पटनाः बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण को लेकर पालीगंज बिहटा बस स्टैंड के पास लोग धरने पर बैठ गए हैं. बिहटा औरंगाबाद रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं. संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार के उपेक्षात्मक रवैये से नाराजगी जताते हुए मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने का ऐलान किया है.
बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 10 अक्टूबर 2007 को पालीगंज खेल मैदान पर बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन का शिलान्यास किया था. लेकिन अब तक इस रेल मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है. संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय सांसद चुनाव के समय हर बार सिर्फ दिलासा दिलाते हैं. बजट में रेल लाइन निर्माण को लेकर टेंडर राशि उपलब्ध करवाने की बात कहते हैं लेकिन अभी तक कोरा आश्वासन साबित हुआ है.
हाजीपुर से लेकर जंतर-मंतर तक कर चुके हैं धरना प्रदर्शन
गौरतलब है कि रेलवे संघर्ष समिति के सदस्य निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर बिहटा में रेल चक्का जाम कर विरोध जता चुके हैं. जबकि दानापुर रेलवे मंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया था. इसके अलावा हाजीपुर रेलवे जोनल कार्यालय और दिल्ली के जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं. हालांकि केंद्र सरकार ने 2 फरवरी की आम बजट में 25 करोड़ की ही राशि उपलब्ध कराई थी. जिस पर चन्दन वर्मा ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन निर्माण परियोजना की लागत राशि 35, 00 करोड़ है. उपलब्ध राशि से क्या होगा.
पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोग निराश
वहीं बजट में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं होने से नाराज संयोजक समिति सदस्यों के साथ ग्रामीण सत्याग्रह सह आमरण अनशन पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष का आगाज कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि रेलवे लाइन निर्माण के आधारशिला से एक उम्मीद जगी थी. बिहटा से औरंगाबाद की 120 किलोमीटर की दूरी अब कम खर्च पर तय करने में सहूलियत मिलेगी. लेकिन पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोगों को आज तक निराश ही हाथ लगी है.
संघर्ष समिति की प्रमुख मांग
- 1. बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए.
- 2 भूमि अधिग्रहण कार्य मे तेजी लायी जाए.
- 3 2020 के बजट में योजना की राशि की मंजूरी.
बता दें कि बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन शिलान्यास के समय भी यहां स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव थे जो वर्तमान में भी हैं. हालांकि सांसद रेलवे लाइन निर्माण कार्य की शुरुआत के लिए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से कई बार मुलाकात कर चुके हैं. साथ ही जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की मांग कर चुके हैं.
मांग पूरी होने तक करेंगे अनशन
वहीं, धरने पर बैठे चन्दन वर्मा और विकी चौहान के स्वास्थ्य पर पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर आनन्द कुमार लगातार नजर रख रहे हैं. डॉक्टर ने अनशन शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया. समिति संयोजक चन्दन वर्मा ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तब तक आमरण अनशन पर बैठेगें.