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सुशांत केस: नेताओं ने की संजय राउत और BMC के बयान की आलोचना, बोले- बौखलाहट से बढ़ता है संदेह

राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. शिवसेना नेता संजय रावत और मुंबई के मेयर बेवजह की बयानबाजी कर मामले को तूल दे रही हैं. वहीं, जदयू प्रवक्ता ने कहा कि सुशांत केस में सीबीआई जांच से महाराष्ट्र सरकार बौखलाई हुई है.

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Published : Aug 10, 2020, 7:18 PM IST

Updated : Aug 10, 2020, 8:41 PM IST

सुशांत केस
सुशांत केस

पटना: सुशांत केस अब धीरे-धीरे मुंबई बनाम बिहार होता जा रहा है. इसको लेकर बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष की अलग-अलग राय है. लेकिन सभी दल सुशांत केस की सच्चाई को जानना चाहते हैं. इस मामले पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार और उनके नेता बेवजह की बयानबाजी कर रहे हैं. केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. जांच को लेकर किसी को ऐतराज नहीं होनी चाहिए.

वहीं, जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत का मामला सीबीआई को सौंपी जा चुकी है. महाराष्ट्र सरकार की बौखलाहट से संदेह और भी बढ़ रहे हैं.

'सीबीआई जांच से नहीं होनी चाहिए ऐतराज'
सुशांत मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस केस की जांच सीबीआई को सौपी गई है. शिवसेना नेता संजय रावत और मुंबई के मेयर बेवजह की बयानबाजी कर मामले को तूल दे रही हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में दोषी को कैसे जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

राजद नेता ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख रही है. सीबीआई अपने स्तर से जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. देश की जनता यह जानना चाह रही है कि सुशांत सिंह मामले में आखिर दोषी कौन हैं. संजय रावत और वहां के मेयर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वार पांडेय का समर्थन करते हुए कहा कि डीजीपी के खिलाफ ऐसा बयान देना मुंबई सरकार के उदासीन और गैर-जिम्मेदार रवैये को दर्शा रहा है.

'जांच से महाराष्ट्र सरकार में डर और बौखलाहट'
वहीं, इस मामले में जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने मुंबई के मेयर की निंदा करते हुए कहा कि बीएमसी वालों को अपने अधिकार का पता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच के डर ने महाराष्ट्र सरकार में बौखलाहट पैदा कर दी है. बीएमसी के मेयर अपने आकाओं को खुश करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं.

राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता
राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता

जदयू नेता ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत जिस तरह से बयान दे रहे हैं और इस केस को लेकर महाराष्ट्र सरकार का जिस तरह से रवैया रहा है. उससे यह प्रतित होता है कि दाल में कुछ जरूर काला है.

क्या है मामला?
गौरतलब है अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर हर दिन नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने उनकी मौत की जांच सीबीआई से करवाने की मंजूरी दे दी है. जिसका बहुत से लोगों ने स्वागत किया है, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच का विरोध जताया है.

सीबीआई जांच के कारण महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना सांसद संजय राउत ने बयानबाजी कर रहे हैं. संजय राउत ने बिहार पुलिस और बिहार सरकार के ऊपर भी कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने डीजीपी के बारे में कहा कि बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय बीजेपी के आदमी है. इसको लेकर बिहार में लगभग सभी सियासी दल और संगठन महाराष्ट्र सराकर की जमकर आलोचना कर रहे हैं.

पटना: सुशांत केस अब धीरे-धीरे मुंबई बनाम बिहार होता जा रहा है. इसको लेकर बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष की अलग-अलग राय है. लेकिन सभी दल सुशांत केस की सच्चाई को जानना चाहते हैं. इस मामले पर राजद नेता मृत्युंजय तिवारी का कहना है कि महाराष्ट्र सरकार और उनके नेता बेवजह की बयानबाजी कर रहे हैं. केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई है. जांच को लेकर किसी को ऐतराज नहीं होनी चाहिए.

वहीं, जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत का मामला सीबीआई को सौंपी जा चुकी है. महाराष्ट्र सरकार की बौखलाहट से संदेह और भी बढ़ रहे हैं.

'सीबीआई जांच से नहीं होनी चाहिए ऐतराज'
सुशांत मामले पर राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस केस की जांच सीबीआई को सौपी गई है. शिवसेना नेता संजय रावत और मुंबई के मेयर बेवजह की बयानबाजी कर मामले को तूल दे रही हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और बीएमसी को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में दोषी को कैसे जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

राजद नेता ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को देख रही है. सीबीआई अपने स्तर से जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी. देश की जनता यह जानना चाह रही है कि सुशांत सिंह मामले में आखिर दोषी कौन हैं. संजय रावत और वहां के मेयर का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वार पांडेय का समर्थन करते हुए कहा कि डीजीपी के खिलाफ ऐसा बयान देना मुंबई सरकार के उदासीन और गैर-जिम्मेदार रवैये को दर्शा रहा है.

'जांच से महाराष्ट्र सरकार में डर और बौखलाहट'
वहीं, इस मामले में जदयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने मुंबई के मेयर की निंदा करते हुए कहा कि बीएमसी वालों को अपने अधिकार का पता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच के डर ने महाराष्ट्र सरकार में बौखलाहट पैदा कर दी है. बीएमसी के मेयर अपने आकाओं को खुश करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं.

राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता
राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता

जदयू नेता ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत जिस तरह से बयान दे रहे हैं और इस केस को लेकर महाराष्ट्र सरकार का जिस तरह से रवैया रहा है. उससे यह प्रतित होता है कि दाल में कुछ जरूर काला है.

क्या है मामला?
गौरतलब है अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच को लेकर हर दिन नए घटनाक्रम सामने आ रहे हैं. हाल ही में केंद्र सरकार ने उनकी मौत की जांच सीबीआई से करवाने की मंजूरी दे दी है. जिसका बहुत से लोगों ने स्वागत किया है, लेकिन अब महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले में सीबीआई जांच का विरोध जताया है.

सीबीआई जांच के कारण महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना सांसद संजय राउत ने बयानबाजी कर रहे हैं. संजय राउत ने बिहार पुलिस और बिहार सरकार के ऊपर भी कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने डीजीपी के बारे में कहा कि बिहार पुलिस के मुखिया गुप्तेश्वर पांडेय बीजेपी के आदमी है. इसको लेकर बिहार में लगभग सभी सियासी दल और संगठन महाराष्ट्र सराकर की जमकर आलोचना कर रहे हैं.

Last Updated : Aug 10, 2020, 8:41 PM IST
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