पटना: कोटा से बिहार के छात्रों को अपने घर भेजने का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर नीतीश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं और पूछा है कि जब 25 हजार छात्र कोटा से अपने-अपने घर जा सकते हैं तो बिहार के छात्र क्यों नहीं. तेजस्वी यादव के इन सवालों को लेकर बीजेपी ने पलटवार किया है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के जरिए पूछा है कि जब हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और गुजरात समेत अन्य राज्यों ने अपने-अपने छात्रों को कोटा से वापस बुला लिया. तो फिर नीतीश कुमार को बिहार के छात्रों से क्या नफरत है. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार की सरकार को हठ छोड़कर कोटा में फंसे अपने बच्चों को वापस बुला लेना चाहिए.
क्या कहते है बीजेपी नेता
राष्ट्रीय जनता दल के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि बिहार सरकार कोरोना वायरस को लेकर बहुत अच्छा काम कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर तमाम इंतजाम कर रहे हैं, कि लोगों को कम से कम परेशानी हो और इसके बेहतर नतीजे भी सामने आ रहे हैं. ऐसे में सोशल मीडिया के जरिए तेजस्वी यादव जिस तरह से बयान दे रहे हैं. वह सिर्फ नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें जमीनी हकीकत का पता नहीं है, इसलिए वह ऐसे बयान दे रहे हैं.
कोटा से बिहार के बच्चों को वापस बुलाने को लेकर बवाल कम होता नहीं दिख रहा है. बिहार सरकार पहले ही यह साफ कर चुकी है कि वे लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करेंगे और इसलिए जो लोग जहां हैं, उन्हें वहीं रहना चाहिए, लेकिन अन्य राज्यों ने कोटा से अपने बच्चों को वापस बुला लिया. इसके बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमले बोल रहा है.