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बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन को लेकर आंदोलन तेज, अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे लोग - रेल मंत्री पीयूष गोयल

बिहटा औरंगाबाद रेलवे संघर्ष समिति के बैनर तले सदस्य अनिश्चित कालीन सत्याग्रह अनशन पर बैठ गए हैं. केंद्र सरकार पर रेल लाइन निर्माण कार्य को लम्बित रखने का आरोप लगाते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ने की बात कही है.

अनिश्चित कालीन अनशन पर रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक
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Published : Oct 22, 2019, 12:04 PM IST

पटनाः बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण को लेकर पालीगंज बिहटा बस स्टैंड के पास लोग धरने पर बैठ गए हैं. बिहटा औरंगाबाद रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं. संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार के उपेक्षात्मक रवैये से नाराजगी जताते हुए मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने का ऐलान किया है.

बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 10 अक्टूबर 2007 को पालीगंज खेल मैदान पर बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन का शिलान्यास किया था. लेकिन अब तक इस रेल मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है. संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय सांसद चुनाव के समय हर बार सिर्फ दिलासा दिलाते हैं. बजट में रेल लाइन निर्माण को लेकर टेंडर राशि उपलब्ध करवाने की बात कहते हैं लेकिन अभी तक कोरा आश्वासन साबित हुआ है.

देखिय रिपोर्ट

हाजीपुर से लेकर जंतर-मंतर तक कर चुके हैं धरना प्रदर्शन
गौरतलब है कि रेलवे संघर्ष समिति के सदस्य निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर बिहटा में रेल चक्का जाम कर विरोध जता चुके हैं. जबकि दानापुर रेलवे मंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया था. इसके अलावा हाजीपुर रेलवे जोनल कार्यालय और दिल्ली के जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं. हालांकि केंद्र सरकार ने 2 फरवरी की आम बजट में 25 करोड़ की ही राशि उपलब्ध कराई थी. जिस पर चन्दन वर्मा ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन निर्माण परियोजना की लागत राशि 35, 00 करोड़ है. उपलब्ध राशि से क्या होगा.

patna
अनिश्चित कालीन अनशन पर रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक

पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोग निराश
वहीं बजट में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं होने से नाराज संयोजक समिति सदस्यों के साथ ग्रामीण सत्याग्रह सह आमरण अनशन पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष का आगाज कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि रेलवे लाइन निर्माण के आधारशिला से एक उम्मीद जगी थी. बिहटा से औरंगाबाद की 120 किलोमीटर की दूरी अब कम खर्च पर तय करने में सहूलियत मिलेगी. लेकिन पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोगों को आज तक निराश ही हाथ लगी है.

patna
स्वास्थ्य जांच करते डॉक्टर


संघर्ष समिति की प्रमुख मांग

  • 1. बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए.
  • 2 भूमि अधिग्रहण कार्य मे तेजी लायी जाए.
  • 3 2020 के बजट में योजना की राशि की मंजूरी.

बता दें कि बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन शिलान्यास के समय भी यहां स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव थे जो वर्तमान में भी हैं. हालांकि सांसद रेलवे लाइन निर्माण कार्य की शुरुआत के लिए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से कई बार मुलाकात कर चुके हैं. साथ ही जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की मांग कर चुके हैं.

patna
हिमांशु शेखर, सामाजिक कार्यकर्ता

मांग पूरी होने तक करेंगे अनशन
वहीं, धरने पर बैठे चन्दन वर्मा और विकी चौहान के स्वास्थ्य पर पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर आनन्द कुमार लगातार नजर रख रहे हैं. डॉक्टर ने अनशन शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया. समिति संयोजक चन्दन वर्मा ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तब तक आमरण अनशन पर बैठेगें.

पटनाः बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण को लेकर पालीगंज बिहटा बस स्टैंड के पास लोग धरने पर बैठ गए हैं. बिहटा औरंगाबाद रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए हैं. संघर्ष समिति ने केंद्र सरकार के उपेक्षात्मक रवैये से नाराजगी जताते हुए मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने का ऐलान किया है.

बता दें कि तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 10 अक्टूबर 2007 को पालीगंज खेल मैदान पर बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन का शिलान्यास किया था. लेकिन अब तक इस रेल मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है. संघर्ष समिति के संयोजक चन्दन वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय सांसद चुनाव के समय हर बार सिर्फ दिलासा दिलाते हैं. बजट में रेल लाइन निर्माण को लेकर टेंडर राशि उपलब्ध करवाने की बात कहते हैं लेकिन अभी तक कोरा आश्वासन साबित हुआ है.

