पटना: बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सड़कों से लेकर रेल ट्रैक तक में भी पानी भर चुका है. तेज बारिश के कारण सड़कें झील में तब्दील हो गईं हैं. भारी बारिश ने परिवहन व्यवस्था को ठप कर दिया है. सड़क मार्ग और रेल मार्ग भी प्रभावित हुए हैं. आमजनों के साथ-साथ नेताओं के घरों में भी पानी घुस गया है.
कई जगह फंसे हैं लोग
आलम यह है कि लोगों का जीवन नाव के सहारे चल रहा है. बाढ़ की वजह से लोग कई जगह लोग फंसे हुए हैं.
शहर में यातायात ठप
पटना के हर गली, मोहल्ले, सड़कों पर इस कदर पानी भर गया है कि पैदल चलने वाले तो परेशान है हीं वाहनों का भी परिचालन इससे प्रभावित हो रहा है. बारिश के कारण पटना की सड़कों पर बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. यही कारण है कि शहर में यातायात ठप हो गया है. लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में परेशानी हो रही है.
सवारी गाड़ियों का परिचाल बंद
ऑटो सहित अन्य सवारी गाड़ियों का परिचाल बंद है. हालांकि सिटी बस चल रही है, लेकिन उसकी भी संख्या कम है.
कई ट्रेनों को किया गया रद्द
भारी बारिश के कारण पटना जंक्शन की पटरियां भी पानी में पूरी तरह डूब गई हैं. जिसकी वजह से रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया, जबकि कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किए गए हैं.
बचाव कार्य में जुटी है एनडीआरएफ की टीम
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है. राजेंद्र नगर इलाके में वॉटर लॉगिंग की समस्या सबसे ज्यादा है. इलाके में गड़ियां पूरी तरह डूब गई हैं. लोग घरों में फंसे हुए हैं. तेज बारिश के कारण सड़कें झील में तब्दील हो गईं हैं.
पॉश इलाके भी हुए जलमग्न
इस बार बारिश ने आमलोगों के अलावा खास लोगों को भी परेशान कर रखा है. कदमकुआं, राजेंद्र नगर, कंकड़बाग समेत राजधानी के तमाम पॉश इलाके भी जलमग्न हो गए हैं.
सड़क मार्ग से लेकर रेल मार्ग प्रभावित
सड़क मार्ग और रेल मार्ग भी प्रभावित हुए हैं. आमजनों के साथ-साथ नेताओं के घरों में भी पानी घुस गया है.
सभी स्कूल 1 अक्टूबर तक रहेंगे बंद
इस भयावह हालत को देखते हुए पटना के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को डीएम ने 1 अक्टूबर तक बंद करने का आदेश दे दिया है.
जिला प्रशासन भी है सतर्क
गौरतलब है कि राजधानी में मौसम विभाग ने 3 दिनों का रेड अलर्ट जारी किया है. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को आपातकालीन बैठक बुलाई थी. वहीं, राजधानी पटना में हो रही लगातार बारिश को लेकर जिला प्रशासन भी काफी सतर्क दिख रहा है.
इन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात
राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजीवनगर, गर्दनीबाग, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, अशोक नगर, रामकृष्णानगर सहित तमाम इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
45 वर्षों के बाद पटना में बाढ़ जैसे हालात
राजधानी पटना में 45 वर्षों के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. आलम ये है कि बारिश के पानी ने लोगों को जल कैदी बना दिया है. पटना पुलिस मुख्यालय में हालात की गंभीरता के मद्देनजर स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर खोला गया है. कई लोगों ने जलजमाव की ऐसी तस्वीर कभी नहीं देखी थी. लोग बताते हैं कि 1975 में भी पटना कुछ ऐसे ही हालात से रू-ब-रू हुआ था.