कैमूर: राजद सांसद सुधाकर सिंह ने जूट पर 6 प्रतिशत एमएसपी बढ़ाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि यह किसान के साथ पूरी तरह से छलावा है और कुछ नहीं है. यह सरकार किसानों के आंख में धूल झोंकने का काम कर रही है. 6% MSP बढ़ने से कुछ नहीं होगा, क्योंकि इससे किसान के खर्च भी नहीं निकल रहे हैं
12% बढ़ाने की मांग: सुधाकर सिंह ने कहा कि हर साल महंगाई दर बढ़ रही है. सरकार को कम से कम 12% फसल पर MSP हर साल बढ़ाना चाहिए. MSP अपने आप में एक छलावा है. कहा कि इसकी गणना ही गलत हुई है. अगर MSP भी है तो फसल को पूरा दाम नहीं मिल पा रहा है. इससे किसान घाटा में हैं.
"एमएसपी में वृद्धि आंख में धूल झोंकने के समान है. 6 प्रतिशत से ऊपर जब महंगाई दर हो तो वहां किसानों को 6 प्रतिशत ही एमएसपी बढ़ाना छलावा के सिवा कुछ नहीं है. कम से कम किसानों के फसल के दाम हर साल 12 प्रतिशत बढ़ाया जाना चाहिए. जो एमएसपी दे रहे हैं उससे खर्चे भी नहीं निकल रहे हैं." -सुधाकर सिंह, राजद सांसद, बक्सर
कृषि मंत्री रह चुके हैं सुधाकर सिंह: बता दें कि सुधाकर सिंह महागठबंधन सरकार में कृषि मंत्री थे. अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. किसानों की समस्याओं को लेकर हमेशा अपनी आवाज बुलंद करते रहे हैं. वर्तमान में बक्सर लोकसभा सीट से सांसद हैं.
बिहार में जूट की खेती: बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट बैठक में जूट पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ा. 2025-26 के लिए रॉ जूट पर 6 प्रतिशत एमएसपी बढ़ी. प्रति क्विंटल 315 रुपए बढ़ा. अब 5650 रुपए प्रति क्विंटल कच्चा जूट खरीदा जाएगा. बता दें कि बिहार के साथ-साथ बंगाल और असम में जूट की खेती होती है. इससे सीधा लाभ 40 लाख किसान परिवारों को होगा.
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