पटना: लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने अनुशंसित फंड वापस ले लिए. ऐसे में अब कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं. वहीं आरजेडी ने इसे सांसद के विवेक का हवाला दिया है.
दरअसल राज्यसभा सांसद बनने के बाद मीसा भारती ने 3 वर्षों में किसी भी योजना की अनुशंसा नहीं की थी, लेकिन जैसे ही लोकसभा चुनाव सामने आया. उन्होंने पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में 15 करोड़ की योजनाओं की अनुशंसा कर दी. लेकिन जब वह चुनाव हार गईं तो मीसा ने अनुशंसित राशि रद्द कर दिया.
मीसा के रवैये पर खड़े हो रहे कई सवाल
मीसा भारती के इस फैसले को लेकर अब सवाल खड़े होने लगे हैं. सतापक्ष उन पर लगातार हमले कर रहा है. वहीं मीसा भारती के इस फैसले पर पार्टी को कोई जवाब नहीं सूझ रहा है. आरजेडी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने मीसा भारती के इस फैसले पर कहा है कि क्षेत्र में विकास के लिए सांसद निधि का जो फंड होता है वह अनुशंसित किया जाता है.
मीसा के इस फैसले पर राजद चुप
भाई वीरेंद्र ने कहा लेकिन मीसा भारती ने किस वजह से अनुशंसित राशि को रद्द किया है. यह हमें जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि किन कारणों से उन्होंने फैसला किया है. उस पर हम कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते हैं.