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वैशाली हत्याकांड में लापरवाह सब इंस्पेक्टर और ओपी अध्यक्ष निलंबित, अब SIT कर रही है जांच

पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि वैशाली में युवती को जिंदा जलाने के मामले में स्थानीय पुलिस ने बड़ी लापरवाही की थी. लापरवाह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. और मामले की जांच अब SIT को दे दी गई है.

वैशाली हत्याकांड पर पुलिस मुख्यालय का जवाब
वैशाली हत्याकांड पर पुलिस मुख्यालय का जवाब
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Published : Nov 19, 2020, 9:07 AM IST

Updated : Nov 19, 2020, 10:21 AM IST

पटना: वैशाली हत्याकांड की जांच के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महनार के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल एसआईटी का गठन किया गया है. जो जांच कर रही है. पुलिस मुख्यालय ने इस कांड में फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी और संभावित बिंदुओं पर अनुसंधान के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

सब इंस्पेक्टर और ओपी अध्यक्ष निलंबित
हत्याकांड को लेकर पुलिस मुख्यालय ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में लापरवाही और स्थिरता बरती गई है. पुलिस अवर निरीक्षक विष्णु देव दुबे और ओपी अध्यक्ष चांदपुर को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही कांड का अनुसरण बिहार पुलिस मुख्यालय के माध्यम से किया जा रहा है.

विरोध करने पर जिंदा जलाया
पुलिस मुख्यालय से दी गई जानकारी के मुताबिक घटना 30 अक्टूबर को देसरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रसूलपुर हबीब में घटित हुई. 20 वर्षीय युवती को कचरा फेंकने जा रही थी तभी तीन ग्रामीण युवकों ने गलत नीयत से पकड़ लिया. जिसका विरोध करने पर तीन ने मिलकर शरीर पर किरोसीन तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया. इस संबंध में पीड़िता के बयान के आधार पर सतीश कुमार राय, विजय कुमार, चंदन कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजा गया, जहां इलाज दौरान 15 नवंबर को उसकी मृत्यु हो गई थी.

दो आरोपी गिरफ्तार, एक अब तक फरार
इस घटना में शामिल प्राथमिक अभियुक्त चंदन कुमार विजय राय को दिनांक 17 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. नामजद मुख्य अभियुक्त सतीश कुमार राय ने सरेंडर कर दिया है. इसके साथ ही फरार अभियुक्त विजय राय के विरुद्ध इश्तेहार प्राप्त किया गया है.

वैशाली कांड को लेकर सरकार की नीति और नीयत पर लगातार सवाल उठ रहा है. भाकमा माले के अलावे कई संगठन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग कर रहे हैं. इस वजह से पुलिस मुख्यालय को सामने आकर सफाई देनी पड़ रही है.

पटना: वैशाली हत्याकांड की जांच के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी महनार के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल एसआईटी का गठन किया गया है. जो जांच कर रही है. पुलिस मुख्यालय ने इस कांड में फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी और संभावित बिंदुओं पर अनुसंधान के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

सब इंस्पेक्टर और ओपी अध्यक्ष निलंबित
हत्याकांड को लेकर पुलिस मुख्यालय ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में लापरवाही और स्थिरता बरती गई है. पुलिस अवर निरीक्षक विष्णु देव दुबे और ओपी अध्यक्ष चांदपुर को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही कांड का अनुसरण बिहार पुलिस मुख्यालय के माध्यम से किया जा रहा है.

विरोध करने पर जिंदा जलाया
पुलिस मुख्यालय से दी गई जानकारी के मुताबिक घटना 30 अक्टूबर को देसरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रसूलपुर हबीब में घटित हुई. 20 वर्षीय युवती को कचरा फेंकने जा रही थी तभी तीन ग्रामीण युवकों ने गलत नीयत से पकड़ लिया. जिसका विरोध करने पर तीन ने मिलकर शरीर पर किरोसीन तेल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया. इस संबंध में पीड़िता के बयान के आधार पर सतीश कुमार राय, विजय कुमार, चंदन कुमार के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. वहीं पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजा गया, जहां इलाज दौरान 15 नवंबर को उसकी मृत्यु हो गई थी.

दो आरोपी गिरफ्तार, एक अब तक फरार
इस घटना में शामिल प्राथमिक अभियुक्त चंदन कुमार विजय राय को दिनांक 17 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. नामजद मुख्य अभियुक्त सतीश कुमार राय ने सरेंडर कर दिया है. इसके साथ ही फरार अभियुक्त विजय राय के विरुद्ध इश्तेहार प्राप्त किया गया है.

वैशाली कांड को लेकर सरकार की नीति और नीयत पर लगातार सवाल उठ रहा है. भाकमा माले के अलावे कई संगठन सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग कर रहे हैं. इस वजह से पुलिस मुख्यालय को सामने आकर सफाई देनी पड़ रही है.

Last Updated : Nov 19, 2020, 10:21 AM IST
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