पटना: बिहार विधान परिषद में गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ. मामला उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से जुड़ा था और राजद के सदस्य सृजन घोटाले में सुशील मोदी के नार्को टेस्ट की मांग कर रहे थे. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राबड़ी देवी और विपक्ष के तमाम नेता सुशील मोदी को लेकर नाराजगी जताने लगे. राबड़ी देवी ने मोदी के नार्को टेस्ट की मांग की. इसको लेकर पक्ष और विपक्ष में जमकर वाद-विवाद हुआ.
क्या है मामला
मामला बुधवार की कार्यवाही से जुड़ा है, जब सुशील कुमार मोदी आय व्यय पर चर्चा का जवाब दे रहे थे. इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे. चर्चा के दौरान बजट पर बात करने की बजाय सुशील कुमार मोदी लगातार लालू यादव और तेजस्वी यादव को लेकर बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने इन दोनों नेताओं पर लगे गंभीर आरोपों की चर्चा की.
कांग्रेस ने दिया राबड़ी का साथ
इसी बात से विधान परिषद में विपक्ष की नेता राबड़ी देवी काफी नाराज थीं. उनका कहना था कि सरकार और सुशील कुमार मोदी बिना लालू और तेजस्वी का नाम लिए अपनी राजनीति नहीं कर सकते. राबड़ी ने कहा कि पहले सुशील कुमार मोदी के खिलाफ सृजन मामले में नारको टेस्ट हो. इधर कांग्रेस के नेता भी सुशील कुमार मोदी की बात से नाराज थे. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि जब बात बजट की हो रही थी तो फिर लालू और तेजस्वी का नाम लेने की क्या जरूरत थी.
ये अत्यंत शर्म की बात है- विजय सिन्हा
वहीं सत्ता पक्ष से श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि ये अत्यंत शर्म की बात है कि राबड़ी देवी ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का नाम लिया और उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी ऐसे लोगों को नकार दिया है. इससे सबक लें नहीं तो आने वाले दिनों में इनकी निशानी भी मिट जाएगी.