पटना: आरजेडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोला है. आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने पीएम के फैसले को तुगलकी फरमान करार दिया है. उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक अपने क्षेत्रों में विकास निधि खर्च नहीं करेंगे तो क्या उनके सांसद और विधायक बनने का क्या फायदा होगा.
दरअसल, पीएम मोदी और केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के कारण हुए आर्थिक संकट से देश को उबारने के लिए सांसदों की तनख्वाह में 1 साल तक 30 फीसद कटौती और 2 साल तक सभी सांसदों को सांसद निधि नहीं देने के ऐलान किया है. जिसके बाद राजनीति तेज हो गई है. कुछ लोग जहां इस पहल की सराहना कर रहे हैं वहीं, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी विरोध में उतर आई है.
विकास निधि से नहीं कटना चाहिए पैसा- भाई वीरेंद्र
आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि सरकार चाहे तो सांसदों और विधायकों की सैलरी से पैसा काट ले, इसपर हमें कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन, विकास निधि से पैसे नहीं काटने चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नोटबंदी के दौरान बहुत काला धन वापस आया था, उन्हीं पैसों को इस महामारी के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगाना चाहिए.