रोहतास: बिहार के रोहतास में स्थित डेहरी डालमियानगर के इलाके ने कभी विश्व के औद्योगिक मानचित्र पर पांच दशकों तक राज किया था, लेकिन बदलते वक्त के साथ साथ यह इलाका अपनी इस पहचान को खोता चला गया. हालात यह हुए की इलाके का उद्योग खंडहर में तब्दील हो गया और फैक्ट्रियां कबाड़ हो गई. यहां के लोगों को बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ा. हालांकि अब यहां के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है.
डेहरी डालमियानगर में लगेगा उद्योग: प्रदेश के दूसरे जिलों की तरह रोहतास को भी प्राथमिकता मिलती दिखाई देने लगी है. जहां रोहतास उद्योग समूह, झूला उद्योग इकाई और पीपीसीएल जैसे उद्योगों के बंद होने से बेरोजगारी चरम पर पहुंची है. वहीं सरकार के द्वारा छोटे और घरेलू इकाइयों के लिए भूमि बंदोबस्त करना का काम किया जा रहा है. विभिन्न औद्योगिक घरानों को उद्योग स्थापित करने के लिए आमंत्रित करने के साथ सुविधाएं मुहैया कराने की बात भी सामने आ रही है.
डेहरी में 250 एकड़ का प्रस्ताव: इसी कड़ी में उद्योग विभाग बिहार सरकार के अधिकारी और जिला से उद्योग महाप्रबंधक, डीसीएलआर डेहरी, डीसीएलआर सासाराम, अंचल अधिकारी डेहरी, अंचल अधिकारी शिवसागर के द्वारा औद्योगिक भूमि के लिए जमीन की जांच संयुक्त रूप से की गई है. डेहरी की अंचलाधिकारी के मुताबिक डेहरी में कुल 250 एकड़ का प्रस्ताव बिहार सरकार उद्योग भाग को औद्योगिक क्षेत्र बनाने के लिए भेजा गया है.
रोहतास में मिलेगा रोजगार: औद्योगिक क्षेत्र बनाने को लेकर पटना से विभागीय अधिकारी और जिला की ओर से भी वरीय अधिकारियों की टीम ने जमीन की जांच की. सभी जमीन उद्योग के लिए उपयुक्त पाई गईं हैं. सीओ शिबू ने बताया कि इस कदम से रोहतास के लोगों को रोजगार के क्षेत्र में अवसर मिलेंगे. डेहरी प्रखंड क्षेत्र में भलुआड़ी, भरकुड़िया, भटौली, दुर्गापुर, और शिवसागर के तारडीह के जमीन का निरीक्षण किया गया. इसे औद्योगिक रुप में विकसित किया जाएगा.
"डेहरी डालमियानगर का इलाका कभी इंडस्ट्रियल हब के रूप में जाना जाता था. ऐसे में अब इसकी ग्लोरी वापस लौटाने की कवायद शुरू हो गई है. इससे विकास तेज गति में होगा. पूर्व में ही सभी जमीनों का विवरण विभाग को भेजा जा चुका था."-सुश्री शिबू अंचलाधिकारी, डेहरी
इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में होगा इस्तेमाल: भूमि के लिए अधियाचना पूर्व में ही भेजी गई थी. 250 एकड़ भूमि देने का प्रोजेक्ट था. इसे लगभग पूरा कर लिया गया है. प्रखंड क्षेत्र के 4 मौजा में भूमि चिह्नित किया गया है. ज्यादातर यह सरकारी भूमि है. जल्द ही औद्योगिक क्षेत्र के रूप में यह विकसित होगा. सरकारी योजना के तहत बियाडा द्वारा इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में इसका इस्तेमाल किया जाएगा.