देखिय रिपोर्ट

हाजीपुर से लेकर जंतर-मंतर तक कर चुके हैं धरना प्रदर्शन
गौरतलब है कि रेलवे संघर्ष समिति के सदस्य निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर बिहटा में रेल चक्का जाम कर विरोध जता चुके हैं. जबकि दानापुर रेलवे मंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया था. इसके अलावा हाजीपुर रेलवे जोनल कार्यालय और दिल्ली के जंतरमंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं. हालांकि केंद्र सरकार ने 2 फरवरी की आम बजट में 25 करोड़ की ही राशि उपलब्ध कराई थी. जिस पर चन्दन वर्मा ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि रेलवे लाइन निर्माण परियोजना की लागत राशि 35, 00 करोड़ है. उपलब्ध राशि से क्या होगा.

patna
अनिश्चित कालीन अनशन पर रेल आंदोलन संघर्ष समिति के संयोजक

पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोग निराश
वहीं बजट में पर्याप्त राशि उपलब्ध नहीं होने से नाराज संयोजक समिति सदस्यों के साथ ग्रामीण सत्याग्रह सह आमरण अनशन पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष का आगाज कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि रेलवे लाइन निर्माण के आधारशिला से एक उम्मीद जगी थी. बिहटा से औरंगाबाद की 120 किलोमीटर की दूरी अब कम खर्च पर तय करने में सहूलियत मिलेगी. लेकिन पालीगंज, अरवल और औरंगाबाद के लोगों को आज तक निराश ही हाथ लगी है.

patna
स्वास्थ्य जांच करते डॉक्टर


संघर्ष समिति की प्रमुख मांग

  • 1. बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन का कार्य शीघ्र शुरू किया जाए.
  • 2 भूमि अधिग्रहण कार्य मे तेजी लायी जाए.
  • 3 2020 के बजट में योजना की राशि की मंजूरी.

बता दें कि बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन शिलान्यास के समय भी यहां स्थानीय सांसद रामकृपाल यादव थे जो वर्तमान में भी हैं. हालांकि सांसद रेलवे लाइन निर्माण कार्य की शुरुआत के लिए केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से कई बार मुलाकात कर चुके हैं. साथ ही जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की मांग कर चुके हैं.

patna
हिमांशु शेखर, सामाजिक कार्यकर्ता

मांग पूरी होने तक करेंगे अनशन
वहीं, धरने पर बैठे चन्दन वर्मा और विकी चौहान के स्वास्थ्य पर पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर आनन्द कुमार लगातार नजर रख रहे हैं. डॉक्टर ने अनशन शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया. समिति संयोजक चन्दन वर्मा ने बताया कि जब तक केंद्र सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तब तक आमरण अनशन पर बैठेगें.

Intro:पालीगंज बिहटा बस स्टैंड के पास आज से बिहटा औरंगाबाद रेलवे संघर्ष समिति के वैनर तले सदस्यों ने अनिश्चित कालीन सत्याग्रह अनशन पर बैठ कर केंद्र सरकार पर रेल लाइन निर्माण कार्य को लम्बित रखने के खिलाफ अनशन पर बैठे।


