पटना: सैकड़ों बच्चों की मौत के बाद बिहार सरकार जागी है. नीतीश कुमार के दिल्ली से आते ही स्वास्थ्य और आपदा विभाग की समीक्षा बैठक हुई. जिसमें स्वास्थ्य मंत्री के अलावा सभी अधिकारी शामिल हुए. मौत के कारणों की जांच के लिए सरकार ने कमर कसी है. साथ ही मृतक के परिजनों को 4 लाख और मरीजों को मुफ्त इलाज की बात कही है.
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए जानकारी दी कि आज बैठक में गर्मी के प्रभाव और इंसेफेलाइटिस को लेकर बैठक हुई. जिसमें केजरीवाल अस्पताल में 18 जबकि मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज में 50 बच्चों की मौत हुई है. आज तक कुल 103 बच्चों की मौत हुई है. इंसेफेलाइटिस से पीड़ित बच्चों के इलाज का सारा खर्च सरकार देगी.
मृत बच्चों के परिजनों को चार लाख का मुआवजा
दीपक कुमार ने कहा कि मृत बच्चों के परिजनों को चार लाख का मुआवजा देने का निर्णय लिया गया है. मुख्य सचिव ने कहा कि काफी बच्चे ठीक भी हुए हैं. सभी बच्चों के घर कल से एक एक्सपर्ट की टीम जाएगी. जो बच्चों के बैकग्राउंड को लेकर एक रिपोर्ट सरकार को देगी. यह रिपोर्ट इस मामले के अनुसंधान में काफी मददगार होगी.
केंद्रीय टीम करेगी दौरा
दीपक कुमार ने बताया कि केंद्रीय टीम मुजफ्फरपुर का दौरा करेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के आदेश पर दौरा होगा. उन्होंने कहा कि रिसर्च सेंटर स्थापना के लिए टीम का दौरा होगा. इसके अलावा AES के कारणों पर भी रिसर्च टीम काम करेगी.
लू को लेकर एडवाइजरी जारी
दीपक कुमार ने कहा कि इस आंकड़े पर सरकार आगे के लिए बेहतर प्लान करेगी. 12 जिलों में 23 प्रखंड में इस तरह के मामले सामने आए हैं. सबसे अधिक इंसेफेलाइटिस से मुशहरी, मीनापुर काठी और बोचहा प्रखंड प्रभावित है. वहीं सरकार ने लू को लेकर के एडवाइजरी जारी किया है. जिसमें सभी प्राइवेट स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थान 23 तारीख तक बंद रहेंगे.
दुकानें 10 से 4 बजे तक रहेंगी बंद
दक्षिण बिहार के सबसे ज्यादा हिट जिलों की दुकानों को 10:00 बजे से लेकर शाम के 4:00 बजे तक बंद रखने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि लू से अभी तक 77 लोगों की मौत हुई है. 22 लोग मृत हालत में अस्पताल पहुंचे थे. गर्म हवाओं का असर अभी 3 दिन और रहेगा. उसके बाद बारिश का अनुमान है.