पटना: ऊर्जा स्टेडियम में मंगलवार से रणजी ट्रॉफी के मुकाबले शुरू होंगे. रणजी ट्राफी मैच में बिहार का मुकाबला अरुणाचल प्रदेश (Bihar vs Arunachal Pradesh Cricket Match) से होगा. क्रिकेट प्रेमियों के लिए बहुत खुशखबरी है कि दो साल बाद बिहार में रणजी ट्रॉफी का मैच खेला जा रहा है. पटना के उर्जा स्टेडियम मैदान में रणजी ट्रॉफी का मैच खेला जाएगा. इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. पहला मैच अरुणाचल बनाम बिहार होगा.
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बिहार की टीम में चार आलराउंडरः बिहार के खिलाड़ी अपनी धरती पर मैच जीतने के लिए दमखम के साथ उतरेंगे. बताया जा रहा है कि बिहार की टीम में 4 ऑलराउंडर, चार बल्लेबाज 3 गेंदबाज और दो विकेट कीपर को शामिल किया गया है. बिहार की टीम में आशुतोष अमन कप्तान है, सकीबुल गनी उपकप्तान बनाये गये हैं. इसके अलावा टीम में जिन खिलाड़ियों को जगह मिली है उनमें अभिजीत साकेत, शिवम संजय कुमार, वीर प्रताप सिंह, अनुज राज, यशस्वी ऋषभ, विपिन सौरभ, हर्ष विक्रम सिंह, सचिन कुमार सिंह, मलाई राज, बलजीत सिंह बिहारी, ऋषभ राज, राघवेंद्र प्रताप सिंह का नाम शामिल है.
मोइनुल हक स्टेडियम बदहालः बिहार में स्टेडियम की बदहाली को लेकर ऊर्जा स्टेडियम में कराया जा रहा है. मोइनुलहक स्टेडियम में बदहाली के कारण यहां कोई बड़ा खेल आयोजन नहीं किया जाता है. बताते चलें कि इस मैच को पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में होना था. लेकिन वहां की व्यवस्था को देखकर ऊर्जा स्टेडियम में ट्रांसफर कर दिया गया. बतादें कि इस घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार साल 1934-35 में किया गया था. पिछले साल कोरोना के चलते रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो पाया था.
रणजी ट्रॉफी की शुरुआतः रणजी ट्रॉफी का नाम 1907 से 1933 तक नवानगर (वर्तमान में जामनगर) स्टेट के महाराजा रहे रणजीत सिंह के नाम पर रखा गया है. वह भारत के पहले क्रिकेटर थे, जिन्हें अंग्रेजों की क्रिकेट टीम में खेलने का मौका मिला था. उन्होंने इंग्लैंड के लिए 15 टेस्ट मैचों में 45 की औसत से 989 रन बनाए थे. उस समय भारत की क्रिकेट टीम नहीं हुआ करती थी. साल 1933 में महाराजा रणजीत सिंह का निधन हो गया था. उनके निधन के एक साल बाद शुरू हुए इस घरेलू टूर्नामेंट का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया.