पटना : महागठबंधन सरकार से अलग होने के फैसले पर आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जो कुछ भी जीतन राम मांझी कर रहे हैं ये उनका अपना फैसला है. अगर मांझी जी बीजेपी में जाने की सोच रहे हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि वो कौन लोग थे जो उनके जाने के बाद मंदिर धुलवाते थे. आरजेडी ने साफ किया कि महागठबंधन सरकार से मांझी की पार्टी के हटने के बाद सरकार पर कोई खतरा नहीं है.
ये भी पढ़ें- Bihar Minister Resigns: जीतनराम मांझी का नीतीश सरकार को बड़ा झटका, बेटे संतोष ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा
मांझी को आरजेडी की नसीहत : वहीं मांझी को नसीहत देते हुए आरजेडी ने कहा कि अगर राजनीतिक फैसले साख पर असर डालने वाले हों तो उसपर मूल्यांकन जरूर करना चाहिए. आरजेडी ने संतोष सुमन मांझी के उस आरोप का भी जवान दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी के विलय कराने के लिए दबाव था इसलिए वो अपनी पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं. आरजेडी ने कहा कि जनता देख रहे हैं कि उन्होंने कौन सा फैसला लिया है.
'कहां गई वो कसमें?' : नीतीश का साथ न छोड़ने की कसमें खाने पर भी आरजेडी ने तंज कसा है. उन्होंने कहा है कि कसम खाने का फैसला भी जीतनराम मांझी का ही था. उस कसम का क्या हुआ जो वो हर सभा में, प्रेस कॉन्फ्रेंस में और मुलाकातों के दौरान खाते थे?
इसलिए छोड़ा मंत्रिमंडल : बता दें कि जीतनराम मांझी के बेटे संतोष सुमन मांझी ने नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी का अस्तित्व पर खतरा था इसलिए वो मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहे हैं. 2024 में लोकसभा की 5 सीटों को लेकर और नीतीश मंत्रिमंडल में HAM के लिए दो सीटों को लेकर गतिरोध था. 15 मई 2023 को जीतनराम मांझी ने नालंदा में राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इसको लेकर आपत्ति जताई थी. जीतन राम मांझी ने ये बयान तब दिया था जब उनके बेटे से मंत्रिमंडल का एक विभाग ले लिया गया था.