नई दिल्ली: आयुष्मान भारत योजना जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के नाम से भी जाना जाता है. इसको भारत सरकार ने 2018 में निम्न आय वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सेवा के लिए वित्तीय सहायता देने के लिए शुरू किया था. यह योजना प्रति वर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये तक का चिकित्सा कवरेज देती है और बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे लाखों वंचित लोगों के लिए जीवन रेखा रही है. लाभार्थी बीमार होने पर योजना से लाभ कैसे ले सकते हैं?
आयुष्मान भारत लाभ प्राप्त करने के स्टेप
- रजिस्टर्ड हॉस्पिटल में जाएं- सुनिश्चित करें कि आप जिस अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं, वह आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आता है. आप अस्पताल के हेल्प डेस्क से संपर्क करके या आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसकी पुष्टि कर सकते हैं.
- पहचान सत्यापन- अस्पताल के हेल्प डेस्क पर अपना आयुष्मान भारत कार्ड या कोई आधिकारिक रूप से जारी किया गया डॉक्यूमेंट दिखाएं. कर्मचारी आपकी पात्रता और दस्तावेजीकरण की पुष्टि करेंगे.
- कैशलेस इलाज- आप अपनी चिकित्सा स्थिति के लिए 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज प्राप्त कर सकते हैं. आपके दावे को अस्पताल और योजना एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा सीधे संसाधित किया जाएगा.
- पात्रता ऑनलाइन जांचें- लिस्टेड अस्पतालों की खोज करने या अपनी पात्रता की जांच करने के लिए आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या योजना की हेल्पलाइन का उपयोग करें.
आपको बता दें कि आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार केवल योजना में रजिस्टर्ड अस्पतालों में ही उपलब्ध है. लाभार्थियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका आयुष्मान भारत कार्ड या संबंधित दस्तावेज अपडेट हो.
आयुष्मान भारत भारत के लिए क्यों जरुरी है?
यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में एक महत्वपूर्ण अंतर को भरती करती है, यह सुनिश्चित करती है कि वित्तीय बाधाओं के कारण कोई भी व्यक्ति जीवन रक्षक इलाज से वंचित न रहे. यह भारत में सबसे लोकप्रिय स्वास्थ्य सेवा पहलों में से एक बन गई है, जिससे लाखों परिवारों को खर्चों का बोझ उठाए बिना चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने में मदद मिलती है.