पटना: जलजमाव से राजधानी के राजेंद्र नगर के स्थानीय लोगों को भारी क्षति हुई है. राजेंद्र नगर में जलजमाव की निकासी के बाद इलाके के घरों का नुकसान देखने को मिल रहा है. लोगों के कमरे की दीवारों पर पानी के निशान भी दिखने लगे हैं.
8 दिनों तक जलजमाव रहने के कारण घर के सामानों को काफी नुकसान हुआ है. लोगों के फर्नीचर और किताबें सड़ चुकी हैं. कमरे के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हो चुके हैं. तोसक और गद्दे दुबारा उपयोग के लायक नहीं बचे हैं.
कार्यालय का सारा सामान हुआ बर्बाद
राजेंद्र नगर में पिछले 24 वर्षों से फिजिक्स की कोचिंग चला रहे शिक्षक विजय कुमार ने बताया कि उनके कार्यालय का सारा सामान बर्बाद हो चुका है. इसकी वजह से उन्हें 20 लाख से ऊपर की क्षति हुई है. उन्होंने बताया कि आसपास के सभी मकानों का यही हाल है. इस इलाके में 7 से 8 फीट पानी था. सड़क से 3 फीट ऊंचे इस ऑफिस में 4 फीट तक पानी कई दिनों तक जमा रहा. जिसकी वजह से ऑफिस का पूरा नक्शा ही बदल गया है.
कई दिनों तक पानी में डूबा रहा कंप्यूटर
विजय कुमार ने बताया कि लाइब्रेरी की किताबें बर्बाद हो गई हैं. पानी में कई कागजात गल गए. उन्होंने कहा कि पानी सड़ गया था. जिसकी वजह से कमरे के सभी कार्टन और फर्नीचर खराब हो गए. इसके साथ ही पानी में कंप्यूटर कई दिनों तक डूबा रहा. उन्होंने कहा कि इस बार वह बरसात में पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं. विजय कुमार ने सरकार से फिर से संभलने के लिए कुछ सहायता राशि की मांग की है. उन्होंने कहा कि राजेंद्र नगर के सभी स्थानीय लोगों की क्षति का आकलन कर सरकार को कुछ सहायता राशि देनी चाहिए.