पटनाः भारतीय रेलवे में नेशनल ओल्ड पेंशन सिस्टम की मांग जारी है. इसको लेकर कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं. कर्मचारियों ने अब आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. ईस्ट सेंट्रल कर्मचारी यूनियन की महामंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 21 जनवरी को बैठक हुई, जिसमें निष्कर्ष निकला है कि प्रधानमंत्री के आश्वासन के बाद भी अभी तक मांग पूरी नहीं की गई. इसलिए संगठनों ने संसद सत्र के दौरान आंदोलन करने का आह्वान किया है.
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ओपीएस को बहाल की मांगः रेल कर्मचारी नई पेंशन स्कीम एनपीएस को समाप्त कर ओपीएस को बहाल की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 8 लाख रेलवे कर्मचारी एनपीएस के तहत कार्य कर रहे हैं. सभी रेलवे कर्मचारियों की बस एक ही मांग है कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए. इससे रेलवे कर्मचारियों कि सामाजिक सुरक्षा बनी रहेगी. इसको लेकर के कई बार वर्षों से आंदोलन किया जा रहा है.
रिटायर होने के बाद समस्याः महामंत्री ने कहा कि जो लोग पुरानी पेंशन स्कीम के तहत रिटायर कर रहे हैं, उनके चेहरे पर मुस्कान है. अब अधिकांश रेलवे कर्मचारी एनपीएस के तहत रिटायर कर रहे हैं, जिससे उनके सामने समस्या है. लगभग दो हजार अट्ठारह सौ और ज्यादा से ज्यादा 2500 से रिटायर कर रहे हैं.
"कई रेल मंत्री इस मुद्दे को उठा चुके हैं .इसके बाद भी 8 लाख रेल कर्मियों के चेहरे पर मुस्कान नहीं आ पाया. ऐसे में ईस्ट सेंटर रेलवे कर्मचारी यूनियन के साथ-साथ जितनी भी संगठन है सभी संगठन का बस एक ही नारा है कि पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए. इसके लिए संसद सत्र में आंदोलन किया जाएगा. अगर जरूरत पड़ी तो भारत बंद भी किया जाएगा." एसएन पी श्रीवास्तव, महामंत्री, ECR कर्मचारी यूनियन