पटनाः अग्निपथ योजना के विरोध में आज बिहार बंद (Bihar Bandh Against Agneepath Scheme) है. छात्र संगठनों के ऐलान पर बिहार बंद का राजद और महागठबंधन के तमाम दलों ने अपना नैतिक समर्थन भी दिया है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि नेता प्रतिपक्ष और विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा तेजस्वी यादव इस मौके पर पटना में नहीं हैं. ईटीवी भारत ने जब राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (Mrityunjay Tiwari on Bihar Bandh) से यह जानने की कोशिश की आखिर आज तेजस्वी यादव हैं कहां? तो उन्होंने साफ कहा कि बिहार का हर युवा तेजस्वी यादव का सिपाही बनकर सड़कों पर खड़ा है.
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"राजद का एक-एक कार्यकर्ता तेजस्वी बनकर खड़ा है. नौजवान आज सड़कों पर हैं, बेरोजगारी की मार से परेशान हैं. तेजस्वी यादव ने पहले ही कहा है कि यह नौजवानों के साथ छलावा है जुमलेबाजी है. दो करोड़ नौकरी हर साल दावा करने वाली सरकार जुमलेबाज है, अब जब लोकसभा चुनाव डेढ़ साल दूर है तो फिर से नौजवानों के साथ धोखेबाजी और जुमलेबाजी कर रही है. नौजवानों का धैर्य जवाब दे चुका है, इसलिए वो आक्रोशित हैं. पूरा राजद और महागठबंधन आज उन नौजवानों के साथ है जो आज सड़कों पर हैं. राजद ने उनको अपना मोरल सपोर्ट दिया है"- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
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'सरकार नौजवानों के मनोबल को तोड़ने में लगी है': जब उनसे पूछा गया कि जदयू का कहना है कि तेजस्वी केवल फ्यूचर ब्वॉय हैं. वह केवल ट्वीट करते हैं, तो इस पर मृत्युंजय तिवारी का कहना था कि कौन क्या कह रहा है, नहीं कह रहा है. हर बात का जवाब और इस पर हर दिन प्रतिक्रिया देना हम उचित नहीं समझते. सरकार में बैठे लोग नौजवानों के मनोबल को तोड़ने का काम कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह कह रहे हैं कि ये सब राजद के लोग करा रहे हैं. या नहीं कह रहे हैं कि अग्नीपथ योजना से जो सेना में जाने वाले युवा तैयारी कर रहे थे, ख्वाब देख रहे थे वह आक्रोशित हैं. उन्होंने कहा कि आमूलचूल परिवर्तन करके 4 वर्षों के लिए ठेके पर सेना में बहाली यह कहां का न्याय है?
"तेजस्वी यादव के ऊपर आरोप लगा देने से भला नहीं होने वाला है, मूल सवाल क्या है? तेजस्वी यादव की यूएसपी क्या है? उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर 2020 का चुनाव लड़ा था. वही 10 लाख रोजगार की बात तेजस्वी यादव ने विधानसभा चुनाव में कही थी.आज प्रधानमंत्री 10 लाख रोजगार की बात कह रहे हैं. पहले जो दो करोड़ रोजगार हर वर्ष देने का वादा था. उसका क्या हुआ". देश की सुरक्षा और नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ सरकार ना करें. नहीं तो इसका खामियाजा भुगतना होगा?- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
'नौजवानों के भविष्य को आग में किसने झोंका'? यह पूछे जाने पर कि जब तेजस्वी नहीं रहते हैं तो आप की विरोधी पार्टियों को हमला करने का बड़ा मौका मिल जाता है. अगर तेजस्वी यहां होते तो इस बंद और बल मिलता? इस मृत्युंजय तिवारी का कहना था कि यह बड़ा अजीबोगरीब सवाल है. नेता प्रतिपक्ष और तेजस्वी यादव हर दिन हर पल जनता के सवालों को लेकर सरकार को घेरने का काम करते हैं. विपक्ष के नेता के रूप में जो जिम्मेदारी उनको मिली है, उसका वह बखूबी निर्वहन कर रहे हैं. अग्नीपथ का शाब्दिक अर्थ है आग का रास्ता. इस आग के रास्ते पर नौजवानों के भविष्य को किसने झोंका? नौजवानों को किसने आग से खेलने पर मजबूर किया? प्रधानमंत्री का नौजवानों के नाम अभी तक कोई संदेश आया? मुख्यमंत्री का आया ? लेकिन लालू प्रसाद का आया नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का आया की लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करें.
राजद नेता ने कहा प्रधानमंत्री कहां हैं? यह पूछे जाने पर कि आखिर तेजस्वी पटना कब आएंगे, मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव विपक्ष के बड़े चेहरे हैं. सब नेताओं अधिकारियों का काम बांटा हुआ है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के संदेश और निर्देश पर ही यह सारा काम हो रहा है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हम पूछ रहे हैं कि प्रधानमंत्री कहां है? राजनाथ सिंह क्यों नहीं संदेश दे रहे हैं.
बंद को राजद का समर्थन: आपको बता दें कि पिछले तीन दिनों में बिहार में कई जगहों पर ट्रेनों को जलाया गया, पुलिस पर पथराव किया गया. अग्निपथ को लेकर बिहार में लगातार बवाल हो रहा है. आज बिहार बंद को राजद ने अपना नैतिक समर्थन दिया है. शुक्रवार को राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने भी कहा था कि अग्निवीरों के संघर्ष को नैतिक तौर पर महागठबंधन का समर्थन है. इस दौरान जगदानंद सिंह ने सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग भी की थी. लेकिन हर बार की तरह इस बार भी तेजस्वी यादव बिहार बंद के दौरान प्रदेश से बाहर हैं, लेकिन राजद का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता बिहार बंद सफल है. क्योंकि राजद का हर कार्यकर्ता तेजस्वी यादव बनकर सड़क पर खड़ा है.