पटना: केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार (Union Cabinet Expansion) के बाद बिहार का सियासी पारा (Bihar Politics) सातवें आसमान पर है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राजद (RJD) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
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जदयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. आरसीपी सिंह को मोदी कैबिनेट (Modi cabinet) में शामिल किए जाने के बाद से बिहार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. राजद ने नीतीश कुमार पर जातिवादी होने के आरोप लगाए हैं.
राजद विधायक भाई वीरेंद्र (RJD MLA Bhai Virendra) ने कहा कि नीतीश कुमार एक ही जाति की राजनीति करते हैं. बिहार में तमाम संगठन के उच्च पदों पर उनकी जाति के लोग हैं और जब मंत्री बनाने की बात आई तब भी नीतीश कुमार ने अपनी जाति पर दांव लगाया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछड़ा, अति पिछड़ा और अल्पसंख्यकों को ठगने का काम कर रहे हैं.
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बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू को केवल 43 सीट पर जीत हासिल हुई और पार्टी तीसरे नंबर पर पहुंच गई. इसी के बाद नीतीश कुमार ने संगठन से लेकर हर स्तर पर अपनी रणनीति बदल ली है. नीतीश कुमार ने इस बार सवर्ण वर्ग को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर जगह नहीं दी है. मंत्रिमंडल में भी सवर्ण वर्ग के जिन मंत्रियों को जगह दी है, वो नीतीश कुमार के पुराने वफादार नेता हैं. एक तरह से इस बार सवर्ण वर्ग जदयू में हाशिए पर है.