएमओ एस सुंदर के द्वारा इसकी जांच की जा रही है.

"मेरी बच्ची को कोई बीमारी नहीं थी. आंगनबाड़ी केंद्र से टीका दिलाकर घर लाए थे, फिर दूध पिला कर सुला दिया था. जब सोने के बाद उसे उठाने लगे तो फिर मेरी मासूम उठी नहीं. टीका दिलाने के बाद ही मेरी बच्ची की मौत हुई है."- शीतल देवी, बच्ची की मां

पढ़ें-अब पटना एम्स में होगी खसरा की जांच, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- मेडिकल कॉलेजों में कलेक्ट होगा सैंपल

रोहतास: बिहार के रोहतास से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक दो महीने की हंसती खेलती बच्ची की मौत हो गई. परिजनों ने बच्ची की मौत की वजह टीके को बताया है. जिसके बाद जिले के स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा गया है. अब स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है.

वैक्सीनेशन के बाद बच्ची की मौत!: बता दें कि आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण के बाद दो माह की बच्ची की मौत से सनसनी फैल गई है. दअरसल, मामला डेहरी प्रखंड क्षेत्र के गंगौली गांव का है. बच्ची की मौत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी हैरान कर दिया है. मौत की जांच के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉक्टर आर.पी.के. साहू और विश्व स्वास्थ्य संगठन के सीएमओ सभा सुंदर ने परिजनों से मिलकर जांच शुरू की है.

रोहतास में बच्ची की मौत के बाद बवाल (ETV Bharat)

आंगनबाड़ी केंद्र पर लगाया गया था टीका: गंगौली निवासी उमाशंकर सिंह की दो माह की पुत्री का सासाराम के एक निजी क्लिनिक में जन्म हुआ था. बच्ची के दादा ने बताया कि 15 जनवरी को स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में ही आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्ची को टीका लगाया गया था. जिसके बाद शाम में मां ने अपनी बच्ची को दूध पिलाकर सुला दिया, और शाम 7:00 बजे अचानक उस बच्ची की मौत हो गई. जिसकी सूचना एएनएम द्वारा विभागीय अधिकारियों को दी गई.

"आंगनबाड़ी केंद्र में बच्ची को पोलियो का ड्रॉप पिलाया गया था. उसके बाद नोटा वेरिएंट वैक्सीन, पेंटा वेरिएंट वैक्सीन का सेकंड डोज दिया गया. हालांकि बाद में बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई." -गुरुचरण सिंह, बच्ची के दादा

जांच में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम: जांच के लिए पहुंचे जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. आरपी साहू ने बताया कि मौत कैसे किस कारण हुई, यह अबतक जानकारी नहीं मिल सकी है. स्वस्थ बच्ची की मां के दूध पीलाने के बाद अचानक मौत होना हैरान करने वाला है. मौत के कारणों का अब तक पता नहीं चला है. स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की गई है. जांच के बाद रिपोर्ट विभाग के वरीय अधिकारी को भेज दी जाएगी.

"टीकाकरण के बाद बच्ची की मौत जरूर हुई है लेकिन इतना स्पष्ट है कि टीकाकरण से मौत नहीं हुई है. फिलहाल बच्ची के परिजन का कहना है कि बच्ची में किसी प्रकार की कोई मेडिकल समस्या नहीं थी. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा जांच की जा रही है."- डॉ. आरपी साहू, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, स्वास्थ विभाग, सासाराम

परिजनों ने टीकाकरण से मौत का लगाया आरोप: बच्ची की मां ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्ची को टीकाकरण का पहला डोज दिया गया था. हालांकि दूसरे डोज के बाद बच्ची की मौत हो गई है. स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम घर आकर इसकी जांच कर रही है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. आरपी साहू और सीएमओ एस सुंदर के द्वारा इसकी जांच की जा रही है.

"मेरी बच्ची को कोई बीमारी नहीं थी. आंगनबाड़ी केंद्र से टीका दिलाकर घर लाए थे, फिर दूध पिला कर सुला दिया था. जब सोने के बाद उसे उठाने लगे तो फिर मेरी मासूम उठी नहीं. टीका दिलाने के बाद ही मेरी बच्ची की मौत हुई है."- शीतल देवी, बच्ची की मां

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