Body:पटना केंद्र सरकार के उपेक्षात्मक रवैये के कारण आज तक बिहटा औरंगाबाद रेल परियोजना विगत कई वर्षो से ठंढा बस्ता में डाल दिया गया है ,वही केंद्र सरकार के तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 10,10,2007 को पालीगंज खेल मैदान पर बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन का शिलान्यास किया था ,तब से आज तक केंद्र सरकार हो या स्थानीय सांसद चुनाव के समय मतदाताओं को भरोसा दिलाते आ रहे है कि इस वर्ष के बजट में रेल लाइन निर्माण का टेंडर राशि उपलब्ध करदिया जयगा ,लेकिन अभी तक कोरा अस्वासन सवित हो रहा है ।
बतादे की रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों ने कई बार निर्माण कार्य कराने को लेकर बिहटा में रेल चका जाम कर विरोध जताया है वही दानापुर रेलवे मंडल कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया था ,यही नही हाजीपुर रेलवे जोनल कार्यालय पर धरना कार्यक्रम के माध्यम से रेलवे लाइन निर्माण कराने के मांग के साथ दिल्ली जंतरमंतर पर बिहटा औरंगाबाद रेलवे संघर्ष समिति के सदस्यों ने प्रदर्शन कर अतिशीग्रह रेल निर्माण कार्य सुरु कराने का भी मांग किया था ।
लेकिन केंद्र सरकार ने 2फरवरी की आम बजट में मात्र 25 करोड़ की ही राशि उपलब्ध कराया झा रेलवे लाइन निर्माण परियोजना की लागत राशि 35 00 करोड़ की है ,रेलवे संघर्ष समिति संयोजक मंडल चन्दन वर्मा ने नाराजगी वेयक्त करते हुए कहा की उट के मुंह मे जीरा वाला कहावत चरितार्थ होता नजर आ रहा है ,वही बजट में पर्याप्त राशि उपलब्ध नही होने से नाराज संयोजक समिति सदस्यों के साथ सत्याग्रह सह आमरण अनशन पर बैठ कर केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष का आगाज कर दिया ।
वही संयोजक चन्दन वर्मा ने बताया की विगत 12 वर्ष पूर्व पालीगंज की जनता ने तत्कालीन रेल मंत्री के द्वारा रेलवे लाइन निर्माण का आधारशिला रखा था तो लोगो को उमीद जगी थी कि बिहटा से औरंगाबाद की 120 किलोमीटर की दूरी अब कम खर्च पर तैय करने में सहूलियत मिलेगा ,लेकिन पालीगंज अरवल औरंगाबाद के लोगो को आज तक निराश ही हाथ लगी है ।
पुनः फिरसे बिहटा औरंगाबाद रेलवे निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले आज रविवार को संयोजक चन्दन वर्मा ने सत्याग्रह सहित आमरण अनशन प्रारम्भ कर केंद्र सरकार से पर्याप्त राशि उपलब्ध करा कर निर्माण कार्य शुरू कराने के मांग करते हुए अनशन प्रारंभ कर दिया है ,आमरण अनशन में पालीगंज बिक्रम अरवल के समिति सदस्यों सहित ग्रामीण जनता सत्याग्रह स्थल पर समिलित होकर समिति सदस्यों को हौसला को बुलन्द किया ।
वही अनशन पर बैठे चन्दन वर्मा और विकी चौहान को पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर आनन्द कुमार ने मेडिकल टीम के साथ धरनास्थल पर पहुँच कर दोनों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया ।
बहुत दिलचस्प है कि जिस समय बिहटा औरंगाबाद रेलवे लाइन निर्माण कार्य के लिए केंद्रीय रेल मंत्री ने शिलान्यास किया था उस वक्त भी यहां का संसद रामकृपाल यादव ही थे और इस समय भी यहाँ का संसद रामकृपाल यादव ही है ,।
संसद रामकृपाल यादव ने रेलवे लाइन निर्माण कार्य को अविलम्ब शुरू कराने के लिए केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल से लगातार मिलकर निर्माण कार्य को जल्द से जल्द शुरू करने का मांग किया है ।
1वही समिति संयोजक चन्दन वर्मा ने बिहटा औरंगाबाद रेल लाइन विछाने का कार्य शीघ्र शुरू कराने का मांग किया ।
2 भूमि अधिग्रहण कार्य मे तेजी लायी जाए ।
3 2020 के बजट में योजना की राशि मंजूर किया जाय ।



Conclusion:पालीगंज अनुमंडल अस्पताल के डॉक्टर आनन्द कुमार ने मेडिकल टीम के साथ अनशन कर रहे चन्दन वर्मा और विकी चौहान स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुये है उन्हों ने बताया की अनशन शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया है जो सामान्य है ।
समिति संयोजक चन्दन वर्मा ने बताया की जबतक हमारी मांग केंद्र सरकार नही मानती है तबतक आमरण अनशन पर बैठा रहूँगा ,उन्हों ने बताया की रेलवे लाइन निर्माण करने में मेरा प्राण न क्यो चली जाए ।
बाइट
1 रेलवे संघर्ष समिति संयोजक (चन्दन वर्मा )
2रेलवे संघर्ष समिति सदस्य सह समाजिक कार्यकर्ता ( हिमांशु शेखर )
3पालीगंज अनुमंडल अस्पताल डॉक्टर (आनन्द कुमार)
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