पटना: पटना साहिब लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है. बिहारी बाबू ने भाजपा का हाथ छोड़ कांग्रेस का दामन थामा है. वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला रविशंकर प्रसाद से है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को जहां बीजेपी और एनडीए के दूसरे सहयोगियों से पूरा सपोर्ट मिल रहा है. वहीं, शत्रुघ्न सिन्हा अपने बूते पर प्रचार में जी जान से लगे हुए हैं.
पटना साहिब बीजेपी का गढ़ है. इस परंपरागत सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा के लिए इसबार बड़ी चुनौती है. बीजेपी में रहते हुए शत्रुघ्न सिन्हा 2009 और 2014 में आसानी से पटना साहिब सीट पर काबिज हुए थे.
अपने बूते पर कर रहे प्रचार
शत्रुध्न सिन्हा कांग्रेस की टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. लेकिन, अभी तक महागठबंधन का कोई भी बड़ा नेता उनके प्रचार में एकजुटता के साथ नजर नहीं आ आया है. वहीं, रविशंकर प्रसाद के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है. साथ ही जदयू भी उनके लिए प्रचार करने में लगा है.
पटना साहिब का समीकरण
पटना साहिब में 6 विधानसभा क्षेत्र है. जिसमें से पांच पर बीजेपी का कब्जा है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है पटना साहिब में बीजेपी को हराना बेहद मुश्किल है. बीजेपी नेताओं का यह भी दावा है कि रविशंकर प्रसाद के इर्द-गिर्द भी कोई नहीं टिकेगा. रविशंकर प्रसाद एक तरफ जदयू नेताओं के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं. तो वहीं, शत्रुघ्न सिन्हा ने ना तो राजद कार्यालय में कोई बैठक की और ना ही महागठबंधन के अन्य दलों के कार्यालय ही पहुंचे.